रात में मोबाइल की लाइट से आंखों में पड़ता है बुरा असर, देर तक तक फोन इस्तेमाल करने वाले हो जाएं सावधान

कुछ लोग देर रात चैट या फिर रात में अक्सर उठते हैं और बार-बार अपना फोन या टैबलेट देखते हैं। कभी समय देखने तो, कभी सोशल मीडिया पर देर रात तक आंखें गढ़ाए रहते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि फोन, टैबलेट या इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन से तेज रोशनी आपकी अनिद्रा का कारण बन सकती है। 
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रात में मोबाइल की लाइट से आंखों में पड़ता है बुरा असर, देर तक तक फोन इस्तेमाल करने वाले हो जाएं सावधान


कुछ लोग देर रात चैट या फिर रात में अक्सर उठते हैं और बार-बार अपना फोन या टैबलेट देखते हैं। कभी समय देखने तो, कभी सोशल मीडिया पर देर रात तक आंखें गढ़ाए रहते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि फोन, टैबलेट या इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन से तेज रोशनी आपकी अनिद्रा का कारण बन सकती है और आपको सोने में मुश्किल पैदा कर सकती है। नींद पूरी न होने के कारण आपको कई स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याएं हो सकती हैं। क्‍योंकि अच्छी नींद अच्छी सेहत के लिए जरूरी है। यह हार्मोनल संतुलन, वजन और अन्य मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। बढ़ते इलेक्‍ट्रॉनिक उपकरणों जैसे- मोबाइल फोन या लैपटॉप के उपयोग करने की लत के साथ अनिद्रा की समस्या पैदा हो गई है।

अमेरिकी शोधकर्ताओं ने अध्‍ययन में पाया कि फोन की तेज रौशनी मस्तिष्क द्वारा व्‍यक्ति की नींद को प्रभावित करती हैं। मोबाइल फोन से निकलने वाली तेज रोशनी अनिद्रा के साथ बेचैनी पैदा करती है। इतना ही नहीं यह मस्तिष्क की खराब कार्यप्रणाली के लिए भी जिम्‍मदार है। आइए यहां हम आपको इस स्थिति से निपटने के लिए कुछ बेहतर विकल्‍प बता रहे हैं। जिनकी मदद से आपकी अनिद्रा की समस्‍या दूर हो जाएगी। 

बिस्‍तर पर जाने से पहले नहाएं 

जी हां आप यदि सोने से 90 मिनट या 1 घंटे पहले गुनगुने पानी से नहाते हैं, तो यह आपकी नींद में सुधार लाने में मदद कर सकता है। जर्नल स्‍लीप मेडिशन में प्रकाशित में 5,322 अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया कि गर्म पानी में नहाने से लोगों की नींद में सुधार होता है यानि कि अनिद्रा की समस्‍या दूर होती है। एक दूसरे अध्‍ययन के अनुसार, जो लोग सोने से एक और दो घंटे पहले स्नान करते हैं, वह लगभग 10 मिनट के अंतराल में ही सो गए।

गर्म पानी से नहाने से शरीर के आंतरिक कोर से हाथों और पैरों तक ब्‍लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है और कोर के तापमान को नीचे लाता है, जो सामान्य नींद के समय से एक घंटे पहले लगभग 0.5 से 1 फारेनहाइट तक गिर जाता है। बिस्तर पर जाने से 90 मिनट पहले स्नान करना प्राकृतिक सर्कैडियन प्रक्रिया रूप में काम करता है और नींद की गुणवत्ता में सुधार करता है। 

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खाना-पीना 

देर शाम के ज्‍यादा खाना पाचन तंत्र को तनाव देता है और जिसकी वजह से सोना कठिन हो जाता है। आपको बिस्तर पर जाने से पहले कम से कम तीन घंटे पहले रात का खाना खाना चाहिए। सब्जियों और दाल में जटिल कार्बोहाइड्रेट के साथ रात का खाना हल्‍का होना चाहिए। आप कोशिश करें कि मीट और ज्‍यादा ऑयली खाने से बचें। इसके अलावा, शराब से लोगों को शुरूआत में, तो नींद आती है लेकिन बाद में सोना कठिन हो जाता है। चाय भी आपकी नींद उड़ाने के लिए जिम्‍मेदार है। ऐसे में बेचैनी भी होने लगती है। कैफीन की तरह निकोटीन एक उत्तेजक है, जो सीधा-सीधा आपकी नींद को प्रभावित करते हैं। 

व्‍यायाम 

अच्‍छी नींद पाने के लिए सोने से दो घंटे पहले व्यायाम करें। इससे आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है, लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि एड्रेनालिन-पंपिंग वॉक, रनिंग और वर्कआउट्स सोने के समय के ज्‍यादा करीब न हों, कम से कम सोने से 3 घंटे पहले एक्‍सरसाइज करें। वैसे दिन के किसी भी समय में भी व्यायाम करना फायदेमंद है, लेकिन नींद के लिए आप सोने से 2-3 घंटे पहले व्‍यायाम करें। 

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सोने का समय तय करें 

सबसे जरूरी चीज आप अपने सोने का समय तय करें। कोशिश करें कि हर दिन आपका सोने व जागने का लगभग एक ही समय हो। नियमित रूप से एक समय पर सोने व जागने की वजह से आपको रोजाना उसी समय पर जल्‍दी नींद आने लगती है। 

विशेषज्ञों की मानें, तो सोने से पहले किताब पढ़ना, संगीत सुनना या शॉवर लेने की सलाह दी जाती है। सोते समय, टीवी देखने व मोबाइल फोन से बचने की सलाह दी जाती है क्‍योंकि यह शरीर और दिमाग को आराम और विश्राम देने में मददगार होता है। यदि आपको रोजाना अनिद्रा की शिकायत रहती है, तो यह तनाव, डायबिटीज या अस्थमा का संकेत हो सकता है। 

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