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पीरियड्स से जुड़ी ये 5 समस्याएं शरीर में बढ़ती बीमारियों का हो सकती हैं संकेत, जानें एक्सपर्ट से

पीरियड्स से जुड़ी हर समस्या नॉर्मल नहीं होती है। इस दौरान होने वाली कई समस्याएं बीमारियों का संकेत भी होती हैं।
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पीरियड्स से जुड़ी ये 5 समस्याएं शरीर में बढ़ती बीमारियों का हो सकती हैं संकेत, जानें एक्सपर्ट से


Periods Related Issues: पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं हर महिला के लिए अलग-अलग हो सकती हैं। कुछ महिलाओं को पीरियड्स में पेट दर्द ज्यादा होता है, तो कुछ महिलाओं को कमर दर्द की समस्या रहती है। ऐसे में कई महिलाओं को मूड स्विंग्स भी ज्यादा रहते हैं। ये समस्याएं पीरियड्स में होने वाली आम समस्याओं में शामिल होती हैं। लेकिन इस दौरान कुछ समस्याएं ऐसी होती हैं, जो बड़ी बीमारियों से जुड़ी भी हो सकती हैं। अक्सर पीरियड्स के दौरान शरीर में होते बदलावों को हम नॉर्मल समझ लेते हैं। लेकिन ये समस्याएं शरीर में चल रही गड़बड़ी की ओर इशारा करती हैं। पीरियड्स से जुड़ी ऐसी ही कई समस्याओं के बारे में जानकारी देते हुए हार्मोन कोच पूर्णिमा पेरी ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। आइए लेख के माध्यम से जानें इन समस्याओं के बारे में।

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पीरियड्स के दौरान होने वाली इन समस्याओं को न करें नजरअंदाज- Periods Related Health Problems

हैवी फ्लो होना- Heavy Period Flow

अगर आपके पीरियड्स का फ्लो बार-बार बदलता रहता है तो इसे नॉर्मल न समझें। अगर इस दौरान आपको हैवी और थक्केदार ब्लड फ्लो हो रहा है, तो ये कई समस्याओं की ओर इशारा करता है। ये एस्ट्रोजन डोमिनेंस, इंफ्लेमेशन और थायराइड इंबैलेंस होने का संकेत हो सकता है। इसे कंट्रोल रखने के लिए लिवर हेल्थ पर ध्यान देना जरूरी है। साथ ही, डाइट में एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स को शामिल करना भी जरूरी है।

पीरियड्स इर्रेगुलर रहना- Irregular Periods

अगर आपके पीरियड्स मिस हो जाते हैं या इर्रेगुलर रहते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह बॉडी के ओवरस्ट्रेस्ड होने की वजह हो सकता है। इसके अलावा, मेटाबोलिक इंबैलेंस या पीसीओएस और पीसीओडी जैसी समस्याएं भी इसकी वजह हो सकती है। इस समस्या को कंट्रोल रखने के लिए ब्लड शुहर रेगुलेट करना और एड्रनल ग्लैंड को हेल्दी रखना जरूरी है।

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ब्लड का कलर डार्क होना- Periods Color

पीरियड्स ब्लड का कलर बहुत डार्क या लाइट होना शरीर में कई बीमारियों का संकेत है। ये ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी समस्या का कारण हो सकता है। इसके अलावा, हार्मोन्स इंबैलेंस और आयरन की कमी भी इसकी वजह हो सकती है। इस समस्या को कंट्रोल करने के लिए डाइट में आयरन रिच फूड्स एड करें। साथ ही, हार्मोन सर्पोटिंग न्यूट्रिएंट्स को डाइट में शामिल करें।

बहुत ज्यादा थकावट होना- Tiredness

पीरियड्स से पहले और पीरियड्स के दौरान थकावट रहना पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकता है। यह शरीर में थायराइड इंबैलेंस होनो, एड्रनल फेटिग या मिनरल डेफिसिएंसी का कारण भी हो सकता है। इसे कंट्रोल करने के लिए स्ट्रेस मैनेज करें और मिनरल रिच फूड्स डाइट में शामिल करें।

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पीएमएस- PMS

पीरियड्स के दौरान थोड़ा बहुत मूड स्विंग्स होना नॉर्मल है। लेकिन अगर आपको बहुत ज्यादा मूड स्विंग्स रहते हैं या एंग्जाटी और डिप्रेशन होता है, तो यह बीमारियों से जुड़ा हो सकता है। ये न्यूरोट्रांसमीटर इंबैलेंस होने या न्यूट्रिएंट्स डेफिशिएंसी से जुड़ा हो सकता है।

लेख में हमने एक्सपर्ट से जाना पीरियड्स से जुड़ी कौन-सी समस्याएं बीमारियों से जुड़ी हो सकती है।

 

 

 

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