कोरोना से हर कोई बचना चाहता है। इसलिए इससे बचने के लिए हम तरह-तरह के नुस्खों को आजमा रहे हैं। हम में से कई लोग दिन में बार-बार स्टीम, बार-बार काढ़ा पीना, बार-बार स्टीम लेना (Covid-19 and Frequent gargling) जैसे उपाय अपना रहे हैं। ताकि कोरोना से दूर रह (gargle and coronavirus) सकें। इस वजह से कई लोगों की यह धारणा बन चुकी है कि बार-बार स्टीम लेने से और गरारा करने से कोरोना (Home Remedies for Covid-19) बाहर आ जाएगा या फिर खत्म हो जाएगा। क्या इस बात में सच्चाई है? क्या गरारे करने से आप कोरोना को खत्म कर सकते हैं? क्या गरारे (Frequent gargling Side Effects) से कोरोना को बाहर किया जा सकता है? इस बारे में जानने के लिए हमने नोएडा स्थित हीलिंग केयर ईएनटी क्लीनिक के ईएनटी स्पेशलिस्ट (एमबीबीएस एमएस) डॉ अंकुर गुप्ता से बातचीत की। चलिए जानते हैं क्या कहते हैं डॉक्टर अंकुर गुप्ता?
डॉक्टर अंकुर गुप्ता बताते हैं कि सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि हम गरारा करते क्यों है? गरारा करने का मकसद गले में मौजूद गंदगी को साफ करना होता (Frequent gargling Benefits) है। गले के अंदर कंजेशन (जैसे गला खराब होना, गले में सूजन) की वजह से गरारे करने की सलाह दी (Is Mouthwash Killed Coronavirus) जाती है। लेकिन आजकल जो लोग कोरोना (नमक पानी, हल्दी पानी इत्यादि चीजों से गरारा करना) को मारने के मकसद से गरारा कर रहे हैं, उसका कोई साइंटिफिक रिसर्च नहीं हुआ है। डॉक्टर का कहना है कि इस तरह का कोई रिसर्च नहीं हुआ है, जिसमें यह बताया गया है कि हल्दी या फिर नमक के पानी से गरारा करने से कोरोना वायरस मर जाएगा या फिर बाहर आ जाएगा। डॉक्टर बताते हैं कि गरारा (Covid-19) करने का मुख्य मकसद ओरल हाइजीन होती है। गले के अंदर कोई (Gargling Benefits) गंदगी न हो और गले में अगर थोड़ा बहुत सूजन हो, तो उसे कम करने में गरारा फायदेमंद हो सकता है। अगर आपको जुकाम या फिर गला खराब है, तो इन समस्याओं को दूर करने के लिए (Covid-19 Treatment) गरारा कर सकते हैं।
ज्यादा गरारा करने के नुकसान (Frequent gargling Side Effects)
डॉक्टर अंकुर गुप्ता बताते हैं कि इन दिनों अगर आप ज्यादा या फिर स्ट्रॉन्ग गरारा कर रहे हैं, तो इससे आपको कई साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। जैसे-
ब्लड प्रेशर पर पड़ सकता है असर- ब्लड प्रेशर पर पड़ सकता है असर- डॉक्टर का कहना है कि जो लोग इन दिनों नमक के साथ काफी ज्यादा गरारा कर रहे हैं, उनके ब्लड प्रेशर पर असर पड़ सकता है। दरअसल, जो लोग हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी से जूझ रहे हैं। अगर वे लोग नमक के पानी से अधिक गरारा करते हैं, तो कही न कही शरीर में नमक अब्जॉर्ब होने लगता है, जिसके कारण बीपी पर असर पड़ सकता है।
गले में सूजन - डॉक्टर अंकुर का कहना है कि अगर सामान्य व्यक्ति दिन में जरूरत से अधिक गरारा करता है, तो उनके गले में सूजन की समस्या हो सकती है। ऐसे में अधिक गरारा करने से बचें।
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गले में हो सकता है अल्सर - अधिक गर्म पानी से अगर आप गरारा करते हैं, तो आपके गले में अल्सर जैसी समस्या हो सकती है। इसलिए ज्यादा गर्म पानी से गरारा करने से बचें।
गले में रैशेज की हो सकती है परेशानी- अधिक गर्म पानी के बार-बार इस्तेमाल से गले में रैशेज की परेशानी हो सकती है। कुछ लोगों के मुंह में छाले भी हो सकते हैं। क्योंकि बार-बार गर्म पानी के इस्तेमाल से मुंह में रैशेज होने लगता है।
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दिन में कितनी बार करने चाहिए गरारे?
