वर्तमान समय में तेजी से बदलती लाइफस्टाइल का प्रभाव शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, जिसके कारण कम उम्र से ही लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दरअसल, आजकल लोग इतने बिजी हो गए हैं कि उनके पास भोजन करने का भी निर्धारित समय नहीं होता है, इसके अलावा लोगों को रात में जागना पसंद होता है, जिसके कारण सुबह देर से उठते हैं और बिना एक्सरसाइज और योग किए ऑफिस चले जाते हैं। कई बार तो लोगों के पास सुबह नाश्ता करने का समय भी नहीं होता है। इन सब के कारण कुछ लोगों को माइग्रेन की शिकायत हो जाती है। वर्तमान समय में माइग्रेन एक आम समस्या है जो किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकती है। माइग्रेन के कारण सिर के एक हिस्से में या फिर पूरे सिर में दर्द होने लगता है। माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि आंखों की थकान, तनाव, बदलता मौसम और खाने में अनियमितता आदि। खासकर, महिलाओं को पीरियड्स के पहले माइग्रेन की समस्या ज्यादा होती है। हाल ही में आयुर्वेदिक चिकित्सक और गट-हार्मोन एक्सपर्ट डॉ. अल्का विजयन ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में माइग्रेन के लिए मर्म पॉइंट्स के बारे में बताया है।
माइग्रेन से राहत पाने के लिए मर्म पॉइंट्स - What Pressure Points Relieve Migraines
महिलाओं के लिए माइग्रेन एक आम समस्या है, जो मासिक धर्म के पूर्व या पश्चात ज्यादा हो सकती है। इसके अलावा कई बार लंबे समय तक काम करने, आंखों की थकान, तनाव या शरीर में पानी की कमी के कारण भी माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। डॉ. अल्का विजयन ने 3 स्टेप मर्म प्रेशर पॉइंट तकनीक बताई है जो माइग्रेन के तेज दर्द को कम करने में सहायक हो सकती है।
इसे भी पढ़ें: माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाएगा रोजमेरी ऑयल, जानें इस्तेमाल का तरीका
1. शंख मर्म स्थान पर अपने अंगूठे की ओर से हल्के से मध्यम दबाव का इस्तेमाल करें। इस पर क्लॉकवाइज और एंटी क्लॉक वाइज (घड़ी की दिशा और घड़ी की विपरीत दिशा में) हल्का दबाव देते हुए मसाज करें।
2. अधिपति मर्म स्थान पर मध्यमा, तर्जनी और अनामिका उंगलियों से सहस्रार चक्र पर हल्के से मध्यम दबाव के साथ मसाज करें।
3. तर्जनी की नोक का उपयोग करके मध्यम से थोड़ा उच्च दबाव के साथ भौंहों के मिलन बिंदु (तीसरी आंख मर्म) पर मसाज करें, इससे आपको लाभ मिलेगा।
इसे भी पढ़ें: लगभग एक जैसे ही दिखते हैं ब्रेन ट्यूमर और माइग्रेन के लक्षण, जानें अंतर और बचाव
मर्म पॉइंट्स का उपयोग करने से माइग्रेन के दर्द को कम किया जा सकता है। ये पॉइंट्स शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं और शारीरिक और मानसिक संतुलन को बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं।
माइग्रेन होने के कारण - Causes Of Migraine
1. महिलाओं में माइग्रेन आमतौर पर हार्मोनल इंबैलेंस के साथ जुड़ा होता है, जैसे कि मासिक धर्म, गर्भावस्था के दौरान ये समस्या ज्यादा होती है।
2. आजकल ज्यादातर चाइनीज खाने में अजीनोमोटो का उपयोग होता है, जो कि सेहत के लिए नुकसानदायक होता है, इसके कारण भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है।
3. नींद पूरी न होने के कारण भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है।
4. तनाव के कारण भी माइग्रेन ट्रिगर होता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने मन को शांत करने के लिए ध्यान और योग का सहारा लें।
5. बदलते मौसम, तेज आवाज, तेज गंध और तेज रोशनी के कारण भी माइग्रेन हो सकता है।
6. अगर किसी व्यक्ति के परिवार में लोगों को माइग्रेन की समस्या रही है तो आने वाली जेनरेशन को भी माइग्रेन हो सकता है।
View this post on Instagram
All Images Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version