कोरोना वायरस (Cororna Virus) के मामले दिनों दिन आसमान छू रहे हैं। तमाम कोशिशों के बाद भी संक्रमण की दर थमने का नाम नहीं ले रही है। देशभर में 18 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही हैं। ऐसे में लोगों के मन में कोरोना वैक्सीन को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। कुछ लोगों में तो वैक्सीन को लेकर भ्रम है कि वैक्सीन उनके लिए कारगर है भी या नहीं। इस बीच जाने-माने फीजिशियन और कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर के के अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर एलर्जी से ग्रस्त लोगों के लिए वैक्सीन से पहले की जाने वाली तैयारियों के बारे में बताया है। डॉ. केके अग्रवाल कुछ दिनों पहले कोरोना की दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमित हो गए थे, जिसकी जानकारी उन्होंने ट्विट्रर के माध्यम से दी थी। हालांकि अब अनकी तबियत में काफी सुधार है और वे रिकवर हो रहे हैं। आइये जानते हैं एलर्जी होने पर कैसे लगवाएं वैक्सीन।
किसी भी चीज से हो सकती है एलर्जी
डॉ. के.के अग्रवाल द्वारा जारी की गई वीडियो में उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति को किसी भी चीज से एलर्जी (Allergy) हो सकती है। चाहे वह खाने से हो या फिर किसी जानवर से ही क्यों न हो। उन्होंने बताया कि फूड एलर्जी (Food Allergy) है तो वह दाल, सब्जी, मछली आदि से भी हो सकती है। व्यक्ति को डस्ट एलर्जी या अस्थमा भी हो सकता है। साथ ही इंसेक्ट एलर्जी (Insect Allergy) है तो वह कीड़े आदि से हो सकती है। लोगों को दवाइयों से एलर्जी हो सकती है। वहीं कुछ लोगों में जानवरों से भी एलर्जी हो सकती है, जैसे कुत्ते, बिल्ली और घोड़े आदि के बालों से। ऐसे लोगों को प्रिमेडिकेशन (Premedication) की आवश्यक्ता है।
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कैसे करें प्रिमेडिकेशन (How to do Premedication)
डॉ. केके अग्रवाल ने एलर्जी से ग्रस्त लोगों में इनफ एलेक्सिस यानि कॉलेप्स करने की स्थिति से बचने के लिए प्रिमेडिकेशन करने की सलाह दी। प्रिमेडिकेशन करने के लिए उन्होंने वैक्सीन लगवाने से 2 दिन पहले से कुछ दवाइयों की सलाह दी है।
1. मॉंटेलुकास 10 मिलिग्राम (Montelukast 10)
मॉंटेलुकास खासतौर पर अस्थमा के हल्के लक्षणों और कुछ सीजनल एलर्जीस में दी जाने वाली दवाई है। इस दवाई का सेवन करने की सलाह चिकित्सकों द्वारा तब दी जाती है जब छाती में जकड़न, सांस संबंधी समस्या होना या फिर कफ आदि बनने पर इसे खाने की सलाह दी जाती है।
2. एच वन ब्लॉकर लिवोसिट्रीजिन 5 मिलीग्राम (H1 blocker Levocetirizine 5 mg)
यह दवा खासतौर पर शरीर में एलर्जी होने पर दी जाती है। जैसे आंखों में पानी आना, जुकाम की स्थिति में, बार-बार छींक आने पर या फिर नाक मे पानी आने और खुजली आदि होने पर आप इसे डॉक्टर की सलाह के बाद ले सकते हैं।
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3. एच 2 ब्लॉकर फैमोटिडीन (H2 blocker Famotidine 20 mg)
डॉ. अग्रवाल के अनुसार प्रीमेडिकेट करने के लिए आपको यह दवा भी खानी चाहिए। यह दवा खासकर पेट संबंधी विकारों को दूर करने में दी जाती है। यह गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्ल्कस (Gastroesophageal Reflux), हार्ट बर्न (Heart Burn) और एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) आदि को दूर करने के लिए दी जाती हैं। इससे मुंह के छाले आदि की समस्या भी दूर होती हैं।
कितने दिन तक लेनी है दवाई (How Long to Take Vaccine)
डॉ. अग्रवाल के मुताबिक अगर आपको किसी भी चीज से एलर्जी है तो ऐसे में आपको यह दवाइयां लेनी चाहिए। इनकी शुरूआत आपको वैक्सीन लेने से 2 दिन पहले करनी है और वैक्सीन लग जाने के कम से कम 3 दिन बाद तक इन्हें लेते रहना है। यह दवाइयां लेने से आपकी एनाफिलेक्सिस नहीं दबेगी। यदि किन्हीं कारणों से दब जाए तो यह दवाइयां उसे बैलेंस करने में मदद करेंगी।
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ओरल ड्रग्स नहीं करता एनाफिलेक्सिस (Oral Drugs Not Help Alexis)
ओरल ड्रग्स में इस तरह का कोई भी प्रिजर्वेटिव नहीं पाया जाता है, जो आपके एनाफिलेक्सिस को कंट्रोल करे। वहीं बात करें अगर इंजेक्शन की तो उसमें पाए जाने वाला पॉलीसॉर्बेट 80, पॉलीइथनेल ग्लायकॉन आपके लिए कारगर साबित हो सकता है, लेकिन इंजेक्शन के लिए आपको स्क्रैच टेस्ट की आवश्यकता होती है। दरअसल, एनाफिलेक्सिस एक तरह की एलर्जी है, जिसके इलाज में देरी करना आपके लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है। इसे तीव्रग्राहिता के नाम से भी जाना जाता है। इस एलर्जी में आपकी त्वचा में खुजली होती है। इसका इलाज यदि समय पर नहीं कराया जाए तो यह आपके शरीर के अन्य अंगोंं को भी प्रभावित कर सकता है। इस समस्या को ठीक करने में इंजेक्शन अधिक कारगर माने जाते हैं। इस गंभीर एलर्जी के होने से शरीर में ब्लड प्रेशर का स्तर काफी गिर जाता है। यह काफी तेजी से फैलने वाली एलर्जी है, जो कीड़े आदि के काटने से भी हो सकती है।
इस लेख में दी गई जानकारी मशहूर डॉ. केके अग्रवाल द्वारा जारी वीडियो में दी गई है। वैक्सीन लगवाने से पहले अगर आप खद को प्रिमेडिकेट कर रहे हैं तो एक बार अपने चिकित्सक की सलाह जरूर लें उसके बाद ही इस लेख में दी गई दवाओं का सेवन करें।
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