Peritoneal Cancer: साइलेंट किलर है पेरिटोनियल कैंसर, जानें क्‍या हैं इसके आम लक्षण और जोखिम कारक

पेरिटोनियल कैंसर एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है, जिसके लक्षण अस्पष्ट होते हैं और अक्सर अनिर्धारित हो जाते हैं। आइए यहां जानिए यह कैंसर क्‍या है। 
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Peritoneal Cancer: साइलेंट किलर है पेरिटोनियल कैंसर, जानें क्‍या हैं इसके आम लक्षण और जोखिम कारक


कैंसर का सिर्फ एक ही नहीं, बल्कि सौ से अधिक प्रकार हैं। लेकिन हम केवल उनमें से कुछ ही प्रकार के कैंसर के बारे में जानते हैं, जो आमतौर पर हम सबको देखने या सुनने को मिलते हैं। लेकिन बहुत से दुर्लभ कैंसर भी हैं, जो आम लोगों ने नहीं सुने होंगे। इन्‍हीं में से एक है पेरिटोनियल कैंसर। पेरिटोनियल कैंसर, कैंसर का एक ऐसा कैंसर प्रकार है, जो अन्य कैंसर के रूप में बहुत दुर्लभ है लेकिन समान रूप से जीवन के लिए खतरा है। केवल एक ऑन्कोलॉजिस्ट ही इस तरह के कैंसर के बारे में बता सकते है। इसलिए यहां इल्मीहेल्थ ने डा. प्रमोद कुमार जुल्का के खास बातचीत की है, जो वर्तमान में मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर, लाजपत नगर, में वरिष्ठ निदेशक के रूप में सेवारत हैं। उन्होंने हमें पेरिटोनियल कैंसर क्‍या है, इसके लक्षण, जोखिम कारक और अन्य इससे जुड़ी बातों को बताया है। 

पेरिटोनियल कैंसर क्या है?

पेरिटोनियल कैंसर एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है जो एपिथील्यल सेल्‍स (Epithelial Cells) की परत में विकसित होता है जो कि पेट की भीतरी दीवार को ढकने वाली एक पतली परत है। इन लाइनिंग को 'पेरिटोनियम' कहा जाता है और इसलिए, इस कैंसर को 'पेरिटोनियल कैंसर' नाम दिया गया है। यह लाइनिंग पेट के अंगों जैसे छोटी और बड़ी आंत, मूत्राशय, गर्भाशय और मलाशय की सुरक्षा करता है। पेरिटोनियम लाइनिंग एक चिकनाई द्रव जारी करती है, जो पेट के अंदर अंगों की आवाजाही में मदद करता है। इस कैंसर की उत्तरजीविता दर बहुत खराब है क्योंकि लक्षणों पर अक्सर ध्यान नहीं दिया जाता है और केवल तभी पता लगाया जाता है, जब स्थिति गंभीर हो जाती है और मरीज पेरिटोनियल कैंसर के अंतिम चरण में होता है।

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पेरिटोनियल कैंसर के लक्षण

पेरिटोनियल कैंसर के चेतावनी संकेत और लक्षण के प्रकार और कैंसर के चरण के अनुसार भिन्न होते हैं। इस कैंसर के साथ संबंधित समस्‍याएं यह हैं- पहले चरण में कोई संकेत नहीं होता है, जो व्यक्ति को अंतर्निहित समस्या के खिलाफ चेतावनी दे सकता है। कुछ मामलों में, लक्षण तब तक दिखाई नहीं देते हैं जब तक कि कैंसर अपने अंतिम चरण में नहीं पहुंच जाता है। यहां इसके कुछ संभावित लक्षण हैं:  

  • पेट में दर्द
  • एब्डोमिनल ब्‍लोटिंग
  • श्रोणि क्षेत्र के आसपास दबाव
  • मूत्र में परिवर्तन
  • मल त्याग में परिवर्तन
  • वैजाइनल डिस्‍चार्ज 
  • खट्टी डकार
  • ज्यादा खाए बिना पेट भरा हुआ महसूस करना
  • वजन में अचानक परिवर्त

Peritoneal Cancer Symptoms

कैंसर की प्रगति के साथ, पेट में द्रव इकट्ठा होने लगता है जिसके परिणामस्वरूप ये समस्‍याएं हो सकती है:

  • पेट दर्द
  • थकान
  • उल्टी या मतली
  • सांस फूलना

इसी तरह, यहां कुछ संकेत दिए गए हैं, जो बाद में स्पष्ट हो जाते हैं, जब कैंसर आगे बढ़ गया है:

  • तेज पेट दर्द
  • आंत में ब्‍लॉकेज या पेशाब में रुकावट
  • कुछ भी खाने या पीने में समस्या
  • उल्टी

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Peritoneal Cancer Risk Factor

पेरिटोनियल कैंसर के लिए जोखिम कारक

यह कैंसर महिलाओं में बहुत आम है लेकिन पुरुष भी इस कैंसर के शिकार हो सकते हैं। इस कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है। यहां पेरिटोनियल कैंसर के सभी जोखिम कारकों की सूची दी गई है:

आयु: मध्यम आयु वर्ग और वृद्ध लोगों में इसकी संभावना अधिक होती है।

आनुवांशिकी : यदि आपके परिवार में पेरिटोनियल या ओवरियन कैंसर का इतिहास है, तो आपको इसकी भी संभावना हो सकती है। बेहतर होगा कि आप समय-समय पर खुद जांच करवाएं।

लंबाई और वजन: मोटे और लम्बे लोगों को पेरिटोनियल कैंसर का सबसे अधिक खतरा होता है।

हार्मोन थेरेपी : मेनोपॉज में हार्मोन थेरेपी से गुजरने वाली महिलाओं में भी इस कैंसर की संभावना हो सकती है। 

Peritoneal Cancer Treatment

समय पर इलाज है महत्वपूर्ण 

इस दुर्लभ कैंसर के लक्षण अस्पष्ट हैं, इसलिए प्रारंभिक अवस्था में इसका निदान करना मुश्किल हो जाता है। अधिकांश लोगों को अंतिम चरण में पता चलता है कि उन्हें पेरिटोनियल कैंसर है, जो जीवित रहने की संभावना को कम कर देता है। समय पर निदान स्थिति को टालने का एकमात्र संभव तरीका है और इसके लिए, लोगों स्‍वास्‍थ्‍य में गड़बड़ी होने या फिर एक नियमित हेल्‍थ चेकअप के लिए जाना चाहिए। 

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