Facts About Vitamins And Minerals: स्वस्थ रहने के लिए डाइट में पर्याप्त रूप से विटामिन्स और मिनरल्स होना बहुत जरूरी है। अगर आपके शरीर को विटामिन्स और मिनरल्स की पर्याप्त मात्रा नहीं मिलती, तो आपको बीमारियों का खतरा हो सकता है। आपने विटामिन्स और मिनरल्स से जुड़े कई मिथक के बारे में बचपन से सुना होगा, जैसे कि विटामिन्स न लेने से शरीर में कमजोरी आ सकती है या हमें मिनरल्स की ज्यादा जरूरत होती है। लेकिन क्या यह सभी चीजें सच है या महज मिथक है। चलिए इस लेख के माध्यम से जानें विटामिन्स और मिनरल्स से जुड़े ऐसे ही कुछ मिथक की सच्चाई।
विटामिन्स और मिनरल्स से जुड़े मिथक- Myths And Facts About Vitamin And Mineral
मिथक- विटामिन-सी सिर्फ खट्टे फलों में पाया जाता है
विटामिन-सी एक आवश्यक विटामिन है, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए जरूरी है। लेकिन अधिकतर लोग मानते हैं कि केवल खट्टे खाद्य पदार्थो जैसे कि संतरे, मौसमी, नींबू या आंवला में ही विटामिन-सी पाया जाता है। जबकि ऐसा नहीं है, क्योंकि अन्य खाद्य पदार्थ जैसे कि अमरूद, चिल्ली पेपर, पपीता और शिमला मिर्च में भी भरपूर विटामिन-सी पाया जाता है।
मिथक- हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए सिर्फ कैल्शियम जरूरी है
बचपन से हमने सुना होता है कि हड्डियां मजबूत करनी है, तो दूध जरूर पीना चाहिए। इसलिए हम जबरदस्ती दूध जरूरी पीते थे, क्योंकि हमें लगता था कि हड्डियों को मजबूत करने के लिए केवल दूध काफी है। जबकि हड्डियों को मजबूत करने के लिए केवल कैल्शियम काफी नहीं है। इसके साथ ही मैग्नीशियम, जिंक और कॉपर भी बोन हेल्थ मेंटेन करने में मदद करते हैं।
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मिथक- आयरन सबसे ज्यादा पालक में पाया जाता है
आयरन हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक मिनरल है, जिसकी कमी से शरीर में खून की कमी हो सकती है। यह एनिमिया होने का मुख्य कारण हो सकता है। अधिकतर लोग मानते ही कि पालक के सेवन से शरीर में आयरन की कमी पूरी हो सकती है। जबकि 100 ग्राम पालक में केवल 3.6 ग्राम आयरन होता है। इसके सेवन से शरीर को पर्याप्त आयरन नहीं मिल सकता है। इसलिए अपनी डाइट में सोयाबीन, छोले और आयरन के अन्य खाद्य पदार्थ भी जरूर शामिल करें।
मिथक- फोलेट की सबसे ज्यादा जरूरत प्रेग्नेंसी में होती है
प्रेग्नेंसी में फोलेट एक आवश्यक मिनरल माना जाता है। यह बच्चे और मां दोनों की सेहत के लिए जरूरी है। लेकिन इसकी आवश्यकता हर उम्र में होती है। यह रेड ब्लड सेल्स के प्रोडक्शन के लिए जरूरी है। इसलिए डेली डाइट में इसकी आवश्यक मात्रा होनी जरूरी है।
अगर आप भी आज तक ऐसे ही मिथक पर भरोसा करते आए हैं, तो इन्हें मानने से पहले इनके बारे में जरूर जानें। इस लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है, इस बारे में ज्यादा जानने के लिए एक्सपर्ट से संपर्क जरूर करें। अगर आपको इस लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।
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