Poisonous Vegetables Grown Near Yamuna River: सब्जी मंडी हो या लोकल मार्केट, हार जगह बिन रही हरी सब्जियां सबका ध्यान अपनी ओर खींचती हैं। मार्केट में सब्जी खरीदने गए लोग भी ताजी और हरी सब्जियों को सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। राजधानी दिल्ली में यमुना नदी के तट पर बड़े पैमाने पर सब्जियों की खेती की जाती है। यमुना नदी के किनारे खादर के इलाके में कई तरह के सब्जियों की खेती होती है। कुछ जगहों पर किसानों की जमीनें हैं और वहां पर सैकड़ों सालों से खेती हो रही है। लेकिन कुछ जगहों पर अनाधिकृत रूप से भी सब्जियों की खेती होती है। बीते कई सालों से सब्जियों की खेती यमुना के आसपास मौजूद खाली जगहों पर होती है। इन सब्जियों को अलग-अलग मार्केट और मंडियों में बेचा जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यमुना किनारे उगाई जाने वाली ताजी और हरी सब्जियों में कई ऐसे खतरनाक तत्व पाए गए हैं, जो सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं?
यमुना बैंक पर उग रही सब्जियों की जांच में मिले हैवी मेटल- Heavy Metals Found in Vegetables Grown Near Yamuna River
ओनलीमायहेल्थ की नई मुहिम ओनलीमायहेल्थ हाइपरलोकल (OMH Hyperlocal) के तहत हम यमुना बैंक के किनारे उग रही सब्जियों की सच्चाई आपके सामने लेकर आ रहे हैं। यमुना बैंक और आसपास के खादर वाले इलाके में उग रही सब्जियों में हानिकारक केमिकल, हैवी मेटल और जहरीले पदार्थ होने की सूचना मिलने पर हमने ग्राउंड जीरो पर जाकर इसके बारे में समझने की कोशिश की। सबसे पहले हम यमुना किनारे बने खेतों में पहुंचे जहां पर बड़े पैमाने में हरी सब्जियां जैसे- पालक, मूली, बीन्स, तरोई, भिंडी, धनिया, गोभी समेत तमाम चीजों की खेती होती है।
इसे भी पढ़ें: OMH HyperLocal: ओनलीमायहेल्थ की नई मुहिम, ग्राउंड कवरेज के माध्यम से हेल्थ के मुद्दों को उठाने की कोशिश
वहां पर जाकर किसानों से खेती के बारे में पूछने पर पता चला कि लंबे समय से ही यमुना नदी के तट पर खेती होती आ रही है। यमुना किनारे उग रही इन सब्जियों में हानिकारक तत्वों की जांच के लिए हमने किसानों से कुछ सब्जियों के सैंपल भी लिए। इन सैंपल को लैब में जांच के लिए भेजा गया। लैब की जांच के बाद रिपोर्ट में जो चीजें निकालकर सामने आईं वह चौंकाने वाली हैं।
सब्जियों के सैंपल में मिले ये खतरनाक तत्व
हमने लैब में यमुना किनारे उगाए जा रहे मूली और पालक जैसी सब्जियों की टेस्टिंग कराई। मूली के सैंपल की टेस्टिंग में लेड, कैडमियम और निकल जैसे हैवी मेटल की पुष्टि हुई। ठीक इसी तरह पालक के सैम्पले में भी लेड (Pb), कैडमियम (Cd) और निकल (Ni) जैसे खतरनाक हैवी मेटल की मात्रा सामान्य से ज्यादा मिली। आप लैब की रिपोर्ट यहां देख सकते हैं-
दरअसल, यमुना नदी के प्रदूषण की बात दुनियाभर को पता है। वैज्ञानिक कहते हैं पानी प्रदूषित होने के कारण यमुना के आसपास की मिट्टी में भी प्रदूषण बढ़ा है। प्रदूषित मिट्टी पर सब्जियों की खेती की जाती है। इसके अलावा यमुना नदी के पानी से ही इन सब्जियों की सिंचाई भी होती है। यमुना के कुछ किलोमीटर दूर तक जमीन से निकलने वाले पानी में भी प्रदूषित तत्वों की मात्रा है।
इसे भी पढ़ें: टेस्ट रिपोर्ट नॉर्मल आने पर भी शरीर में दिखें ये 7 संकेत, तो समझ जाएं स्वस्थ नहीं हैं आप
ऐसे में किसानों द्वारा प्रदूषित मिट्टी पर खेती, दूषित जल से सब्जियों की सिंचाई और यमुना नदी के पानी से ही सब्जियों की धुलाई होती है। इसके कारण हरी और ताजी दिखने वाली चमकदार सब्जियां हानिकारक तत्वों के संपर्क में आ जाती हैं। इन हानिकारक तत्वों से युक्त सब्जियों का सेवन शरीर को गंभीर रूप से बीमार कर सकता है। इसका सेवन शरीर में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का कारण भी बन सकता है।
आपकी सेहत को मद्देनजर रखते हुए हमने इस मुद्दे को बड़े स्तर पर उठाने का फैसला किया है। इस गंभीर समस्या पर बात न करने की वजह से लाखों लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। सरकार और सिस्टम को चाहिए कि प्रदूषित सब्जियों की खेती का कोई स्थाई समाधान ढूंढे। हम इस मुद्दे को लेकर आगे भी कई विस्तृत रिपोर्ट आप तक पहुंचाएंगे। ग्राउंड जीरो से आपकी सेहत को प्रभावित करने वाली ऐसी ही रिपोर्ट और जानकारी को पढ़ने के लिए विजिट करते रहें Onlymyhealth.com.