रेवन्दचीनी (Revand chini) को रेवातिका के नाम से भी जाना जाता है। यह स्वाद में तीखी होने के साथ-साथ कड़वी भी होती है। तासीर में ठंडी रेवन्दचीनी शरीर को कई समस्याओं जैसे- सिरदर्द, मधुमेह की समस्या आदि से छुटकारा दिला सकती है। अंग्रेजी में रेवन्दचीनी को रूहबर्ब के नाम से भी जाना जाता है। जबकि हिंदी में इसके नाम रेवन्दचीनी के साथ-साथ डोलू और अर्चा भी हैं। हर राज्य में इसे कई नामों से जाना जाता है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि रेवन्दचीनी के फायदे और उपयोग क्या हैं। साथ ही इसके नुकसान के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...
1 - रेवन्दचीनी से घाव हो जाए ठीक
घाव को सुखाने में रेवन्दचीनी आपके काम आ सकती है। बता दें कि ऐसे में आपको सबसे पहले रेवन्दचीनी की जड़ को लेकर उसे अच्छे से पीसना होगा और फिर उससे घाव पर लगाना होगा, ऐसा करने से घाव जल्दी सूखता है।
2 - कब्ज की समस्या को दूर करें रेवन्दचीनी
कब्ज की समस्या से परेशान लोग रेवन्दचीनी का इस्तेमाल इसे दूर करने के लिए कर सकते हैं। लेकिन बता दें कि इसका प्रयोग डायरेक्ट नहीं किया जाता है। ऐसे में आपके पास सनाय के पत्ते, एलोवेरा, काला नमक, सेंधा नमक आदि होना चाहिए। अब सभी सामग्री को रेवन्दचीनी के चूर्ण के साथ में लाएं और मधु के साथ सेवन कर सकते हैं। लेकिन ध्यान दें कि इन सभी की मात्रा के बारे में आपको एक्सपर्ट से सलाह लेनी होगी। उसके बाद ही इन सब का सेवन करें।
3 - दांतो के दर्द में आराम दें रेवन्दचीनी
अगर हम दांतों की समस्या से परेशान हैं तो बता दे कि रेवन्दचीनी के उपयोग से मुंह की बदबू, दांतो से जुड़ी समस्याएं, दातों का दर्द, झनझनाहट आदि समस्याओं को दूर किया जा सकता है। ऐसे में आप रेवन्दचीनी की जड़ों का चूड़ बनाएं और दातों में मंजन की तरह लगाएं। ऐसा करने से कई समस्याएं दूर हो जाएंगी।
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4 - पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाएं रेवन्दचीनी
लिवर को स्वस्थ बनाने के साथ-साथ पाचन क्रिया को तंदुरुस्त बनाने में भी रेवन्दचीनी बेहद उपयोगी है। बता दें कि इसके उपयोग से पाचन शक्ति में बल मिलता है और यह भूख को भी बढ़ाता है। ऐसे में अगर आप कम वजन से परेशान है तो यह आपके वजन को नियंत्रण करने में भी मददगार है।
5 - बुखार से लड़े रेवन्दचीनी
बुखार से परेशान लोग रेवन्दचीनी की मदद से अपनी समस्या को दूर कर सकते हैं। हालांकि अभी इस पर और शोध चल रहे हैं लेकिन अब तक हुए शोध से पता चलता है कि रेवन्दचीनी के प्रयोग से बुखार के लक्षणों को कम किया जा सकता है। फिर भी बुखार में इसके उपयोग से पहले बार एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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रेवन चीनी के नुकसान
बता दें कि रेवन्दचीनी का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। क्योंकि अगर व्यक्ति को इसकी मात्रा का ज्ञान नहीं होगा तो उससे निम्न समस्याएं हो सकती हैं-
1 - रेवन्दचीनी के अधिक सेवन से व्यक्ति को पेट की दिक्कत रह सकती है। उसके पेट में दर्द या सूजन की शिकायत सामने आ सकती है।
2 - रेवन्दचीनी के कारण व्यक्ति को डायरिया जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है।
3 - गर्भावस्था के दौरान महिलाएं रेवन्दचीनी का प्रयोग किसी के कहने पर ना करें। वह सबसे पहले डॉक्टर की राय लें। उसके बाद ही इसका सेवन करें।
नोट - रेवन्दचीनी औषधि बेहद गुणकारी और प्रभावकारी है लेकिन इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। बता दें कि ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि रेवन्दचीनी सेहत को कई समस्याओं से छुटकारा दिला सकती है लेकिन इसके नुकसान सेहत को कई मुश्किलों में डाल भी सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह पर ही रेवन्दचीनी को अपनी डाइट में जोड़ें।
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