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मिनी या माइक्रो: कौन-सा आईवीएफ ट्रीटमेंट होता है ज्यादा सुरक्षित और किफायती? एक्सपर्ट से जानें

आईवीएफ की प्रक्रिया में दो टर्म होते हैं माइक्रो आईवीएफ और मिनी आईवीएफ। मिनी और माइक्रो आईवीएफ क्या होता है इस प्रोसेस में कितना खर्च आता है, इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए ओनलीमायहेल्थ की टीम ने दिल्ली के सीके बिड़ला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आस्था दयाल से बात की।
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मिनी या माइक्रो: कौन-सा आईवीएफ ट्रीटमेंट होता है ज्यादा सुरक्षित और किफायती? एक्सपर्ट से जानें


Mini or Micro IVF Treatment Which one is more Affordable Alternative : वक्त के साथ हमारी जीवनशैली, खानपान और रहन-सहन में बहुत सारे परिवर्तन आए हैं। आधुनिकता के कारण जीवनशैली में आए कुछ बदलाव बहुत ही अच्छे हैं, लेकिन कुछ बदलावों ने इंसानी शरीर पर बहुत ही गहरा नकारात्मक प्रभाव डाला है। विशेषकर फर्टिलिटी के मामले में। आंकड़ों के अनुसार, जीवनशैली और खानपान के कारण आज देश में संतान की चाह रखने वाले लगभग 10 से 15 प्रतिशत दम्पतियों को इंफर्टिलिटी का सामना करना पड़ रहा है। इंफर्टिलिटी से जूझ रही दंपत्तियां संतान की प्राप्ति के लिए आईवीएफ का सहारा ले रहे हैं। आईवीएफ यानि इन विट्रो फर्टिलाइजेशन, इसे आम भाषा में टेस्ट ट्यूब बेबी कहा जाता है। आमतौर पर आईवीएफ की प्रक्रिया में महिला के अण्डे व पुरूष के शुक्राणु का मिलन करवाया जाता है। बाद में इस प्रक्रिया से तैयार अंडे को महिला को गर्भ में ट्रांसफर किया जाता है। आईवीएफ की प्रक्रिया में दो टर्म होते हैं माइक्रो आईवीएफ और मिनी आईवीएफ। मिनी और माइक्रो आईवीएफ क्या होता है? इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए ओनलीमायहेल्थ की टीम ने दिल्ली के सीके बिड़ला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आस्था दयाल से बात की।

मिनी आईवीएफ या माइक्रो आईवीएफ क्या है?- What Is Mini IVF or Micro IVF?

मिनिमल स्टिमुलेशन इन विट्रो फर्टिलाइजेशन या मिनी आईवीएफ इलाज की प्रक्रिया मुख्य  रूप से सामान्य आईवीएफ के सामान ही है। मिनी आईवीएफ के ट्रीटमेंट के दौरान महिला के अंडों का चक्र, पुरुष के शुक्राणु और भ्रूण का स्थानांतरण कब करना चाहिए, इसकी निगरानी की जाती है। मिनी आईवीएफ की प्रक्रिया में महिला और पुरुष दोनों को ही तरह-तरह की दवाएं और कई तरह के मेडिकल टेस्ट से गुजरना पड़ता है। मिनी आईवीएफ की प्रक्रिया में कई बार दवाओं का सेवन इतना ज्यादा हो जाता है कि महिला और पुरुष दोनों को पाचन संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है।

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वहीं, बात जब माइक्रो आईवीएफ की आती है, तो यह मिनी आईवीएफ से एक कदम आगे है। माइक्रो आईवीएफ में बच्चे की उत्तपति के लिए कम दवाओं का उपयोग किया जाता है। माइक्रो आईवीएफ की प्रक्रिया में जिन महिलाओं के शरीर में 1 या 2 अंडों का उत्पादन हो रहा है, उनके लिए ज्यादा फायदेमंद होता है। डॉ. दयाल के अनुसार, माइक्रो आईवीएफ आम तौर पर अच्छी डिम्बग्रंथि आरक्षित वाली महिलाओं या उन जोड़ों के लिए उपयुक्त है जहां पुरुषों को इंफर्टिलिटी की समस्या होती है।

मिनी आईवीएफ या माइक्रो आईवीएफ में क्या अंतर है?

मिनी आईवीएफ और माइक्रो आईवीएफ के बीच अंतर की जानकारी देते हुए डॉ. आस्था दयाल बताती हैं कि इन दोनों ही प्रक्रिया में अंतर डिंबग्रंथि को उत्तेजित करने के लिए उपयोग की जाने वाली दवा का अंतर है, ताकि अंडे के उत्पादन में मदद मिल सके। सामान्य आईवीएफ की प्रक्रिया में ज्यादा मात्रा में दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान महिलाओं के गर्भ से ज्यादा से ज्यादा मात्रा में अंडों को निकाला जाता है।  जबकि मिनी आईवीएफ या माइक्रो आईवीएफ, जैसा कि नाम से पता चलता है, इसमें कम दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है।

मिनिमल स्टिमुलेशन आईवीएफ, स्टैंडर्ड आईवीएफ से कितना अलग है? - How different is minimal stimulation IVF from standard IVF?

मिनी आईवीएफ और स्टैंडर्ड आईवीएफ के बीच का अंतर बहुत कम है। जैसा कि ऊपर बताया गया है, मुख्य अंतर प्रजनन दवाओं के उपयोग और खुराक का है। दवाओं के प्रकार भी भिन्न हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, स्टैंडर्ड आईवीएफ में गोनाडोट्रोपिन का उपयोग किया जा सकता है। गोनाडोट्रोपिन ज्यादा खुराक वाली प्रजनन क्षमता को मजबूत करने वाला इंजेक्शन है। मिनी आईवीएफ के मामले में, इस दवा को हल्के क्लोमिड से बदला जा सकता है।

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मिनी आईवीएफ में, कुछ महिलाओं में डिम्बग्रंथि उत्तेजना दवाओं से पूरी तरह से बचा जा सकता है। लागत के मामले में, मानक आईवीएफ की लागत मिनी आईवीएफ की तुलना में काफी अधिक है। हालांकि, प्रक्रियाओं में सबसे बड़ा अंतर भ्रूण स्थानांतरण से संबंधित है। मानक आईवीएफ में, कई भ्रूणों को गर्भ में स्थानांतरित किया जाता है, जबकि मिनी आईवीएफ में, कम भ्रूण स्थानांतरित किए जाते हैं। डॉ. आस्था दयाल की मानें तो जो दंपत्ति कम लागत में संतान की चाह रखते हैं वह मिनी आईवीएफ का विकल्प चुन सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको पहले डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत पड़ेगी।

किसी संपत्ति के लिए कौन सी आईवीएफ प्रक्रिया सही है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क  करें।

 

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