Side Effects Of Dark Circle Fillers In Hindi: हर कोई चाहता है कि आंखों को खूबसूरत दिखें। लेकिन, कभी काम का प्रेशर, तो कभी तनाव के कारण आंखों में थकान बनी रहती है। वहीं, आंखों के नीचे डार्क सर्कल या आंखों का पफीनेस होना जैसी समस्याएं भी नजर आती हैं। इस तरह की प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए तरह-तरह के उपाय अपनाए जाते हैं, ताकि आप फ्रेश फील करें। इसके बावजूद, कई अांखों की पफीनेस या डार्क सर्कल जैसी समस्या दूर नहीं होती है। ऐसे में कई लोग डार्क सर्कल फिलर्स के विकल्प को चुनते हैं। कुछ समय पहले तक ऐसा सिर्फ सेलिब्रिटीज करते दिखते थे। लेकिन, अब सामान्य लोग भी अपने लुक में सुधार करने के लिए इस तरह के विकल्पों को चुन रहे हैं। इसमें कोई बुराई नहीं है। हालांकि, इसके कुछ साइड इफेक्ट्स होते हैं, जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए। इस बारे में हमने दिल्ली के राजौरी गार्डन में स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा से बात की।
डार्क सर्कल फिलर्स करवाने के नुकसान- Side Effects Of Dark Circle Fillers In Hindi
आंखों में सूजन होना
डार्क सर्कल फिलर्स करवाने की वजह से कई बार आंखों में सूजन हो जाती है। विशेषज्ञों की मानें, तो फिलर्स करवाने के दौरान इंजेक्शन का युज किया जाता है। ऐसे में जब भी फिलर्स किया जाता है, तो अपनी बॉडी तुरंत रिएक्ट करती है, जिस वजह से आंखों के आसपास या प्रभावित हिस्से में सूजन हो जाती है। सूजन इस ओर भी इशारा करता है कि फिलर्स सही दिशा की ओर काम कर रहा है।
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इचिंग और दर्द होना
प्रभावित हिस्से में न सिर्फ सूजन देखी जा सकती है, बल्कि वहां पर खुजली होने लगती है। कुछ मामलों में दर्द भी होता है। हालांकि, इस तरह की परेशानी बहुत कम समय के लिए रहती है। धीरे-धीरे दर्द और इचिंग कम होने लगती है। व्यक्ति को डार्क सर्कल फिलर्स करवाने के बाद यह ध्यान रखना चाहिए वे प्रभावित हिस्से में खुजली करने से बचें। आप जितनी ज्यादा खुजली करेंगे, उतनी ही ज्यादा खुजली करने की अर्ज बढ़ेगी। इससे दर्द बढ़ सकता है और प्रभावित हिस्सा लाल भी हो सकता है। कुछ समय बाद यह समस्या अपने आप ठीक हो जाती है।
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सुन्नपन होना
जैसा कि हमने कुछ देर पहले ही बताया है कि डार्क सर्कल फिलर्स करवाने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है। अगर इंजेक्शन किसी वेन पर लग जाए, तो इससे ब्लड क्लॉट हो सकता है या ब्लड फ्लो प्रभावित हो सकता है। वहीं, अगर लंबे समय से ब्लड फ्लो सही तरह से न हो, तो ऐसे में प्रभावित हिस्सा सुन्न हो जाता है। इस तरह की समस्या होने पर आपको तुरंत डाक्टर को बताना चाहिए। जैसे-जैसे ब्लड फ्लो में सुधार होगा, यह समस्या भी खत्म हो जाती है।
आंखों की रोशनी पर असर
यूं तो डार्क सर्कल फिलर्स करवाने पर आंखों की रोशनी का प्रभावित होना बहुत ही दुर्लभ मामलों में देखने को मिलता है। लेकिन, अगर किसी के साथ ऐसी समस्या हो, तो उन्हें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। कई बार इंजेक्शन गलत मसल्स को हिट कर सकता है, जिसकी वजह से आंखों से संबंधित समस्याएं हो जाती हैं। समय पर एक्सपर्ट को सूचना देने से इन समस्याओं का निवारण किया जा सकता है।
नील पड़ना
आपने अक्सर देखा होगा कि जब कहीं चोट लगती है, वहां कई बार खून नहीं निकलता लेकिन नील पड़ जाता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि स्किन के अंदरूनी हिस्से में खून बह जाता है, जो बाहर नहीं निकल पाता है। ऐसा ही कुछ डार्क सर्कल फिलर्स करवाने के दौरान हो जाता है। यह कोई गंभीर समस्या नहीं है। यह कुछ घंटों से लेकर दिनों में पूरी तरह ठीक हो जाता है।
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