Expert

अदरक, हल्दी और नींबू के रस से बनाएं स्पेशल आइस क्यूब्स, स्किन और सेहत दोनों को मिलेंगे फायदे

सर्दियों में चेहरे का निखार कहीं गायब हो जाता है। अगर आप स्किन का ख्याल रखना चाहती हैं, तो हल्दी और अदरक से बने बर्फ के टुकड़े को चेहरे पर लगा सकती हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
अदरक, हल्दी और नींबू के रस से बनाएं स्पेशल आइस क्यूब्स, स्किन और सेहत दोनों को मिलेंगे फायदे


सर्दियों में स्किन से जुड़ी समस्याएं होना आम बात है। इस मौसम में त्वचा रूखी और बेजान नजर आती है। ऐसे में चेहरे को ड्राइनेस से बचाने के लिए लोग विंटर क्रीम का सहारा लेते हैं। इस क्रीम से त्वचा का रूखापन चला जाता है, लेकिन साथ में चेहरे की चमक भी कहीं गायब हो जाती है। अगर आप विंटर क्रीम, गलत लाइफस्टाइल, खराब खानपान या प्रदूषण के कारण चेहरे की चमक खो चुके हैं, तो घर पर बने आयुर्वेदिक डिटॉक्स आइस क्यूब्स की मदद ले सकते हैं। इन आइस क्यूब्स को किचन में मिलने वाली आसान चीजों की मदद से बनाया जा सकता है। इस डिटॉक्स आइस क्यूब को बनाने की विधि डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर बताई है। ऐसे में आइए अदरक और हल्दी से बने इन खास आइस क्यूब्स से होने वाले फायदे और इन्हें बनाने का तरीका जानते हैं।

आइस क्यूब्स बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री

skin care ice cubes

250 ग्राम कच्ची हल्दी
100 ग्राम अदरक का टुकड़ा
1 नींबू का रस
एक चुटकी काली मिर्च
1 कप पानी

आइस क्यूब्स बनाने की विधि

    •  इन आइस क्यूब्स को बनाने के लिए सबसे पहले आपको कच्ची हल्दी और अदरक को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लेना है।
    • अब एक ब्लेंडर में हल्दी, अदरक, नींबू का रस, काली मिर्च और पानी डालें। इन सभी चीजों को अच्छी तरह से ब्लेंड कर लें।
    • अगर आप इस लिक्विड को चाहें, तो छान सकते हैं। इस तरह आपकी आइस क्यूब्स बिलकुल चिकनी जमेगी।
    • अब इस लिक्विड को बर्फ की ट्रे में डालें और रात भर जमने के लिए फ्रीजर में छोड़ दें।
    • जब आइस क्यूब्स बनकर तैयार हो जाएं, तो इन्हें इस्तेमाल करने के लिए आप एक गिलास गर्म पानी या किसी भी डिटॉक्स ड्रिंक में 1-2 क्यूब्स को डालकर पी सकते हैं।

 

 

 

View this post on Instagram

A post shared by Dietician || Nutritionist || (@dietician.shweta)

आइस क्यूब्स से होने वाले फायदे

बता दें कि इन आइस क्यूब्स में सभी हेल्दी चीजों का इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में ये बर्फ के टुकड़े शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हो जाते हैं। आप रोजाना सुबह इन डिटॉक्स आइस क्यूब्स से बनी ड्रिंक का सेवन कर सकते हैं। इससे स्किन पर नेचुरल निखार आता है। साथ ही, बॉडी को डिटॉक्स करने, वजन को घटाने और इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी यह ड्रिंक फायदेमंद साबित हो सकती है। आइए अब इसकी सामग्री से शरीर को होने वाले लाभों के बारे में जानते हैं।

कच्ची हल्दी खाने से होगा लाभ

कच्ची हल्दी पोषक-तत्वों से भरपूर होती है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। इससे मुंहासों की समस्या से बचा जा सकता है। हल्दी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। इसके साथ ही, हल्दी में करक्यूमिन कंपाउंड होता है, जो टैनिंग में फायदेमंद होता है। इससे स्किन पर नेचुरल निखार आता है।

अदरक का सेवन होगा फायदेमंद

सर्दियों में अदरक एक सूपरफूड की तरह काम करता है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और कई पोषक तत्व होते हैं। अदरक पाचन-तंत्र और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है। इसके सेवन से ब्लड सर्कुलेशन को ठीक किया जा सकता है, इससे मसल्स में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।

इसे भी पढ़ें- सर्दियों में इन लोगों को नहीं करना चाहिए अदरक का सेवन, हो सकती है परेशानी

नींबू का रस आएगा काम

नींबू में विटामिन-सी और एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं। नींबू में मौजूद घुलनशील फाइबर पाचन के लिए फायदेमंद होता है। इसमें साइट्रिक एसिड होता है, जो गुर्दे की पथरी को रोकने में भी मदद करता है। नींबू में मौजूद विटामिन-सी कोलेजन को बनाने में मदद करता है। इससे चेहरे पर निखार आता है।

काली मिर्च खाने के फायदे

काली मिर्च खाने में स्वादिष्ट होने के साथ सेहत के लिए फायदेमंद भी होती है। इसमें पिपेरिन और एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद हैं। इसके साथ ही, काली मिर्च में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-आर्थराइटिस गुण आर्थराइटिस के मरीजों के लिए फायदेमंद हैं।

इसे भी पढ़ें- सर्दियों में इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए खाएं काली मिर्च से बनी ये चटनी, जानें फायदे और रेसिपी

अगर आप स्किन, सेहत और बालों का ख्याल रखना चाहते हैं, तो घर पर हल्दी और अदरक से बने इन आइस क्यूब्स को बना सकते हैं। इसे आप ज्यादा मात्रा में बनाकर फ्रीजर में स्टोर कर सकते हैं। इसके बाद हफ्तेभर आपको इस ड्रिंक को अलग से बनाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

Read Next

इरिटेबल बाउल सिंड्रोम और इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज में क्या अंतर है? डॉक्टर से जानें इसके बारे में

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version