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गलसुआ (मम्प्स) से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेद में इलाज कैसे किया जाता है? डॉक्टर से जानें

Mumps Ayurvedic Treatment: अगर आपको गलसुआ हो गया है, तो आप आयुर्वेदिक तरीके से इसका इलाज कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कैसे-
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गलसुआ (मम्प्स) से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेद में इलाज कैसे किया जाता है? डॉक्टर से जानें

Mumps Ayurvedic Treatment in Hindi: गलसुआ या मम्प्स एक संक्रामक बीमारी है, जो वायरस के कारण होता है। गलसुआ रोग छींक, मुंह या नाक से निकलने वाले स्त्राव के कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। वैसे तो इस रोग की चपेट में कोई भी आ सकता है। लेकिन 5 से 15 वर्ष की उम्र के बच्चों को यह ज्यादा प्रभावित करता है। गलसुआ एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लार ग्रंथियों में सूजन आ जाती है। यह स्थिति बेहद दर्दनाक हो सकती है। गलसुआ के इलाज के लिए आप आयुर्वेदिक तरीकों को आजमा सकते हैं। आइए, रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल, सिरसा के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा से जानते हैं गलसुआ का आयुर्वेदिक इलाज-

गलसुआ का आयुर्वेदिक इलाज क्या है?- Mumps Ayurvedic Treatment in Hindi

1. नीम की पत्तियां

आयुर्वेद में नीम की पत्तियों को बेहद उपयोगी बताया गया है। यह त्वचा की कई समस्याओं को ठीक करने में कारगर साबित होती हैं। नीम की पत्तियां, गलसुआ का इलाज भी कर सकती हैं। इसके लिए आप नीम की पत्तियों को बारीक पीस लें। इसमें हल्दी पाउडर और पानी मिलाएं। अब इस पेस्ट को गलसुआ वाली जगह पर लगा लें। इससे आपको मम्प्स में काफी आराम मिलेगा।

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2. ठंडी सिकाई

गलसुआ में ठंडी सिकाई करना भी फायदेमंद होता है। आयुर्वेद में कई समस्याओं का इलाज करने के लिए ठंडी सिकाई का उपयोग किया जाता है। ठंडी सिकाई करने से सूजन वाली ग्रंथि के दर्द से राहत मिलती है। अगर आप भी गलसुआ से पीड़ित हैं, तो ठंडी सिकाई कर सकते हैं। 

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3. हरड़

आयुर्वेद में हरड़ का उपयोग कई बीमारियों का इलाज करने के लिए किया जाता है। यह एक जड़ी-बूटी है, जिसे गलसुआ के इलाज के लिए भी बेहद प्रभावी माना जाता है। इसमें एंटीबायोटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो ग्रंथि की सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके लिए आप हरड़ के फल को सूखाकर पीस लें। इस पेस्ट को सूजन वाली जगह पर लगाएं। इससे आपको दर्द और सूजन में काफी आराम मिलेगा

4. हरिद्रा

आयुर्वेद में हरिद्रा का उपयोग भी कई तरीकों से किया जाता है। यह एक जड़ी-बूटी है, जो गलसुआ या मम्प्स के इलाज में भी कारगर होती है। इसके लिए आप गलसुआ का पाउडर लें। इसमें शहद और घी मिलाएं। अब इस पेस्ट को सूजन वाली ग्रंथि पर लगाएं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी। 

5. मार्गोसा की पत्तियां

मार्गोसा की पत्तियां, गलसुआ की इलाज में बेहद कारगर होती हैं। इसके लिए आप इसकी पत्तियों का पाउडर बना लें। अब इसमें चुटकीभर हल्दी मिलाएं। इस पेस्ट को प्रभावित स्थान पर लगाएं। इससे गलसुआ को तेजी से ठीक करने में मदद मिलेगी।

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6. खान-पान का ध्यान रखना है जरूरी

गलसुआ की समस्या होने पर आपको अपने खान-पान का ध्यान रखना भी जरूरी होता है। इस दौरान आपको तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इस दौरान आपको खट्टे और तले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचना चाहिए। इस स्थिति में अदरक, काली मिर्च और पिप्पली आदि का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।

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