
Questions To Ask Oneself To Know If You Are Mentally Fit Or Not In Hindi: हाल के सालों में मेंटल हेल्थ को लेकर काफी जागरूकता बढ़ी है। लोग काफी सतर्क हुए हैं। साथ ही अपनी मेंटल हेल्थ का ध्यान भी रखते हैं। इसके लिए तरह-तरह के उपाय भी आजमाते हैं, जैसे फिजिकल एक्टिविटी करते हैं, दोस्तों संग अच्छा समय बिताते हैं और अपने लिए मी-टाइम भी निकालते हैं। सवाल है, क्या यह सब करते हुए आप खुद को मेंटली फिट मानते हैं? शायद आप इस सवाल का सटीक जवाब न दे सकें। हालांकि, इस संबंध में हम आपकी मदद कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप खुद से कुछ सवाल करें। कौन-से हैं वे सवाल, जानने के लिए लेख को आगे पढ़ें।
क्या फाइनेंस से परेशान होते हैं?
कहते हैं, मानसिक तनाव या परेशानी की सबसे बड़ी वजह फाइनेंस का अस्थिर होना होता है। ऐसे में आप अपनी मेंटल हेल्थ को चैक करने के लिए सबसे पहले खुद से ये सवाल कर सकते हैं कि क्या आप अपने फाइनेंस को लेकर अक्सर परेशान रहते हैं? जब भी अकेले बैठते हैं, क्या आप यही सोचते रहते हैं कि पैसे कहां से आएंगे या किस-किस-उधार लिया है। अगर फाइनेंस से जुड़े किसी भी तरह के सवाल आपको रह-रह कचोटते हैं, तो समझ जाइए कि आपकी मेंटल हेल्थ सही नहीं है।
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क्या हेल्थ को लेकर काफी ज्यादा कॉन्शस हैं?
अपनी मेंटल हेल्थ के बारे में जानने के लिए एक बार खुद से यह सवाल करें कि क्या आपी हेल्थ को लेकर ज्यादा कॉन्शस हैं? अगर इस सवाल का जवाब न मिले, तो एक बार अपने रोजाना के शेड्यूल और लाइफस्टाइल पर गौर करें। कहीं ऐसा तो नहीं है कि फिट रहने के लिए आप बहुत सारी एक्टिविटीज करते हैं, बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं और सेल्फ केयर के नाम पर खुद को ओवर बूस्ट करते रहते हैं। ध्यान रहे, सेल्फ केयर भी एक सीमा तक ही आपके लिए फायदेमंद होती हैं।
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क्या आपके पास अपने लिए समय है?
कुछ लोग इस बात पर हंस देते हैं कि भला अपने लिए समय होने का क्या मतलब होता है? ध्यान रहे, तमाम मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े एक्सपर्ट सबको यही सलाह देते हैं अपने लिए समय निकालना चाहिए। अपने लिए समय निकालने का मतलब है कि खुद के साथ समय बिताना। इस दौरान अपने मन का कुछ करना, खुद से कुछ बातें करना, अपनी दिनचर्या के बारे में सोचना और अपनी हॉबीज को स्पेस देना। अगर आपके पास यह सब करने के लिए पूरे दिन में महज एक घंटा भी नहीं निकलता है, तो ध्यान रखें कि आप मेंटली फिट नहीं हैं, बल्कि काम के प्रेशर से परेशान हैं।
अक्सर पुरानी बातें सोचते हैं
हम अक्सर पुरानी बातें तब सोचते हैं, जब हमें लगता है कि मौजूदा समय में हम खुश नहीं हैं, बल्कि पुराना समय बहुत खुशहाल बीत रहा था। अगर आपके मन में इस तरह के ख्याल रह-रहकर आते हैं, तो समझने की बाते ये है कि आप मानसिक तौर पर सुकून महसूस नहीं करते हैं। जरूरी है कि आप उन बातों को याद करने की कोशिश करें, जो आपको खुश रखती थीं और मौजूदा समय में उन्हीं चीजों को एक बार-फिर अमल में लाएं।
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