Normal Vitamin D Levels By Age: शरीर को ठीक ढंग से काम करने और स्वस्थ रहने के लिए पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा की जरूरत होती है। शरीर को एनर्जी और जरूरी पोषक तत्व आपके भोजन यानी डाइट से मिलते हैं। डाइट में पोषक तत्वों की कमी होने पर आप कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। शरीर को स्वस्थ और फिट बनाए रखने के लिए विटामिंस की भी पर्याप्त मात्रा होनी चाहिए। आज के समय में ज्यादातर लोग शरीर में विटामिन की कमी से जूझ रहे हैं। इनमें से सबसे आम विटामिन है विटामिन डी। विटामिन डी की कमी होने पर आपको कई गंभीर समस्याओं का खतरा बना रहता है। आमतौर पर लोग शरीर में विटामिन डी की कमी के लक्षणों को पहचान नहीं पाते हैं और इसकी वजह गंभीर समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं उम्र के हिसाब से शरीर में विटामिन डी का नॉर्मल लेवल कितना होना चाहिए और इसकी कमी होने पर क्या लक्षण दिखते हैं।
उम्र के हिसाब से शरीर में विटामिन डी की नॉर्मल रेंज क्या है?- Normal Vitamin D Levels By Age in Hindi
इंसान की शारीरिक जरूरत और उम्र के हिसाब से उसे पोषक तत्वों की अलग-अलग मात्रा की जरूरत होती है। विटामिन डी की मात्रा भी हर व्यक्ति में शारीरिक स्थिति और उम्र के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है। लेकिन इसका स्तर नॉर्मल लेवल से कम होना खतरनाक होता है। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लिनिकल डाइटिशियन डॉ. वीडी त्रिपाठी कहते हैं कि, "विटामिन डी शरीर में कैल्शियम के निर्माण से लेकर हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता ठीक रखने में मदद करता है। इसकी कमी होने से शरीर की फंक्शनिंग में भी दिक्कत आती है।" शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर न सिर्फ हड्डियों को बल्कि हार्ट और फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचने का खतरा रहता है।
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शरीर में उम्र के हिसाब से विटामिन डी की नॉर्मल रेंज इस तरह से होनी चाहिए-
शरीर में विटामिन डी की जांच 25- हाइड्रोक्सी से की जाती है। इसके लिए डॉक्टर ब्लड का सैंपल लेते हैं और इस सैंपल की जांच करते हैं। विटामिन डी के स्तर को नैनोमोल्स/लीटर (nmol/L) या नैनोग्राम/मिली लीटर (ng/mL) में मापा जाता है। आमतौर पर वयस्क व्यक्ति के शरीर में विटामिन डी का नॉर्मल रेंज 50 नैनोमोल्स/लीटर से 125 नैनोमोल्स/लीटर के बीच होना चाहिए। उम्र के हिसाब से इसकी रेंज इस तरह से है-
18 साल से अधिक उम्र में विटामिन डी का लेवल
- सामान्य स्तर- 50 नैनोमोल्स/लीटर से 125 नैनोमोल्स/लीटर
- कम स्तर- 30 नैनोमोल्स/लीटर से कम। (12 ng/mL)
- बॉर्डरलाइन- 30 नैनोमोल्स/लीटर से 50 नैनोमोल्स/लीटर (20 ng/mL)
- ज्यादा स्तर- 125 नैनोमोल्स/लीटर से ज्यादा
45 साल की उम्र के बाद विटामिन डी की नॉर्मल रेंज
- सामान्य स्तर- 45 नैनोमोल्स/लीटर से 125 नैनोमोल्स/लीटर
- कम स्तर- 30 नैनोमोल्स/लीटर से कम। (12 ng/mL)
- बॉर्डरलाइन- 30 नैनोमोल्स/लीटर से 50 नैनोमोल्स/लीटर (20 ng/mL)
- ज्यादा स्तर- 125 नैनोमोल्स/लीटर से ज्यादा
विटामिन डी की कमी के लक्षण- Vitamin D Deficiency Symptoms in Hindi
शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर आपको हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी समस्याओं के अलावा सामान्य रूप से कामकाज करने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। विटामिन डी की कमी के मुख्य लक्षण इस तरह से हैं-
- हड्डियों और जोड़ों में दर्द
- हल्की सी चोट लगने पर फ्रैक्चर
- मांसपेशियों में कमजोरी
- चलने-फिरने में दिक्कत
- शरीर में थकान
- बेचैनी और चिड़चिड़ापन
- बालों का झड़ना
- इम्यून सिस्टम कमजोर होना
- पीरियड्स अनियमित होना
सामान्य व्यक्ति को रोजाना 10 माइक्रोग्राम विटामिन डी की जरूरत होती है। इसे पूरा करने के लिए डाइट में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा वाले फूड्स जैसे अंडे, फिश, मशरूम, दूध और इससे बने प्रोडक्ट्स, हरी सब्जियां आदि जरूर शामिल करें। इसके अलावा रोजाना थोड़ी देर धूप में बैठने या टहलने से भी शरीर में विटामिन डी की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।
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