ओमेगा फैटी 3 एसिड को दिल के लिए फायदेमंद माना जाता है। हाल में हुए एक शोध में पाया गया है कि ओमेगा फैटी 3 एसिड की गोलियां लेने से हार्ट अटैक के खतरे को 30% तक कम किया जा सकता है। ये शोध 'द जर्नल ऑफ अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी' में छापा गया है। आमतौर पर ओमेगा फैटी 3 एसिड का सबसे अच्छा स्रोत फिश ऑयल होता है। आइए आपको बताते हैं कितना फायदेमंद है ओमेगा फैटी 3 एसिड।
क्यों फायदेमंद है ओमेगा फैटी 3 एसिड
शोध में पाया गया है कि ओमेगा फैटी 3 एसिड के सेवन से दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। दरअसल ये खास एसिड धमनियों के फैलने में सहायता करता है। इसलिए इसके सेवन से ब्लड सर्कुलेशन धीरे-धीरे बेहतर होने लगता है। इसके अलावा ओमेगा फैटी 3 एसिड एन्जाइम्स फैट को आसानी से शरीर में घुलने में सहायता करते हैं। इससे अधिक चर्बी शरीर में जमा नहीं हो पाती है।
इसे भी पढ़ें:- केरल में मच्छरों द्वारा फैलने वाले दुर्लभ वायरस से 7 साल के बच्चे की मौत, जानें इसके लक्षण और खतरे
जरूरत से ज्यादा सेवन भी है खतरनाक
यूं तो ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन सेहत के लिए काफी लाभदायक होता है लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से कई प्रकार के नुकसान भी हो सकते हैं। यदि रोजाना तीन ग्राम से ज्यादा ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन किया जाए तो ब्लीडिंग होने की आशंका हो जाती है, वहीं इसके अधिक सेवन से हैमोरैजिक (रक्तस्रावी) स्ट्रोक भी हो सकता है। सात ही, इसका अदिक मात्रा में सेवन करने से डायबिटीज से पीड़ित लोगों के शरीर में लो डेनसिटी लिपोप्रोटीन (एलपीएल) कॉलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, जो काफी हानिकारक होता है।
इसे भी पढ़ें:- गोवा सीएम मनोहर पर्रिकर का पैंक्रिटिक कैंसर से जूझते हुए निधन, जानें क्यों खतरनाक है ये रोग
कैप्सूल के बजाय मछली का सेवन करें
अगर दिल के लिए मछली के तेल के कैप्सूल के कुछ फायदे हैं भी, तो वो बहुत कम हैं। कैप्सूल के बजाय अगर आप सीधे फैटी फिश का ही सेवन करते हैं तो उससे आपको ज्यादा लाभ मिलता है क्योंकि इन मछलियों में फैटी-3 एसिड के साथ-साथ अन्य कई पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। सप्ताह में दो बार फैटी फिश के सेवन से आप बहुत सारी बीमारियों से बचे रह सकते हैं।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Articles On Health News in Hindi
Read Next
केरल में मच्छरों द्वारा फैलने वाले दुर्लभ वायरस से 7 साल के बच्चे की मौत, जानें इसके लक्षण और खतरे
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version