डॉक्टर अंकुर का कहना है कि एक सामान्य व्यक्ति को दिन में 3 बार से ज्यादा गरारा नहीं करना चाहिए। पानी का तापमान ज्यादा न रखें। इससे आपके गले और मुंह में परेशानी हो सकती है। ध्यान रखें कि गरारा करने से कोरोना मरता नहीं है, बल्कि इससे आप सिर्फ अपने ओरल हाइजीन का ख्याल रख रहे हैं। इस तरह का कोई रिसर्च नहीं हुआ है, जिसमें यह बताया गया हो कि गरारा करने से कोरोना को खत्म किया जा सकता है। इसलिए कोरोना खत्म करने के उद्देश्य से गरारा न करें।
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कब करें गरारा
डॉक्टर बताते हैं कि वे अपने मरीजों को खाने के बाद गरारा करने की सलाह देते हैं। दिन में तीन बार ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद गरार करें। आप गरारा नॉर्मल पानी से भी कर सकते हैं। गरारा करने का मुख्य उद्देश्य मुंह में मौजूद खाने के कण को साफ करना होता है।
कैसा गरारा करना होता है बेहतर?
हम में से अधिकतर लोग इन दिनों नमक के पानी से गरारा कर रहे हैं। लेकिन क्या यह एक बेहतर ऑप्शन है? इस बारे में डॉक्टर बताते हैं कि अगर किसी व्यक्ति का गला खराब है, गले में सूजन है, गले में दर्द है, तो ऐसे व्यक्ति को वे पानी में बीटाडीन मिक्स करके गरारा करने की सलाह देते हैं। क्योंकि बीटाडीन एक एंटीबैक्टीरियल दवाई है, जो इंफेक्शन को दूर करने में हमारी मदद करता है। साथ गले की परेशानी से जूझ रहे व्यक्ति को दिन में कई बार गरारा करने की भी सलाह दे सकते हैं। वहीं, अगर कोई नॉर्मल व्यक्ति है, तो उसे हल्के गुनगुने पानी में 1 चुटकी से भी कम नमक डालकर गरारा करने की सलाह दी जा सकती है। ऐसे व्यक्ति दिन में तीन बार (ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर के बाद) से अधिक गरारा न करें। ध्यान रहे कि इससे सिर्फ आप मुंह की गंदगी को साफ कर सकते हैं। नमक का पानी कोरोना को खत्म नहीं कर सकता है। इससे जुड़ी कोई भी स्टडी नहीं हुई है कि नमक का पानी कोरोना को खत्म करेगा।
हल्दी के पानी से गरारा करने की क्या है राय?
डॉक्टर अंकुर का कहना है कि हल्दी का इस्तेमाल प्राचीन काल से ही होता आ रहा है। यह कई एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है। इसलिए कई तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए हल्दी का इस्तेमाल किया जा सकता है। हल्दी के गुणों को हम अनदेखा नहीं कर सकते हैं, लेकिन किसी भी चीज का अति से ज्यादा इस्तेमाल करना नुकसानदेय हो सकता है। इसलिए अगर आप सही मात्रा में हल्दी यूज कर रहे हैं, तो इससे कोई नुकसान नहीं होगा। वहीं, अगर ज्यादा यूज करते हैं, तो इससे नुकसान भी हो सकता है। अगर आप हल्दी यूज कर रहे हैं, तो किसी आयुर्वेदिक हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। ताकि वे आपको इससे जुड़ी सही जानकारी दे सकें।
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10 सेकंड से ज्यादा न रखें मुंह में पानी
डॉक्टर अंकुर बताते हैं कि गरारा करने के दौरान मुंह में पानी को 9 से 10 सेकंड से ज्यादा न रखें। हमेशा हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। ताकि आपका मुंह जले न।
ध्यान रखें कि कोरोना वायरस को कई भी घरेलू नुस्खा खत्म नहीं कर सकता है। अभी तक इससे जुड़ा कोई रिसर्च सामने नहीं आया है। इसलिए कोरोना के हल्के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क करें। घर में खुद का इलाज करने से बचें, ताकि आपको गंभीर परिस्थिति का सामना न करना पड़े।
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