Mumps In Children Causes And Prevention Tips: मम्प्स एक प्रकार का वायरल संक्रमण है, जो बच्चों में ज्यादा होता है। यह संक्रमण सांस लेने या संक्रमित लार से दूषित वस्तुओं के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। वैसे, तो यह कभी भी हो सकता है। लेकिन सर्दियों के अंत और वसंत के शुरुआत में सबसे अधिक होता है। यह संक्रमण 2 वर्ष से छोटे उम्र के बच्चों में नहीं होता है। मम्प्स के लक्षण 12 से 24 दिन बाद दिखने लगते हैं। बच्चों में मम्पिस होने के कई लक्षण नजर आ सकते हैं जैसे ठंड लगना, सिरदर्द होना, भूख कम लगना, कमजोरी, हल्का बुखार और लार पैदा करने वाली ग्रंथियों में सूजन आ जाना। बच्चों को यह समस्या होने पर निगलने या चबाने में हल्का दर्द हो सकता है। बच्चों में मम्प्स होने के कई कारण हो सकते हैं। आइए जानते है डॉक्टर से कारण और बचाव के उपाय।
बच्चों में मम्प्स (गलसुआ) होने के कारण
खांसने या छींकने
मम्प्स बच्चों में आसानी से फैल सकता है। इसके संक्रमण कई दिन तक जिंदा रहते हैं। बहुत से बच्चे जब एक जगर इकठ्ठा होते हैं, तो इसके फैलने के चांसेज बढ़ जाते हैं। यदि एक बच्चा किसी एक जगह को छूकर नाक या मुंह को छू लेता है, तो कोई स्वस्थ बच्चा उस जगह को छूता है, तो उसे यह संक्रमण आसानी से हो सकता है।
भोजन शेयर करने से
बच्चों में मम्प्स का संक्रमण साथ खाने या पानी पीने से भी फैल सकता है। मम्प्स होने पर संक्रमित व्यक्ति करीब 15 दिन तक रोग फैला सकता है। ऐसे में जिनको मम्प्स हुआ है, उस बच्चे के साथ भोजन करने से स्वस्थ बच्चे में यह आसानी से फैल सकता है।
बर्तन शेयर करने से
मम्प्स लार की बूंदों से फैलता है। जुकाम या फ्लो की तरह यह बच्चों में आसानी से फैल सकता है। ऐसे में अगर बच्चा संक्रमित बच्चे का बर्तन शेयर कर लें, तो स्वस्थ बच्चे को मम्प्स हो सकता है। मम्प्स वायरस हार्ड सरफेस, खिलौनों और दरवाजे की कुंडी पर भी रह सकता है।
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बच्चों में मम्प्स से बचाव के उपाय
- बच्चों को मम्प्स से बचाने के लिए टीकाकरण अवश्य कराएं।
- बच्चों को ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगहों पर न भेजें।
- घर के सदस्य खाना बनाने से पहले हाथ को अच्छे से धोएं।
- बच्चों को इस बात के लिए प्रेरित करें कि वह छींकते समय टिशू का उपयोग करें।
- जिन जगहों को बच्चा छूता है, उसे डिसइंफेक्टेंट जरूर करें।
- बच्चों में ये आदत विकसित करें कि बच्चा किसी का भी बर्तन शेयर न करें।
बच्चों में मम्प्स होने के कारण और बचाव के यह उपाय हो सकते हैं। बच्चों को मम्प्स होने पर एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
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