Malnutrition in Hindi: कुपोषण स्वास्थ्य से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। यह स्थिति खानपान से जुड़ी गड़बड़ी के कारण पैदा होती है। भोजन में पोषक तत्वों की संतुलित मात्रा न होने से या बहुत ज्यादा पोषक तत्वों से युक्त आहार खाने से यह समस्या हो सकती है। भारत में बच्चों में कुपोषण की समस्या सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। कुपोषण की वजह से शरीर का विकास सही ढंग से नहीं हो पाता है और इसकी वजह से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। भोजन में जरूरी पोषक तत्व जैसे कार्ब्स, प्रोटीन, फैट, विटामिन और आवश्यक खनिजों की अधिकता या कमी के कारण कुपोषण की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। गर्भावस्था के दौरान और शिशु के जन्म के बाद दो साल तक कुपोषण का शिकार होने से बच्चे के शारीरिक विकास पर गहरा असर पड़ता है और इसकी वजह से उनका मानसिक विकास भी सही ढंग से नही हो पाता है। आइए जानते हैं कुपोषण कितने तरह का होता है और इससे बचने के टिप्स क्या हैं?
कुपोषण कितने तरह का होता है?- Types Of Malnutrition in Hindi
कुपोषण की समस्या के कई कारण होते हैं और हर व्यक्ति में यह समस्या अलग-अलग कारणों से हो सकती है। भोजन में पोषक तत्वों की कमी के अलावा कई दूसरे फैक्टर भी कुपोषण के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। कुपोषण की स्थिति मुख्य रूप से 4 तरह की होती है। आइए विस्तार से जानते हैं कुपोषण के प्रकार-
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1. अंडर न्यूट्रिशन या निम्न पोषण- Under Nutrition
यह स्थिति भोजन में पोषक तत्वों की कमी के कारण होती है। कुपोषण की इस स्थिति को भुखमरी भी कहा जाता है।
2. अति पोषण या ओवर न्यूट्रिशन- Over Nutrition
ओवर न्यूट्रिशन या अति पोषण की समस्या वह स्थिति है, जब आपके भोजन में पोषक तत्वों की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। भोजन में बहुत ज्यादा मात्रा में पोषक तत्व होने से आप मोटापे की समस्या का शिकार हो सकते हैं।
3. असंतुलित पोषण- Imbalance Nutrition
असंतुलित पोषण भी कुपोषण का एक प्रकार है। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब आपके भोजन में सही ढंग से पोषक तत्व नहीं होते हैं। यह स्थिति नियमित रूप से पौष्टिक भोजन का सेवन न कर पाने की वजह से होती है।
4. विशेष कमी- Special Deficiency
इस तरह के कुपोषण की समस्या कई कारणों से हो सकती है। जैसे किसी के शरीर में लंबे समय तक आयरन की कमी, मोटापा, आनुवांशिक कारण और गर्भवस्था के दौरान पर्याप्त पोषण न मिल पाने की वजह से यह समस्या उत्पन्न होती है।
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बड़े लोगों की तुलना में बच्चों में कुपोषण की समस्या सबसे ज्यादा देखने को मिलती है और इसकी वजह से बच्चों की समस्याएं भी ज्यादा होती हैं। कुपोषण की स्थिति से बचने के लिए आपको खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नियमित रूप से पौष्टिक भोजन का सेवन करने से आप इस स्थिति का शिकार होने से बच सकते हैं।
(Image Courtesy: Freepik.com)
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