वेट लॉस के लिए न जाने लोग क्या-क्या करते हैं। हाल में के इंटरनेट पर एक नए फिटनेस ट्रेंड के बारे में पढ़ा और वो है फाइबरमैक्सिंग (Fibermaxing)। यह एक तरीका है जिसमें फाइबर का सेवन ज्यादा करके, भूख को कंट्रोल किया जाता है और वेट लॉस करने में मदद मिलती है। पर्याप्त फाइबर का सेवन करने से खाने की क्रेविंग कम होती है, पेट लंबे समय तक भरा रहता है और आप कम कैलोरी का सेवन करते हैं। जो लोग ओवरईटिंग से जूझ रहे हैं, वो फाइबरमैक्सिंग को अपना सकते हैं। इस लेख में जानेंगे फाइबरमैक्सिंग के फायदे, नुकसान, प्रक्रिया और अन्य जानकारी। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
क्या है फाइबरमैक्सिंग?- What is Fibermaxing
फाइबरमैक्सिंग का मतलब है अपने खाने में हाई-फाइबर फूड्स को शामिल करना। इससे डेली फाइबर इंटेक बढ़ती है। फाइबर फूड्स का सेवन करने से वेट लॉस में मदद मिलती है, शरीर को एनर्जी मिलती है और डाइजेशन बेहतर होता है। फाइबर रिच फूड्स जैसे- सलाद, फल, सब्जियां, बीन्स, साबुत अनाज वगैरह को आप अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
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क्या फाइबरमैक्सिंग से वजन घटता है?- Do Fibermaxing Helps in Weight Loss
- हां, फाइबरमैक्सिंग (Fibermaxing) से वजन घटाने में मदद मिलती है। फाइबर का सेवन करने से वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके कई कारण हैं-
- फाइबर का सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करता है और बार-बार खाने की जरूरत महसूस नहीं होती।
- फाइबरमैक्सिंग की मदद से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है।
- फाइबर का सेवन करने से डाइजेशन बेहतर होता है, मेटाबॉलिज्म तेज होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है।
- फाइबर रिच फूड्स का सेवन करने से पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है और ओवरईटिंग से बचाव किया जा सकता है।
सेहत के लिए फाइबरमैक्सिंग के फायदे- Benefits of Fibermaxing For Health
- फाइबर का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा घटती है और हार्ट डिजीज का खतरा भी कम हो जाता है।
- फाइबर का सेवन करने से गट हेल्थ बेहतर होती है और इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
- बॉडी ही नहीं, बल्कि फाइबर रिच फूड्स का सेवन करने से मुंहासे और दाग-धब्बे दूर होते हैं।
- फाइबर इंटेक से ओवरईटिंग नहीं होती और वेट लॉस में मदद मिलती है।
- फाइबर का सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर होती है और शरीर के टॉक्सिन्स शरीर के बाहर निकल जाते हैं।
सेहत के लिए फाइबरमैक्सिंग के नुकसान- Side Effects of Fibermaxing
- फाइबरमैक्सिंग के कारण पेट में गैस और ब्लोटिंग की समस्या होती है।
- अगर शरीर में पानी की कमी है और आप ज्यादा फाइबर का सेवन करेंगे, तो डायरिया की समस्या हो सकती है।
- बहुत ज्यादा फाइबर का सेवन करने से आंतों में ब्लॉकेज हो सकता है।
- ज्यादा फाइबर लेने से दवाओं का असर कम हो सकता है।
फाइबरमैक्सिंग की प्रक्रिया- Process of Fibermaxing
फाइबरमैक्सिंग (Fibermaxing) एक तरह का डाइट ट्रेंड है जिसमें खाने में फाइबर की मात्रा को बढ़ाया जाता है ताकि व्यक्ति कम कैलोरी का सेवन करें और उसका पेट देर तक भरा रहे। फाइबरमैक्सिंग की प्रक्रिया इस प्रकार है-
- हाई-फाइबर फूड्स को चुना जाता है। जैसे साबुत अनाज (ओट्स, ब्राउन राइस), दालें, बीन्स, फल (सेब, पपीता) और सब्जियां शामिल की जाती हैं।
- प्रोसेस्ड फूड, सफेद ब्रेड, मैदा और शुगर वाले फूड्स को कम किया जाता है।
- हर खाने में 5-10 ग्राम फाइबर जोड़ा जाता है। ने का लक्ष्य होता है। जैसे, दाल-चावल के साथ सलाद या रोटी के साथ सब्जी और चटनी।
- फाइबर के साथ पर्याप्त पानी पीना जरूरी होता है ताकि कब्ज न हो।
- शुरुआत में शरीर को फाइबर की आदत डालने के लिए धीरे-धीरे मात्रा बढ़ाई जाती है।
- प्रोबायोटिक फूड्स (जैसे दही) भी साथ में लिए जाते हैं ताकि डाइजेशन खराब न हो।
हाई फाइबर फूड्स कौन से हैं?- High Fiber Foods
- ग्रेन्स: ओट्स, साबुत अनाज, राजमा, अरहर दाल, राजमा, चना
- सीड्स: कद्दू के बीज, चिया सीड्स, अलसी के बीज
- सब्जियां: पालक, मेथी, ब्रोकली, गाजर
- फल: केला, नाशपाती, सेब
किन लोगों को हाई फाइबर डाइट नहीं लेनी चाहिए?
हाई फाइबर डाइट आमतौर पर पाचन सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह हानिकारक साबित हो सकती है-
- इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) वाले लोग
- हाल ही में सर्जरी करवाने वाले लोग
- क्रॉनिक डायरिया से जूझ रहे लोग
- छोटे बच्चे और बुजुर्ग जिनकी पाचन क्षमता कम होती है
- किडनी स्टोन के मरीज
फाइबरमैक्सिंग में हाई फाइबर डाइट ली जाती है, इससे वजन कम करने में मदद मिलती है और पाचन बेहतर होता है। लेकिन निरंतर वजन घटाने के लिए आपको फाइबर के साथ प्रोटीन, कैल्शियम, हेल्दी फैट्स का सेवन भी करना चाहिए।
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FAQ
क्या है फाइबरमैक्सिंग?
फाइबरमैक्सिंग एक डाइट ट्रेंड है जिसमें हाई फाइबर डाइट का सेवन किया जाता है ताकि वजन कम हो जाए, डाइजेशन बेहतर हो और गट हेल्थ इंप्रूव हो।हाई फाइबर फूड्स कौन से हैं?
हाई फाइबर फूड्स की बात करें, तो ओट्स, साबुत अनाज , राजमा, दाल, चना, चिया सीड्स, अलसी के बीज, कद्दू के बीज, पालक, मेथी, सेब, नाशपाती वगैरह का सेवन कर सकते हैं।हाई फाइबर डाइट के फायदे क्या हैं?
हाई फाइबर डाइट लेने से डायबिटीज कंट्रोल होती है, हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है, वेट लॉस करने में मदद मिलती है और डाइजेशन बेहतर होता है। लेकिन पानी की कमी के साथ हाई फाइबर डाइट लेने से डाइजेशन बिगड़ भी सकता है।