लो ब्लड प्रेशर की स्थिति में बॉडी के पार्ट्स में सही तरह से खून की सप्लाई नहीं होती है जिस से स्ट्रोक, हार्ट अटैक और किडनी फेलियर तक होने की संभावना है। आम ज़िन्दगी में, बीपी ज्यादा कम होने पर रोगी बेहोश हो सकता है, नहीं रहने पे उस इंसान के सिर में गंभीर चोट आ सकती है। हाल ही हॉन्ग कॉन्ग के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक प्रोबायोटिक्स से भरपूर फूड्स खाने से ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याएं ठीक होती हैं। इससे हाई बीपी भी नियंत्रित रहता है। आइये जानते हैं।
क्या कहती है स्टडी?
दरअसल, स्टडी के शोधकर्ताओं के मुताबिक प्रोबायोटि्कस से भरपूर फूड्स खाने से गट माइक्रोब्स एक्टिव होते हैं साथ ही साथ गुड बैक्टीरिया भी बढ़ते हैं, जो आंतों के अलावां गट की सूजन को भी कम करने में मदद करते हैं। यह शरीर में हेल्दी बैक्टीरिया को रीस्टोर करते हैं, जिसस ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहने के साथ ही साथ हार्ट पर भी ज्यादा दबाव नहीं पड़ता है, जिससे हार्ट से जुड़ी समस्याओं जैसे हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक और कोरोनरी आर्टरी डिजीज होने का जोखिम काफी हद तक कम होता है।
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दही खाने से ब्लड प्रेशर कैसे कम होता है?
दही खाना सेहत के लिए अन्य तरीकों से फायदेमंद होने के साथ ही हार्ट के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। इसे खाने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है। गुड़गांव के पारस अस्पताल की सीनियर डायटीशियन नेहा पठानिया के मुताबिक दही में पोटैशियम की मात्रा होती है, जो शरीर में सोडियम के स्तर को बैलेंस करता है साथ ही ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। इसके अलावां इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी6 जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को कम करने में मदद करते हैं।
प्रोबायोटिक्स खाने के फायदे
- प्रोबायोटिक्स खाना सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद होता है।
- इसे खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है साथ ही पाचन से जुड़ी समस्याएं जैसे गैस, अपच आदि भी कम होती है।
- प्रोबायोटिक्स खाने से इम्यून सिस्टम पर अच्छा प्रभाव पड़ता है, जिससे इम्यूनिटी भी बढ़ती है।
- गर्मियों के दौरान इसे खाने से पेट ठंडा रहता है।
- इसे खाने से पेट और आंतों में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया भी बढ़ते हैं।