सही समय पर अगर स्क्रीनिंग टेस्ट करवाया जाए तो पुरुष गंभीर बिमारियों से बच सकते हैं। स्क्रीनिंग से रोग का पता उसके लक्षण दिखने से पहले ही लगाया जा सकता है और आप समय रहते इलाज भी करवा सकते हैं। उदहारण के लिए यदि मधुमेह रोग का पता पहले ही लग जाए तो पुरुष दृष्टि हानि और नपुंसकता जैसी गंभीर बीमारी से बच सकते हैं। ये टेस्ट आपकी आयु और रिस्क फेक्टर पर आधारित होता है। पढ़ते हैं आगे...
1. प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer)
प्रोटेस्ट कैंसर अमेरिकी पुरुषों में पाए जाने वाला आम कैंसर है। ये कैंसर धीमी गति से बढ़ता है। स्क्रीनिंग टेस्ट से इस बीमारी का पता पहले ही लगाया जा सकता है। लक्षण दिखने से पहले ही अगर उपचार करवाया जाए तो इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है।
पुरुषों के लिए इस टेस्ट में एक डिजिटल रेक्टल एग्जाम (digital rectal exam - DRE) और एक प्रोस्टेट-विशिष्ट प्रतिजन (prostate specific antigen - PSA) ब्लड टेस्ट शामिल होता है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी हर किसी को पीएसए टेस्ट के रिस्क और लाभ के बारे में डॉक्टर से जानकारी लेने की सलाह देती है।
1. 50 साल की उम्र के पुरुषों को इस कैंसर का रिस्क कम रहता है।
2. 45 साल की उम्र के पुरुषों को इस कैंसर का रिस्क सबसे ज्यादा रहता है। इसमें अफ्रीकी-अमेरिकी पुरुष भी शामिल हैं।
3. 40 साल की उम्र के पुरुषों को इस कैंसर का रिस्क तब रहता है जब उनके परिवार में किसी को हुआ हो।
2. टेस्टिकुलर कैंसर (Testicular Cancer)
यह एक असामान्य कैंसर है जो आदमी के टेस्टिकल्स, प्रजनन ग्रंथियों (reproductive glands) में विकसित होता है। स्पर्म का उत्पादन इन्हीं ग्रंथियों के कारण होता है। ये कैंसर ज्यादातर 20 से 54 साल तक की उम्र के लोगों के बीच होता है। इसके लिए कुछ डॉक्टर्स नियमित सेल्फ-एग्जाम करने की सलाह देते हैं। ये कैंसर उन पुरुषों को ज्यादा रहता है, जिनके परिवार में किसी को ये कैंसर पहले भी हुआ हो।
3. कोलोरेक्टल कैंसर (Colorectal Cancer)
कोलोरेक्टल कैंसर में मृत्यु होने की संभावना ज्यादा रहती है। पुरुषों में अगर ये कैंसर हो जाए तो उन्हें महिलाओं की तुलना में ज्यादा खतरा रहता है। कोलन कैंसर के बहुमत (Majority) धीरे-धीरे कोलन के जंतुओं से विकसित होते हैं। बता दें ये कोलन की आंतरिक सतह पर विकसित होते हैं। कैंसर विकसित होने के बाद, यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल जाते हैं। कोलन कैंसर को रोकने का तरीका है कि वे इसे फैलने से पहले पॉलीप्स यानि जंतुओं को शरीर से बाहर निकाल दें।
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कोलन कैंसर के लिए टेस्ट
वे पुरुष, जिन्हें रिस्क कम होता है, उनके लिए ये स्क्रीनिंग टेस्ट 50 वर्ष से शुरू होता है। पॉलीप्स और कोलोरेक्टल कैंसर का पता लगाने के लिए एक कोलोनोस्कोपी टेस्ट होता है। डॉक्टर लचीली ट्यूब और कैमरे का उपयोग करके पूरे कोलन को देखते हैं। टेस्ट के समय पॉलीप्स को हटाया जा सकता है।
4. त्वचा का कैंसर (Skin Cancer)
त्वचा कैंसर का सबसे खतरनाक रूप मेलेनोमा है। यह मेलानोसाइट्स (melanocytes) नामक विशेष कोशिकाओं में शुरू होता है। बता दें कि इन्हीं कोशिकाओं से त्वचा में निखार और रंग आता है। पुरुषों में नॉन-मेलेनोमा बेसल सेल (Basal Cell) और स्क्वैमस सेल (Squamous cell) त्वचा के कैंसर होने की संभावना महिलाओं की तुलना में 2-3 गुना अधिक होती है।
स्किन कैंसर के लिए स्क्रीनिंग
अमेरिकन कैंसर सोसायटी और अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी आपकी त्वचा में किसी भी बदलाव के लिए नियमित रूप से त्वचा के लिए सेल्फ-एग्जाम करने की सलाह देती है। इसके लिए आप त्वचा विशेषज्ञ की मदद भी ले सकते हैं। त्वचा कैंसर के लिए उपचार अधिक प्रभावी पाया जाता है।
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5. हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure Or Hypertension)
उम्र के साथ हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। इसका संबंध वजन और लाइफ स्टाइल से भी है। हाई ब्लड प्रेशर का इलाज किया जा सकता है। अगर इसका पहले से ही पता लग जाए तो हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी बीमारियों से बच सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के लिए स्क्रीनिंग
ब्लड प्रेशर रीडिंग में दो नंबर दिए जाते हैं। सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 से कम होता है। हाई ब्लड प्रेशर 130/80 या उससे अधिक होता है। कितनी बार ब्लड प्रेशर की जांच की जानी चाहिए यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका प्रेशर कितना है। सामान्य होने तक चेक करते रहें।
Garima Garg
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