क्रिकेटर रिषभ पंत की एक्सीडेंट के बाद की तेजी से रिकवरी का राज है ये डाइट और लाइफस्टाइल

एक्सीडेंट के बाद रिकवर होने के लिए रिषभ पंत को खास डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो कराया जा रहा है। इससे उनकी रिकवरी में काफी सुधार है। 
  • SHARE
  • FOLLOW
क्रिकेटर रिषभ पंत की एक्सीडेंट के बाद की तेजी से रिकवरी का राज है ये डाइट और लाइफस्टाइल


टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज और विकेटकीपर रिषभ पंत पिछले साल एक कार दुर्घटना से चोटिल हो गए थे, जिसके बाद से उनका लगातार इलाज चल रहा है। फिलहाल वे फिलहाल बैंगलोर स्थित नेशनल क्रिकेट अकादमी में रिकवरी कर रहे हैं। उनकी रिकवरी मोड में डाइट और फीजियोथेरेपी की अहम भूमिका मानी जा रही है। रिकवर होने के लिए उन्हें खास डाइट के साथ ही हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो कराया जा रहा है। 

कुछ भी करने में थे असमर्थ 

दरअसल, कार एक्सीडेंट से पहले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने रिषभ को ईटफिट24|7 की फाउंडर डायटीशियन श्वेता से डाइट लेने के लिए सलाह दी थी। रिकवरी के दौरान भी श्वेता पंत की डाइट और उनकी थेरेपी का पूरा ध्यान रख रही हैं। मीडियो को दिए एक इंटरव्यू में श्वेता ने बताया कि पंत कुछ भी खाने-पीने या फिर चलने-फिरने में असमर्थ थे। कुछ नहीं खाने की वजह से उन्हें तेज सिरदर्द के साथ शरीर में उर्जा की कमी रहती थी। वे चिकन लवर हैं, लेकिन उन्हें अगर चिकन दिया जाता था, लेकिन इसे खाते ही उनका पेट खराब या फिर दर्द होने लगता था। 

इसे भी पढ़ें - Virat Kohli Fitness: विराट कोहली ने बताया कैसे रखते हैं खुद को फिट, वीडियो में 'भागते' हुए आए नजर 

ऐसी डाइट लेकर किया रिकवर 

श्वेता के मुताबिक रिषभ को बार-बार पेट से जुड़ी समस्याएं हो रही थी, जिसके बाद उनकी जठराग्नि को सक्रिया करने की जरूरत थी। दरअसल, यह अग्नि पेट और आंतों के बीच होती है, जो अपनी गर्मी के जरिए खाना पचाने में मदद करती है। इसके लिए उनका चिकन बंद करवाकर उन्हें डी-ब्लोट पाउडर के साथ ही हेल्दी और हल्का खाना दिया गया। ऐसे में उन्हें 20 दिनों तक लगातार खिचड़ी दी गई। यही नहीं उन्हें नाश्ते में एवोकाडो, अंडे और चावल के साथ चिकन करी दी जाती थी। 

pant

स्ट्रेस को भी किया जाता था कम 

रिषभ का खून बढ़ाने के लिए उन्हें किशमिश, अखरोट, शहद, घी, खजूर और नारियल से बने लड्डू दिए जाते थे। उन्हें लंच में खिचड़ी, डोसा या फिर रागी से बनी रोटियां दी जाती थीं। वहीं डिनर में उन्हें चिकन करी, चावल और कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर आहार दिया जाता था। इससे उनकी शरीर में उर्जा का स्तर बना रहता था। यही नहीं रीहैब के दौरान फीजियोथेरेपी, ट्रेनिंग के साथ ही उनके स्ट्रेस को भी कम किया जाता था, जो उनके जल्दी रिकवरी होने में काफी लाभकारी कदम साबित हुआ।

Read Next

Study: कार्डियक अरेस्ट से पहले महिला और पुरुष में दिख सकते हैं अलग-अलग लक्षण, जानें बचाव के तरीके

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version