ब्रेस्ट साइज ना केवल महिला की सुंदरता को प्रभावित कर सकते हैं बल्कि इससे उनके शरीर की बनावट पर भी प्रभाव पड़ सकता है। आमतौर पर महिलाओं का बेस्ट साइज एक दूसरे से अलग होता है। ऐसे में यह कहना सही नहीं कि एक महिला का बेस्ट साइज कितना होना चाहिए। अपने ब्रेस्ट साइज से जुड़े ना जानें कितने मिथक हैं, जिन पर महिलाएं यकीन कर लेती हैं लेकिन इससे वे खुद को भी नुकसान पहुंचा सकती हैं। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि ब्रेस्ट साइज से जुड़ें मिथक और सच्चाई क्या हैं। साथ ही इससे जुड़ें कुछ सवालों के जबाव भी जानेंगे। इसके लिए हमने क्लाउडनाइन हॉस्पिटल, गुरुग्राम सीनियर कंसलटेंट डॉ रितु सेठीसे भी बात की है। पढ़ते हैं आगे...
ब्रेस्ट साइज से जुड़े मिथक और सच्चाई – (Myths & fact related to breast size)
ब्रेस्ट साइज से संबंधित मिथक और सच्चाई निम्न हैं-
1 - ब्रेस्ट को प्रेस करने से साइज बढ़ता है
ये मिथक हैं। कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जो फीजिकल रिलेशन के दौरान ब्रेस्ट प्रेस करने से मना करती हैं। उन्हें ये डर होता है कि ब्रेस्ट प्रेस से आकार में वृद्धि हो सकती है। लेकिन बता दें कि ना तो इस पर कोई वैज्ञानिक रिसर्च है और ना ही डॉक्टर इसे सच मानते हैं।
2 - ब्रेस्ट की मसाज करने से ब्रेस्ट साइज पर प्रभाव पड़ता है
ये मिथक नहीं है। महिलाओं को लगता है कि अगर वे ब्रेस्ट की मसाज करते हैं तो इससे उनके आकार पर प्रभाव पड़ता है और वे बढ़ सकते हैं। साथ ही इसके कारण बताया जाता है मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह तेज होना। लेकिन आपको बता दें कि इससे इस बात पर कोई वैज्ञानिक तर्क मौजूद नहीं है।
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3 - शादी के बाद जरूर बढ़ता है ब्रेस्ट साइज
ये मिथक है। बता दें कि जरूरी नहीं कि हर महिला का ब्रेस्ट साइज शादी के बाद बढ़ें। लेकिन हां, जो महिलाएं शादी के कुछ समय बाद ही गर्भ धारण कर लेती हैं तो हार्मोंस में परिवर्तन के कारण स्तनों का आकार में परिवर्तन आ सकता है और वे बढ़ सकते हैं।
4 - ब्रेस्ट को प्रेस करने से साइज बढ़ता है
ये मिथक हैं। कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जो फीजिकल रिलेशन के दौरान ब्रेस्ट प्रेस करने से मना करती हैं। उन्हें ये डर होता है कि ब्रेस्ट प्रेस से आकार में वृद्धि हो सकती है। लेकिन बता दें कि ना तो इस पर कोई वैज्ञानिक रिसर्च है और ना ही डॉक्टर इसे सच मानते हैं।
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5 - ब्रेस्टफीडिंग के दौरान स्तनों का आकार बढ़ सकता है
ये मिथक है। बता दें कि प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं का वजन बढ़ता है, जिसके कारण ब्रेस्ट साइज पर भी प्रभाव पड़ सकता है। वहीं, डिलेवरी के बाद जब महिलाओं का वजन कम होता है तो ब्रेस्ट साइज पर भी खुद कम हो हो जाता है।
6 - पेट के बल सोने से ब्रेस्ट साइज कम होता है
ये मिथक है। बता दें कि पेट के बल सोने से बेस्ट साइज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। बता दें कि स्तनों का छोटा होना उनके उनके शारीरिक विकास और हार्मोन पर डिपेंड करता है। ऐसे में इस बात में कोई सच्चाई नहीं है।
नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि कुछ ऐसे मिथक हैं जिन्हें महिलाएं सच मान लेती हैं। ऐसे में उन मिथक के बारे में जरूर पता होना चाहिए। इससे अलग महिलाओं को यदि अपने ब्रेस्ट साइज में बदलाव महसूस हो रहा है तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
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