प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में कई तरह के हार्मोनल और शारीरिक बदलाव होते हैं, जिससे उसके शरीर की पोषण की जरूरतें भी बढ़ जाती हैं। इस समय ऐसी डाइट लेनी जरूरी होती है, जो न केवल मां को ताकत दे, बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के संपूर्ण विकास में भी मदद करे। मौसंबी यानी स्वीट लाइम एक ऐसा फल है, जो स्वाद में हल्का मीठा-खट्टा होता है और सेहत के लिए फायदों से भरपूर होता है। गर्मियों के मौसम में यह शरीर को ठंडक देने वाला और थकान दूर करने वाला प्राकृतिक फल भी है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मौसंबी प्रेग्नेंसी में सुरक्षित है? इसे कब और कितनी मात्रा में खाना चाहिए? और इससे मां और शिशु को क्या फायदे मिलते हैं? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने दिल्ली के एसेंट्रिक डाइट्स क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता (Shivali Gupta, Dietitian, Eccentric Diets Clinic) से बात की-
प्रेग्नेंसी में मौसंबी खाने के फायदे - Mosambi Benefits During Pregnancy
डाइटिशियन शिवाली गुप्ता बताती हैं कि मौसंबी स्वाद में हल्की मीठी और खट्टी होती है और इसमें विटामिन C के साथ कैल्शियम, पोटैशियम फाइबर और आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। मौसंबी में एंटीऑक्सिडेंट्स और हाइड्रेटिंग तत्व भी होते हैं, जो शरीर को डिटॉक्स करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
1. इम्यूनिटी बढ़ाए
प्रेग्नेंसी में इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। मौसंबी में मौजूद विटामिन C एक पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी को बढ़ाता है और सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं से बचाव करता है।
2. पाचन में सुधार करे
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को अक्सर कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याएं होती हैं। मौसंबी में मौजूद फाइबर और साइट्रिक एसिड पाचन क्रिया को बेहतर बनाते हैं और पेट को हल्का रखते हैं। यह कब्ज को दूर करने में कारगर है।
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3. शिशु के विकास में सहायक
मौसंबी में पाया जाने वाला फोलिक एसिड गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क और डेवलपमेंट में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूद मिनरल्स शिशु की हड्डियों और इम्यून सिस्टम को बेहतर करने में सहायक होते हैं।
4. डिहाइड्रेशन से बचाए
गर्मी के मौसम में प्रेग्नेंट महिलाओं को पानी की कमी से कमजोरी और चक्कर आने जैसी समस्या हो सकती है। मौसंबी का रस शरीर को ठंडक पहुंचाता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है। यह एक नेचुरल एनर्जी ड्रिंक की तरह काम करता है।
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5. ब्लड प्रेशर को संतुलित रखे
मौसंबी में मौजूद पोटैशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है। प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर का असंतुलन मां और शिशु दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए मौसंबी का सेवन लाभकारी हो सकता है।
6. स्किन और बालों के लिए फायदेमंद
प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण स्किन पर पिग्मेंटेशन और बालों का झड़ना आम है। मौसंबी में मौजूद विटामिन C कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ावा देता है, जिससे स्किन पर निखार आता है और बाल मजबूत होते हैं।
मौसंबी खाने का सही तरीका - The right way to eat sweet lime
प्रेग्नेंसी में मौसंबी को सही समय और सही मात्रा में खाना जरूरी है ताकि इसके पोषक तत्व पूरी तरह शरीर को मिलें और कोई नुकसान न हो। हमेशा ताजी और पकी हुई मौसंबी का ही सेवन करें। कच्ची या ज्यादा खट्टी मौसंबी से पेट में गैस या एसिडिटी हो सकती है। मौसंबी का सेवन खाली पेट न करें, खासकर सुबह-सुबह। इससे एसिडिटी या गैस की समस्या हो सकती है। इसे खाने के एक घंटे बाद या शाम के समय लेना बेहतर होता है। प्रेग्नेंसी में एक दिन में एक मौसंबी या एक ग्लास ताजा मौसंबी का रस पर्याप्त होता है।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी के दौरान मौसंबी का सेवन मां और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है, बशर्ते इसे सही मात्रा में और सही तरीके से खाया जाए। यह न केवल इम्यूनिटी बढ़ाता है बल्कि पाचन सुधारता है, ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है और शिशु के विकास में मदद करता है। अगर आप प्रेग्नेंट हैं और अपनी डाइट में मौसंबी शामिल करना चाहती हैं, तो पहले अपने डॉक्टर या डाइटिशियन से सलाह जरूर लें।
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FAQ
गर्भ में बच्चे की ग्रोथ के लिए क्या खाएं?
गर्भ में बच्चे की ग्रोथ के लिए पोषक तत्वों से भरपूर डाइट लेना बेहद जरूरी होता है। मां को अपने खाने में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, फोलिक एसिड और ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करना चाहिए। इसके लिए दालें, हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध-दही, अंडा, सूखे मेवे, फल, साबुत अनाज जैसी चीजें फायदेमंद होती हैं। फोलिक एसिड शिशु के दिमाग और स्पाइन के विकास में मदद करता है, जबकि आयरन खून की कमी से बचाता है। रोजाना 2-3 फल और पर्याप्त पानी पीना भी जरूरी है।गर्भ में बच्चा कमजोर हो तो क्या खाना चाहिए?
अगर गर्भ में बच्चा कमजोर है तो मां को ऐसी डाइट लेनी चाहिए जो शिशु के विकास को तेजी से बढ़ाए। प्रोटीन युक्त चीजें जैसे दूध, दही, पनीर, अंडा, दालें और चिकन शिशु की मांसपेशियों को मजबूत करते हैं। आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर फूड्स जैसे चुकंदर, अनार, पालक, और सूखे मेवे खून की मात्रा बढ़ाते हैं, जिससे बच्चे को ऑक्सीजन और पोषण सही तरीके से मिलता है। नारियल पानी, मौसंबी और संतरा जैसे फल शरीर को हाइड्रेट रखते हैं और बच्चे की ग्रोथ में सहायक होते हैं। डॉक्टर की सलाह से सप्लिमेंट्स भी लिए जा सकते हैं।प्रेग्नेंसी में सुबह खाली पेट क्या पीना चाहिए?
प्रेग्नेंसी में सुबह खाली पेट के लिए सबसे अच्छा विकल्प है गुनगुना पानी जिसमें थोड़ा सा नींबू और शहद मिलाया गया हो, यह पाचन को सुधारता है और शरीर को डिटॉक्स करता है। नारियल पानी भी सुबह पीना सुरक्षित और हाइड्रेटिंग होता है। अगर डॉक्टर सलाह दें, तो आयरन या फोलिक एसिड सप्लिमेंट भी सुबह लिया जा सकता है। कोई भी ड्रिंक लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए, खासकर यदि गैस या एसिडिटी की समस्या हो।