कार्डियक अरेस्ट एक जटिल समस्या है, जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होने के साथ ही शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। इसके चलते कई बार मौत तक हो सकती है। हाल ही में लांसेट डिजिटल हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक कार्डियक अरेस्ट आने से 24 घंटे पहले महिला और पुरुषों की शरीर में अलग-अलग लक्षण दिख सकते हैं। अमेरिका में सीडर्स सिनाई मेडिकल सेंटर के स्मिड्ट हार्ट इंस्टीट्यूट द्वारा की गई इस स्टडी में अलग-अलग लक्षण होने की पुष्टि की गई।
महिला और पुरुषों में दिखे अलग लक्षण
शोधकर्ताओं ने इस स्टडी को करने के बाद पाया कि महिलाओं में सांस लेने में परेशानी हो रही थी, जबकि कार्डियक अरेस्ट आने से 24 घंटे पहले पुरुषों को सीने में दर्द होने जैसी समस्या देखी गई। डॉ. सुमित चुघ, सीनियर रिसर्चर के मुताबिक 50 प्रतिशत लोगों में कार्डियक अरेस्ट आने से 24 घंटे पहले ही उनके शरीर में कुछ लक्षण दिखने के साथ हार्ट के फंक्शन्स की कार्यक्षमता कम होने लगती है। दरअसल, अस्पताल के बाहर आने वाले कार्डियक अरेस्ट के 90 प्रतिशत मामलों मरीजों को जान गंवानी पड़ती है।
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कार्डियक अरेस्ट से बचने के तरीके
एशियन हार्ट इंस्टिट्यूट के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ संतोष कुमार डोरा से जानते हैं कार्डियक अरेस्ट से बचने के तरीकों के बारे में। डॉ. डोरा के मुताबिक धूम्रपान, मोटापा और खराब जीवनशैली में बदलाव लाकर भी इस खतरे को काफ कम किया जा सकता है। इसके लिए अपनी शारीरिक समस्याओं जैसे मधुमेह, हाई ब्लड प्रेशर और डिस्लिपिडेमिया को नियंत्रित रखने की कोशिश करें। इसके लिए हाई फैट और अधिक मीठी चीजें खाने से बचें। ऐसे में कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का सेवन बंद कर दें और शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। खान-पान को हेल्दी रखकर भी आप इससे आसनी से बचाव कर सकते हैं।
लक्षण दिखने पर न करें नजरअंदज
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण जैसे कमजोरी और जी मिचलाना, अचानक ज्यादा पसीना आना, सांस लेने में कठिनाई या फिर सीने में तेज दर्द होने पर बिना देरी किए चिकित्सक की सलाह लें। इसे नजरअंदाज करने से कई बार दिल की धड़कन अचानक रुक सकती है और जान तक जा सकती है।