घर में जब नवजात का जन्म होता है तो पेरेंट्स और परिवार के सभी लोग उसकी देखभाल के लिए 24 घंटे तैयार रहते हैं। शुरुआत के तीन महीनों में नवजात की देखभाल करना चुनौतीपूर्ण होता है और इस दौरान कई लोग शिशु की देखभाल से जुड़े अलग-अलग टिप्स देने लगते हैं, जिन पर विश्वास करना नवजात की सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। खासकर, लोग सबसे ज्यादा नवजात बच्चों की मालिश पर जोर देते हैं और इसको लेकर कई मिथक भी हैं, जिनको जानना पेरेंट्स के लिए बेहद जरूरी होता है। हाल ही में सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर और पीडियाट्रिशन डॉ. माधवी भारद्वाज (Dr Madhavi Bharadwaj) ने शिशु की मालिश को लेकर फैले कुछ मिथकों की सच्चाई बताई है।
शिशु की मालिश को लेकर फैले मिथकों की सच्चाई - The Truth Behind The Myths Spread About Baby Massage
1. मिथक- मालिश से शिशु के नाक की शेप अच्छी होती है?
डॉक्टर ने बताया कि कई लोगों का मानना है कि मालिश करते हुए शिशु की नाक को ऊपर की ओर खींचने से नाक की शेप में बदलाव होता है। इस मिथक को सच मानते हुए कई पेरेंट्स शिशु की मालिश करते हुए नाक को ऊपर की ओर खींचते हैं। डॉक्टर ने बताया कि ये सच नहीं है कि नाक को ऊपर की ओर खींचने या मालिश करने से इसकी शेप में बदलाव आएगा। डॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे की नाक के शेप उसके जीन्स के मुताबिक होती है और मालिश करने से इस पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।
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2. मिथक - मालिश न करने से बच्चे के पैर कमजोर हो जाते हैं।
डॉक्टर ने बताया कि कई लोगों को लगता है कि अगर शिशु की मालिश नहीं की जाएगी तो उसके पैर कमजोर हो जाएंगे, जब कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। डॉक्टर ने बताया कि मालिश करने से सिर्फ बच्चे को आराम मिलता है और वह अच्छा महसूस करता है, इसका पैरों की कमजोरी से कोई ताल्लुक नहीं है।
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3. मिथक - शिशु का माथा नहीं दबाया तो बाहर की तरफ दिखेगा।
डॉक्टर ने बताया कि कुछ शिशुओं का माथा जन्म से ही बाहर की ओर होता है और इसे मालिश से अंदर नहीं किया जा सकता है। डॉक्टर ने साफ किया कि मालिश से हड्डियां अंदर या बाहर नहीं हो सकती हैं। अगर शिशु का माथा बाहर की ओर दिख रहा है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए, हो सकता है कि बच्चे में विटामिन D की कमी हो या फिर किसी तरह का डिसॉर्डर हो।
4. मिथक - मालिश करने से सिर की शेप गोल होती है।
कई लोगों को लगता है कि मालिश करने से शिशु के सिर की शेप गोल होती है। डॉक्टर ने बताया कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, जब बच्चा उठने-बैठने लगता है तो अपने आप सिर की शेप उम्र के साथ-साथ सही होने लगती है।
5. मिथक - मालिश करने से बच्चे जल्दी चलने लगते हैं।
डॉक्टर ने बताया कि मालिश करने का बच्चे के चलने पर कोई असर नहीं होता है। बच्चा अपने जेनेटिक पैटर्न, न्यूट्रिशियन, डेवेलपमेंट के मुताबिक चलना सीखते हैं। डॉक्टर ने बताया कि कुछ बच्चों की शुरुआती दिनों में पैरों की शेप गोल सी दिखती है जो कि बच्चे के चलने के बाद अपने आप सही होने लगती है।
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