जो स्त्रियां गर्भधारण करना चाहती हैं उनके लिए शिवलिंगी बीज बेहद मददगार हैं। यह न केवल बांझपन की समस्या को दूर कर सकते हैं बल्कि पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के साथ-साथ टाइफाइड जैसे गंभीर बुखार को दूर करने में बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं। बता दें शिवलिंगी को संस्कृत में बहुपत्रा, शिवल्ली कहते हैं तो वही इसे इंग्लिश में ब्रायोनिया लैसीनोसा (Bryonia Laciniosa) के नाम से जानते हैं। आज का हमारा लेख शिवलिंगी के बीजों पर है। आज हम आपको अपने लेख के माध्यम से बताएंगे कि यह प्रमुख जड़ी-बूटी जिसे शिवलिंगी के नाम से जाना जाता है, यह सेहत के लिए कितनी फायदेमंद (Shivlingi seeds benefits) है? साथ ही हम इसके नुकसान (Shivlingi seeds Side Effects) के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे....
1 - बुखार को दूर करें शिवलिंगी के बीज
बता दें कि शिवलिंगी के अंदर ऐसे गुण पाए जाते हैं जो न केवल बुखार को दूर करते हैं बल्कि दर्द में भी आराम पहुंचाते हैं। इसके अंदर एंटी-फीवर गुण मौजूद होते हैं जो बुखार को दूर करने के साथ टाइफाइड जैसी समस्या को भी दूर कर सकते हैं। बता दें कि शिवलिंगी का चूर्ण का सेवन पेट की सूजन को भी दूर करने में बेहद उपयोगी है लेकिन इसकी मात्रा का एक बार एक्सपर्ट से ज्ञान ले लें।
2 - कब्ज की समस्या को दूर करें शिवलिंगी के बीज
जिस प्रकार की जीवन शैली हम जी रहे हैं या असंतुलन आहार के कारण अक्सर लोगों को कब्ज की परेशानी रहती है। ऐसे में वे इस परेशानी को दूर करने के लिए न जाने कौन कौन सी दवाइयों का सेवन करते हैं। लेकिन उन लोगों को बता दें कि अगर आप पाचन तंत्र को मजबूत बनाना चाहते हैं और कब्ज की परेशानी से लड़ना चाहते हैं तो शिवलिंगी के बीज का सेवन समस्या को दूर कर सकता है। यह खाने को आसानी से पचाने में मदद करता है।
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3 - वजन को कम करने में लाभदायक है शिवलिंगी के बीज
कुछ लोग अपने वजन घटाने के लिए दिनभर एक्सरसाइज अपने खाने पीने में कटौती और न जानें कौन कौन सी जड़ी बूटियों का सेवन करते हैं। ऐसे में बता दें कि यह जड़ी-बूटी यानी कि शिवलिंगी के बीज आपका वजन कम करने मैं बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं। बता दे कि कहीं ना कहीं वजन बढ़ाने में आपकी पाचन क्रिया का भी हाथ होता है। ऐसे में अगर आप का पाचन तंत्र मजबूत रहेगा तो आपका वजन भी नहीं बढ़ेगा। हमने पहले भी बताया कि शिवलिंगी के बीजों से पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि यह वजन को कम करने में भी बेहद मददगार है।
4 - प्रेगनेंसी के लिए शिवलिंगी के बीज
जैसे कि हमने अपने इंटरव्यू में भी बताया कि शिवलिंगी के सेवन से गर्भावस्था के दौरान काफी मुश्किलें दूर हो जाती हैं। बता दें कि शिवलिंगी के बीज गर्भधारण करने में तो मदद करते ही हैं साथ ही ये नवजात शिशु को स्वस्थ बनाने में भी बेहद मददगार हैं। ऐसे में गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। हमने पहले भी बताया की एक बार प्रेग्नेंट महिलाएं अपनी डाइट में इस जड़ी-बूटी को जोड़ने से पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
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5 - पाचन तंत्र को मजबूती दें शिवलिंगी के बीज
शिवलिंगी के बीज के सेवन से ना केवल आंतों के काम में सुधार आता है बल्कि यह मल को आसानी से बाहर निकालने में भी मदद करता है। हमने यह तो पहले बताया था कि कब्ज की समस्या से लड़ने में एक अच्छा विकल्प है। लेकिन आपको बता दें कि अपच और एसिडिटी की समस्या को दूर करने में भी बेहद उपयोगी है।
शिवलिंगी के बीज के नुकसान
बता दें कि शिवलिंगी के बीजों का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। साथ ही शिवलिंगी के बीज किसी मात्रा के बारे में भी पता होना चाहिए। लेकिन जैसा हमने कई बार बताया है कि किसी भी चीज की अति सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा ही कुछ शिवलिंगी के बीज के साथ हैं। बता दें कि शिवलिंगी के बीज अगर ज्यादा मात्रा में लिए जाएं तो यह परेशानी बढ़ा सकते हैं। ऐसे में इसका उपयोग सावधानी के साथ ही करना चाहिए।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि शिवलिंगी के बीज सेहत के लिए बहुत उपयोगी हैं। खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए इसका सेवन एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। लेकिन इसका अधिक सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में सबसे पहले इसकी सीमित मात्रा का पता लगाएं उसके बाद इसका सेवन करें। गर्भवती महिलाएं भी एक बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर करें। अगर आप कोई स्पेशल डाइट को फॉलो कर रहे हैं तो शिवलिंगी के बीज को अपने डाइट में जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट से संपर्क जरूर करें।
ये लेख महर्षि आयुर्वेद अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक और आयुर्वेदाचार्य डॉ सौरभ शर्मा द्वारा अप्रूव किया गया है।
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