Side Effects Of Food Colours- स्वाद से पहले आपको किसी खाने का रंग और उसकी बनावट आकर्षित करती हैं। यहीं कारण है कि खाने को स्वादिष्ट दिखाने और लोगों को उसकी ओर आकर्षित करने के लिए रेस्ट्रो और ढाबों में फूड्स कलर का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। आज कल घरों में भी लोग अपने खाने को ज्यादा अपीलिंग बनाने के लिए फूड कलर का उपयोग करते हैं। फूड कलर्स आपके खाने को एक परफेक्ट टच दें सकते हैं, लेकिन ये फूड कलर ह्यूमन मेड होते हैं, जिस कारण इसके खाने के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं। गुरुग्राम के मारेंगो एशिया हॉस्पिटल की न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन डॉ. नीति शर्मा (Dr. Neeti Sharma, Senior Consultant in Nutrition & Dietetics at Marengo Asia Hospitals in Gurugram) का कहना है कि, "खाना बनाने के दौरान, स्टोर करने के कारण या लोगों के नजर में खाने को स्वदिष्ट आकर्षित दिखाने के लिए फूड कलर का इस्तेमाल किया जाता है, जो सेहत के लिए हानिकारक है।"
फूड कलर के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं क्या हैं? - How Does Food Colouring Affect Your Health in Hindi?
1. एलर्जी रिएक्शन - Allergic Reactions
डॉ. नीति शर्मा के अनुसार, फूड कलर्स के कारण कई लोगों को एलर्जी की समस्या हो सकती है। कई व्यक्ति कुछ सिंथेटिक या नेचुरल कलर एजेंटों को लेकर सेंसिटिव होते हैं, जिस कारण ऐसे आर्टिफिशिलय कलर वाले फूड्स खाने से उन्हें पित्ती, खुजली जैसे लक्षण या गंभीर मामलों में एनाफिलेक्सिस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
2. बच्चों में अतिसक्रियता - Hyperactivity in Children
आर्टिफिशियल फूड कलर बच्चों के स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। डॉ. नीति शर्मा का कहना है कि पेरेंट्स ज्यादा अट्रैक्टिव करने वाले खाद्य पदर्थों, जिनका रंग गाढ़ा हो या जिनमें फूड कलर मिलने की संभावना हो, बच्चों को खिलाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इनके सेवन से बच्चों में अतिसक्रियता, चिड़चिड़ापन और अनिद्रा जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।
3. गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं - Gastrointestinal Distress
फूड कलर का सेवन कई व्यक्तियों में मतली, ब्लोटिंग और पेट में ऐंठन जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं से जुड़ा है। इसलिए डॉ. नीति शर्मा गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं से पीड़ित व्यक्तियों को फूड कलर वाले खाद्य पदर्थों के सेवन से परहेज करने की सलाह देते हैं।
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4. न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य पर असर - Impact on Neurological Health
न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य समस्याएं अक्सर नर्वस सिस्टम से जुड़ी होती है, जिसमें शरीर में अकड़न, कमजोरी, बैठने और चलने में समस्या और मांसपेशियों में दर्द जैसे कई लक्षण शामिल हैं। डॉ. नीति शर्मा के अनुसार आर्टिफिशियल फूड कलर के ज्यादा सेवन से न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य समस्याओं से जुझ रहे व्यक्तियों की समस्या बढ़ सकती है।
5. कार्सिनोजेनिक से जुड़ी परेशानी - Carcinogenic Concerns
कार्सिनोजेनिक का मतलब होता है, कैंसर पैदा करने वाला। डॉ. नीति शर्मा का कहना है कि कुछ फूड कलर में ऐसी सामग्री मौजूद होती है, जो कैंसर होने का जोखिम बढ़ा सकते हैं।
स्वास्थ्य रहने के लिए जरूरी है कि आप आकर्षित दिखने वाले रंगीन खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करें। इतना ही नहीं पैकेज्ड फूड्स खाने या खरीदने से पहले फूड लेबल को भी ध्यान से पढ़ें, ताकि आर्टिफिशियल फूड्स के कारण होने वाले स्वास्थ्य समस्याओं से आप परहेज कर पाएं और अपने हेल्थ का ध्यान रखें।
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