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एंडोमेट्रियोसिस के कारण नहीं बन पा रही हैं मां? डॉक्टर से जानें इंफर्टिलिटी का इलाज

Endometriosis And Infertility Treatment In Hindi: एंडोमेट्रियोसिस के कारण महिलाओं की फर्टिलिटी बुरी तरह से प्रभावित होती है। डॉक्‍टर से जानें इलाज -

Priya Mishra
Written by: Priya MishraUpdated at: Apr 04, 2023 12:54 IST
एंडोमेट्रियोसिस के कारण नहीं बन पा रही हैं मां? डॉक्टर से जानें इंफर्टिलिटी का इलाज

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Endometriosis And Infertility Treatment Options In Hindi: आज के समय में कई महिलाएं एंडोमेट्रियोसिस की समस्या से जूझ रही हैं। एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय से जुड़ी एक बीमारी है। इसमें गर्भाशय की दीवार बनाने वाले टिशूज (एंडोमेट्रियल टिश्यू) असामान्य रूप से बढ़ने लगते हैं और बाहर अन्य अंगों की तरफ फैलने लगते हैं। इस स्थिति में महिलाओं को पीरियड्स के दौरान पेट में तेज दर्द और हैवी ब्लीडिंग जैसी समस्याएं होती हैं। इसका प्रजनन अंगों पर भी असर पड़ता है और महिला इनफर्टिलिटी की शिकार हो जाती है। आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 40 फीसदी महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस की वजह से गर्भधारण करने में दिक्‍कत आती है। हालांकि, उचित उपचार के साथ, एंडोमेट्रियोसिस से ग्रस्त महिलाएं गर्भ धारण कर सकती हैं। अक्सर कई लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि क्या एंडोमेट्रियोसिस के साथ महिला गर्भवती हो सकती है? हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर ओनलीमायहेल्थ महिलाओं को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने के लिए एक और कदम उठा रहा है। इसी कड़ी में आज हम डॉ प्रियंका सुहाग, गायनेकोलॉजिस्‍ट, सीके बिरला अस्पताल, दिल्ली से जानते हैं एंडोमेट्रियोसिस में इंफर्टिलिटी के इलाज के बारे में -

एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण - Endometriosis Symtpoms In Hindi

  • पीरियड्स के दौरान पेल्विक क्षेत्र में तेज दर्द होना
  • पीरियड्स में अधिक ब्लीडिंग होना
  • कमर के निचले हिस्‍से में दर्द होना
  • महिलाओं को अधिक थकान, कब्ज, मितली, व चक्कर आने की समस्या होना
  • शारीरिक संबंध बनाते समय अधिक दर्द होना
Endometriosis-Infertility-Treatment

एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं की फर्टिलिटी को कैसे प्रभावित करता है - How Does Endometriosis Impacts Fertility In Women

  • एंडोमेट्रियोसिस स्कार टिश्यू बनने का कारण हो सकता है। यह प्रजनन अंगों के उचित कामकाज में हस्तक्षेप कर सकता है। इससे अंडे को अंडाशय से गर्भाशय तक या शुक्राणु को अंडे तक पहुंचने में अधिक मुश्किल हो जाती है।
  • एंडोमेट्रियोसिस शरीर के अंदर सूजन पैदा कर सकता है, जिससे अंडों की गुणवत्ता को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही, यह शरीर में हार्मोनल संतुलन को भी प्रभावित कर सकता है।
  • एंडोमेट्रियोसिस से ग्रस्त कुछ महिलाओं को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) या यूट्राइन फाइब्रॉएड जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, जो प्रजनन क्षमता को और अधिक प्रभवित कर सकती हैं।

एंडोमेट्रियोसिस के कारण प्रेग्नेंसी में परेशानी का इलाज - Endometriosis And Infertility Treatment Options In Hindi

ऐसे कई उपचार उपलब्ध हैं, जो एंडोमेट्रियोसिस वाली महिलाओं को गर्भ धारण करने में मदद कर सकते हैं। यदि आपको एंडोमेट्रियोसिस के कारण गर्भ धारण करने में समस्या हो रही है, तो आप प्रजनन विशेषज्ञ से मिल सकती हैं। एंडोमेट्रियोसिस की गंभीरता, व्यक्तिगत लक्षणों और अन्य कारकों को देखते हुए डॉक्टर संभावित इलाज की प्रक्रिया को निर्धारित करने आपकी मदद कर सकते हैं। एंडोमेट्रियोसिस से संबंधित इंफर्टिलिटी के लिए संभावित उपचार कुछ इस प्रकार हैं -

आईवीएफ ट्रीटमेंट

अगर कोई महिला एंडोमेट्रियोसिस से ग्रस्त है, तो गर्भधारण करने के लिए आईवीएफ सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। यह देखा गया है कि आईवीएफ ट्रीटमेंट एंडोमेट्रियोसिस वाली महिलाओं में गर्भधारण की संभावनाओं में सुधार करता है। इस प्रक्रिया से गंभीर एंडोमेट्रियोसिस से ग्रस्त महिलाऐं भी गर्भवती हो सकती हैं।

हार्मोनल थेरेपी

हार्मोनल थेरेपी, जैसे बर्थ कंट्रोल पिल्स पीरियड्स को रेगुलेट करने और एंडोमेट्रियोसिस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं। यह ओव्यूलेशन को बढ़ावा देकर, प्रजनन क्षमता में सुधार करने में भी मदद कर सकता है।

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सर्जरी

कुछ मामलों में, एंडोमेट्रियल टिश्यू या स्कार को हटाने के लिए सर्जरी आवश्यक हो सकती है। यह प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है। हालांकि, सर्जरी हमेशा प्रभावी नहीं होती है। साथ ही, इसमें संक्रमण, ब्लीडिंग या प्रजनन अंगों को नुकसान जैसे जोखिम भी हो सकते हैं।

जीवनशैली में बदलाव

जीवनशैली में कुछ साकारत्मक बदलाव भी एंडोमेट्रियोसिस से ग्रस्त महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। इनमें स्वस्थ वजन बनाए रखना, व्यायाम करना, तनाव कम करना और धूम्रपान व शराब के सेवन से बचना आदि शामिल हैं।

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