World Hand Hygiene Day: हाथों की हाइजीन से जुड़े इन 5 मिथकों पर अकसर लोग कर लेते हैं भरोसा, जानें इनकी सच्चाई

Myths And Facts About Handwashing In Hindi: हाथ की सफाई हमारे ओवर ऑल हेल्थ के लिए जरूरी है। ऐसा करने से बीमारी का रिस्क कम होता है।
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World Hand Hygiene Day: हाथों की हाइजीन से जुड़े इन 5 मिथकों पर अकसर लोग कर लेते हैं भरोसा, जानें इनकी सच्चाई


Myths And Facts About Handwashing In Hindi: हाथ की स्वच्छतो को हमारे यहां खास महत्व दिया गया है। कहते हैं कि अगर हाथ साफ न हो, तो बीमार पड़ने का रिस्क बहुत ज्यादा होता है। यही कारण है कि तमाम विशेषज्ञ बार-बार यही सलाह देते हैं कि बार-बार हाथ धोते रहें। असल में, हमारे हाथ दिन भर में बहुत सारी चीजों को हाथ लगाते हैं। ऐसे में हाथों में तरह-तरह के जर्म्स चिपकते हैं। इसी हाथ को अगर हम अपने चेहरे पर लगाएं या गंदे हाथ से कुछ खा लें, तो जर्म्स हमारे पेट में जा सकते हैं, जिससे इंफेक्शन या कोई अन्य बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हाथ धोना (Hath Dhona Kyon Jaruri Hai) या हाथ कई सफाई हमारे स्वास्थ्य के लिए कितनी अहम हो। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पूरी दुनिया में हर साल 5 मई को वर्ल्ड हैंड हाइजीन डे सेलिब्रेट किया जाता है। ऐसे में हमारी भी जिम्मेदारी बनती है कि हम हाथों की स्वच्छात के प्रति जागरूक हों, ताकि बीमारी का रिस्क कम हो सकें। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि कई बार लोग हैंड हाइजीन से जुड़ी कुछ ऐसी बातों पर यकीन कर बैठते हैं, जो पूरी तरह मिथक हैं। यहां हम आपको कुछ ऐसी ही बातों के बारे में बता रहे हैं। आइए, जानते हैं इन मिथकों के फैक्ट्स के बारे में।

हाथ की हाइजीन से जुड़े 5 मिथक और उनकी सच्चाई- Myths And Facts About Handwashing In Hindi

Myths And Facts About Handwashing In Hindi

मिथकः हाथों को धोने के बजाय सैनिटाइज करना ज्यादा लाभकारी होता है

सच्चाई: जब से कोविड-19 आया है, तभी से लोग हाथों को धोने के बाद सैनिटाइर भी करना शुरू कर दिया था। यही नहीं, घर से बाहर आने-जाने, किसी चीज को हाथ लगाने, किसी से हाथ मिलाने के बाद भी लोग हैंड सैनिटाइज करते थे। हालांकि, सैनिटाइज करना अच्छी बात है। लेकिन, सैनिटाइज करने से सिर्फ जर्म्स मरते हैं। कई बार, हाथ में ऐसी गंदनी या चिकनाई होती है, जो सिर्फ और सिर्फ हैंड वॉश की मदद से दूर हो सकते हैं।

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मिथकः हाथों में साबुन लगाने के बाद लंबे समय तक रगड़ने की जरूरत नहीं होती है

सच्चाई: विशेषज्ञों की मानें, तो आप कितनी समय तक हाथ धो रहे हैं, यह बात बहुत मायने रखती है। आपको चाहिए कि कम से कम 20 सेकेंड या इससे ज्यादा समय तक हाथों को साबुन से रगड़ें। ऐसा इसलिए क्योंकि हाथ में लगे जर्म्स या बैक्टीरिया को खत्म होने में कम से कम 20 सेकेंड का समय लग सकता है।

मिथकः सादे पानी से हाथ धोने से ही जर्म्स या बैक्टीरिया मर जाते हैं

सच्चाई: हाथ को हमेशा हैंड वॉश या साबुन से धोना चाहिए। खासकर, एंटी-बैक्टीरियल सोप हाथ के लिए ज्यादा अच्छे होते हैं। सिर्फ सादे पानी से धोने से न तो हाथ के बैक्टीरिया और जर्म्स खत्म होते हैं। इसके उलट, अगर बैक्टीरिया को ग्रो करने का बेहतर एन्वायरमेंट मिल जाता है।

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मिथकः गर्म पानी से हैंड वॉश करने से हाथ ज्यादा साफ होते हैं

सच्चाईः यह सच है कि गर्म पानी से नहाने, चेहरा धोने या हाथ धोने से रिलैक्सिंग फील होता है। लेकिन, गर्म पानी से जर्म्स नहीं मरते हैं। सीडीसीस की मानें, तो पानी अपने आप में किसी भी बैक्टीरिया को मारने के लिए जिम्मेदार नहीं होता है। आपको चाहिए कि बैक्टीरिया को मारने के लिए एंटी-बैक्टीरियल सोप या हैंड वॉश का यूज करें।

मिथकः हाथों में ग्लव्स पहनने पर बार-बार हैंड करने की जरूरत नहीं पड़ती

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सच्चाईः अगर आप ऐसे फील्ड से जुड़े हैं, जहां ग्लव्स पहनकर काम करना पड़ता है। इसके बावजूद, आप यह न सोचें कि आपको बार-बार हाथ धोने की जरूरत नहीं रह जाती है। इसके उलट, अगर आप ग्लव्स पहनकर काम करते हैं, तो जितनी बार ग्लव्स उतारते हैं, उतनी बार हैंड वॉश करें। हैंड हाइजनी के लिए यह जरूरी है।

All Image Credit: Freepik

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