Introducing OMH Hyperlocal: 'हेल्थ इज वेल्थ' या 'स्वास्थ्य है तो जहान है' जैसी कहावतें तो लोग बचपन से सुनते या रहे हैं। लेकिन जब बात स्वास्थ्य को लेकर जागरूक होने की आती है, तो लोगों में जानकारी की कमी सबसे पहले सामने आती है। स्वास्थ्य सिर्फ व्यक्ति के शरीर तक ही सीमित नहीं है। स्वास्थ्य को व्यापक दृष्टिकोण से देखने की जरूरत है। आप जो खाते हैं, जो पहनते हैं और जिन चीजों का रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल करते हैं, उनका सीधा प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर पड़ता है। कई बार सेहत को लेकर लोग लिंग, उम्र और समुदायों तक ही सीमित रह जाते हैं। स्वास्थ्य के प्रति ऐसी सोच और उदासीनता भी गंभीर रूप से लोगों को प्रभावित करती है।
जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य को लेकर आवाज उठाने वाले लोगों की कमी और सीमित जानकारी के कारण, इससे जुड़ी जागरूकता भी सीमित रह गई है। ग्राउंड जीरो पर उतरकर स्वास्थ्य और इससे जुड़े विषयों की पड़ताल करने पर तमाम चौंकाने वाले तथ्य सामने आते हैं। जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां हों या जमीन पर उगने वाली चीजों में मिलावट की बात, जब तक इसको लेकर लोगों में जागरूकता नहीं फैलती लोग बीमारी और विषाक्त पदार्थों की चपेट में आते रहेंगे। इन्हीं मुद्दों को ध्यान में रखते हुए ओनलीमायहेल्थ ने एक नई मुहिम शुरू की है, जिसका नाम है ओनलीमायहेल्थ हाइपरलोकल (OMH Hyperlocal)। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, Onlymyhealth की इस नई मुहिम के बारे में।
ओनलीमायहेल्थ हाइपरलोकल क्या है?- What is OMH Hyperlocal in Hindi
OMH Hyperlocal हमारी एक नई मुहिम है, जिसके तहत स्वास्थ्य से जुड़ी ग्राउंड जीरो से रिपोर्ट के साथ तमाम उन मुद्दों पर खबरें होंगी, जो अक्सर मुख्यधारा से छूट जाती हैं। कम्यूनिटी को सशक्त बनाने और स्वास्थ्य के प्रति आखिरी व्यक्ति तक सटीक और सही जानकारी पहुंचाने के उद्देश्य से इसकी शुरुआत की गई है।
OMH Hyperlocal के तहत ग्राउंड जीरो से इन विषयों पर आपको मिलेंगी तथ्यपूर्ण, सटीक और सही जानकारी-
- सरकार की स्वास्थ्य से जुड़ी पॉलिसी, कानून और योजनाओं पर जागरूकता और कमी के मुद्दे से जुड़ी रिपोर्ट्स
- कम्यूनिटी को बड़े स्तर पर प्रभावित करने वाले मुद्दों पर रिपोर्ट
- क्षेत्रीय स्तर पर स्वास्थ्य देखभाल से जुड़ी चुनौतियों और अवसर पर जानकारी
- सामान्य चिकित्सा प्रक्रियाओं की रियल टाइम रिपोर्टिंग
- बीमारियों और सामान्य चिकित्सा स्थितियों पर राज्य-वार डेटा
इस मुहिम के तहत हमारी टीम सरकारी तंत्रों के साथ पॉलिसी मेकर्स, विशेषज्ञों, गैर सरकारी संगठनों, अस्पताल, चिकित्सकों और स्थानीय लोगों से मिलकर रिपोर्ट्स तैयार करेगी।
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OMH Hyperlocal की पहली स्टोरी क्या है?
OMH Hyperlocal की शुरुआत देश के दिल राजधानी दिल्ली से हो रही है। राजधानी दिल्ली में यमुना नदी के किनारों पर बड़े पैमाने में कृषि और गैर कृषि योग्य जमीनें हैं। इन जमीनों पर बड़े पैमाने पर सब्जियों की खेती की जाती है। यमुना नदी के किनारे उगाई जाने वाली सब्जियों में विषाक्त पदार्थ होने की जानकारी सामने आई है। नदी के दूषित जल से फसलों की सिंचाई और धुलाई करने से सब्जियों में हानिकारक केमिकल और कई गंभीर विषाक्त पदार्थ मिल जाते हैं। इन विषाक्त पदार्थों से युक्त सब्जियों का सेवन सेहत पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।
2023 में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड एप्लाइड साइंसेज द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, मानवीय गतिविधियों के कारण यमुना अत्यधिक प्रदूषित हो गई है, देश का लगभग 80% शहरी कचरा सीधे यमुना जैसी नदियों में प्रवेश कर रहा है। इनमें से कई जल निकाय इतने प्रदूषित हैं कि वे स्नान के लिए सुरक्षित स्तर से भी अधिक हैं। इस प्रदूषण ने पानी को न केवल मनुष्यों के लिए बल्कि जानवरों, पक्षियों और मछलियों के लिए भी असुरक्षित बना दिया है। इन मुद्दों को ध्यान में रखते हुए हमने यमुना नदी के किनारों पर बने खेतों में पहुंचकर किसानों से बातचीत की। किसानों से बातचीत के बाद सब्जियों और पानी का सैंपल एक्स्पर्ट्स की देखरेख में जांच के लिए भेजा गया है।
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इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या सब्जियों में जहरीले पदार्थ हैं और उनका स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है, इस मुद्दे को रोकने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं या किए गए हैं, और ऐसी सब्जियों के प्रभाव को कम करने के लिए लोग व्यक्तिगत स्तर पर क्या कर सकते हैं। ओनलीमायहेल्थ टीम जल्द ही इसपर एक विस्तृत रिपोर्ट आपके सामने लेकर आएगी।
OMH HyperLocal: यमुना किनारे उगाई जा रही सब्जियों की जांच में मिले हैवी मेटल, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
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