कुछ लोगों में बार-बार कलाई का तापमान नापने की आदत होती है। कुछ परिस्थितियों में माथे के माप की तुलना में कलाई तापमान मानना ज्यादा मददगार साबित होता है। लेकिन बार-बार कलाई के तापमान को नापना स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का खतरा भी बन सकता है। हाल ही में नेचर कम्यूनिकेशन्स जर्नल (Nature Communications journal)में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक ऐसा करना नुकसानदायक हो सकता है।
क्या कहती है स्टडी?
- दरअसल, शोधकर्ताओं के मुताबिक बार-बार कलाई का तापमान मापने से भविष्य में होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- ऐसा करने से हाइपरटेंशन, लिवर डिजीज, किडनी फेलियर और टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
- स्टडी में 92000 लोगों पर शोधकर्ताओं द्वारा शामिल किया गया। एक हफ्ते तक इनकी निगरानी की गई, जिसमें केवल उनकी कलाई के तापमान की गतिविधियों पर नजर रखी गई। ऐसे में इनकी कलाई में हो रहे रात दिन के बदलावों पर नजर रखी गई।
- ऐसे में शोधकर्ताओं ने पाया कि लोगों में तापमान में गिरावट आने के चलते 73 अलग-अलग बीमारियां जुड़ी थीं।
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लोगों में मिली ये बीमारियां
स्टडी में शामिल होने वाले लोगों में नॉनअल्कोहलिक फैटी लीवर रोग (Non Alcoholic Fatty Liver), का खतरा 91 प्रतिशत तक बढ़ा हुआ था, जबकि डायबिटीज का जोखिम 69 प्रतिशत तक देखा गया था। यही नहीं ऐसे में 22 प्रतिशत लोगों में निमोनिया तो 23 प्रतिशत में हाई ब्लड प्रेशर और 25 प्रतिशत लोगों में किडनी से जुड़ी समस्याओं का जोखिम काफी अधिक था।
शरीर में क्यों बढ़ता है तापमान?
- महिलाओं और पुरुषों की शरीर में अलग-अलग तापमान हो सकता है, जो कई कारणों से बढ़ सकता है।
- तापमान बढ़ने के पीछे केवल बुखार ही नहीं बल्कि, अन्य कारण भी हो सकते हैं।
- धूम्रपान की आदत भी इसके पीछे का मुख्य कारण माना जाता है।
- ज्यादा मसालेदार या फिर लाल मिर्च वाला खाना खाने से भी शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
- धूप के संपर्क में आने या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन होने से भी तापमान बढ़ सकता है।
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