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एस्ट्रोजन की कमी को पूरा करते हैं ये 5 माइक्रोन्यूट्रिएंट्स, डाइट में जरूर करें शामिल

Micronutrients to Balance Estrogen Levels:  कुछ ऐसे माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भी हैं, जो लिवर के लिए लाभकारी होती हैं और एस्ट्रोजन को कमी को पूरा करने में मदद करते हैं।
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एस्ट्रोजन की कमी को पूरा करते हैं ये 5 माइक्रोन्यूट्रिएंट्स, डाइट में जरूर करें शामिल


Micronutrients to Balance Estrogen Levels: पेरिमेनोपॉज और प्रजनन वर्षों के दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन अधिक होता है। एस्ट्रोजन को महिलाओं में होने वाले हार्मोनल असंतुलन की वजहों में से एक माना जाता है। एस्ट्रोजन हार्मोन महिलाओं में हड्डियों की मजबूती, प्रेग्नेंसी और पीरियड्स के लिए बहुत जरूरी  है। एस्ट्रोजन का स्तर पीरियड्स के दौरान अलग होता है और बाद में गिर जाता है। जब शरीर में एस्ट्रोजन जरूरत से कम बनता है या सामान्य से अधिक बनता  है, तो इसके कारण महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यदि महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन ज्यादा हो जाता है, तो इसकी वजह से कैंसर, एंडोमेट्रियोसिस और पीसीओएस (PCOS) जैसी  समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन के लेवल को बैलेंस करना बहुत जरूरी है। गट हेल्थ कोच और डाइटिशियन मनप्रीत कालरा के अनुसार, एस्ट्रोजन हार्मोन को बैलेंस करने के लिए आपको डाइट में कुछ खास माइक्रोन्यूट्रिएंट्स को शामिल करना चाहिए। माइक्रोन्यूट्रिएंट्स का सेवन करने से एस्ट्रोजन के अलावा शरीर में अन्य तरह के हार्मोन को भी बैलेंस करने में मदद मिलती है। हाल ही में डाइटिशियन मनप्रीत कालरा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में हेल्थ एक्सपर्ट ने उन 5 माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की जानकारी दी है, जो शरीर में एस्ट्रोजन की कमी को पूरा कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं...

1. विटामिन बी 6

विटामिन बी 6 की कमी होने पर एस्ट्रोजन  के साथ ही सेरोटोनिन और डोपामाइन दोनों का बनना कम हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, एस्ट्रोजन का मेटाबॉलिज्म से सीधा कनेक्शन है। जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म स्लो होता है, उनमें एस्ट्रोजन की कमी ज्यादा देखी जाती है। मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने और एंजाइम बनने  की प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए विटामिन बी 6 का सेवन करना बहुत जरूरी है। विटामिन बी 6 के लिए आप डाइट में चना और शकरकंद जैसी चीजें खा सकते हैं।

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2. सेलेनियम

सेलेनियम एस्ट्रोजन के डिटॉक्सिफिकेशन को बढ़ावा देता है। एस्ट्रोजन डिटॉक्सिफिकेशन की बात आती है, तो इसमें हमारा लिवर बहुत अहम भूमिका निभाता है। लिवर फंक्शन को ठीक रखने के लिए डाइट में सेलेनियम युक्त चीजों को शामिल करना चाहिए। इसके लिए, आप ब्राजील नट्स, सूरजमुखी के बीज और  हेजलनट  को डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।

 

 

 

 

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3. डायटरी फाइबर

डायटरी फाइबर का सेवन करने से पेट को दुरुस्त रखने में मदद मिलती है। डायटरी फाइबर की कमी को पूरा करने के लिए आप डाइट में साबुत अनाज, हरी सब्जियां और क्रूसिफेरस सब्जियों को शामिल कर सकते हैं।

4. लहसुन

लहसुन में सल्फर नामक एक्टिव कंपाउंड होता है । लहसुन का सेवन करने से लिवर फंक्शन को बेहतर बनाने और एस्ट्रोजन को डिटॉक्सीफाई करने में मदद मिल सकती है।

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5. मैग्नीशियम

मैग्नीशियम एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी को पूरा करने और एंजाइमेटिक प्रक्रिया को बढ़ावा देने में मदद करता है। मैग्नीशियम की कमी को पूरा करने के लिए आपको डाइट में पत्तेदार सब्जियां और मेवों को शामिल करना चाहिए।

All Image Credit: Freepik. com

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