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बच्चों में Lymphadenopathy होने का कारण और बचाव के तरीके, जानें डॉक्टर से

बच्चों में अक्सर कान के नीचे और बगल में गांठें बन जाती हैं, जिसे लिम्फाडेनोपैथी (Lymphadenopathy) कहते हैं। जानिए लिम्फाडेनोपैथी का कारण।
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बच्चों में Lymphadenopathy होने का कारण और बचाव के तरीके, जानें डॉक्टर से

घर में अगर छोटा बच्चा होता है तो सभी का ध्यान हर वक्त बच्चे पर रहता है। कई बार बच्चे अपनी समस्याओं को बता नहीं पाते हैं, जिसके कारण समस्या गंभीर हो जाती हैं। अगर आपके घर में छोटा बच्चा है तो समय-समय पर आप खुद बच्चे के पूरे शरीर को जांचते रहें। दरअसल, कई बार बच्चों के कान के नीचे, गर्दन पर और बगल में गांठें सी दिखाई देती हैं जो शरीर में लिम्फ नोड बढ़ने के कारण दिखती हैं, जिसे लिम्फाडेनोपैथी कहते हैं। कई बार इन गांठों का साइज बढ़ने पर दर्द भी होता है। इस लेख में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अछल्दा के सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर गौरव कुमार से जानेंगे, बच्चों में लिम्फाडेनोपैथी होने का कारण और बचाव के तरीके क्या हैं।

बच्चों में लिम्फाडेनोपैथी होने का कारण - What Is The Cause Of Lymphadenopathy In Children

शरीर में जब भी कोई इंफेक्शन होता है तो व्हाइट ब्लड सेल्स पूरे शरीर में लिम्फ नोड के द्वारा घूमते हैं। लिम्फ नोड सभी के शरीर में होते हैं, जिनके साइज पर निर्भर करता है कि इलाज की जरूरत है या नहीं। बच्चों में लिम्फ नोड का साइज बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं। 

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  1. इंफेक्शन एक मुख्य कारण हो सकता है जिससे लिम्फ नोड्स में सूजन आ सकती है, जिसके कारण गांठें ज्यादा दिखने लगती हैं। जैसे कि खांसी, जुकाम, फेफड़ों का संक्रमण या गले की समस्याएं।
  2. कई बार बच्चों को वातावरण या खानपान से जुड़ी एलर्जी के कारण भी लिम्फाडेनोपैथी की समस्या हो सकती है।
  3. बच्चों में दांत निकलने के समय लिम्फ नोड्स में सूजन आ सकती है, जिसके कारण गांठें ऊपर दिखने लगती हैं।

Lymphadenopathy

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लिम्फाडेनोपैथी से बचाव के तरीके - Ways To Prevent Lymphadenopathy

1. कुछ बच्चे हेल्दी फूड्स खाना पसंद नहीं करते हैं, जिसके कारण बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है और इंफेक्शन के कारण लिम्फाडेनोपैथी की समस्या होती है। ऐसे में बच्चों की डाइट का खास ख्याल रखें। स्वस्थ और पौष्टिक आहार बच्चों को इंफेक्शन से बचाने में मदद कर सकता है।

2. बच्चों में हाथ धोने की आदत जरूर डलवाएं, जिससे इंफेक्शन के खतरे को कई गुना कम किया जा सकता है।

3. इस बात का खास ख्याल रखें कि बच्चे का समय पर टीकाकरण जरूर हो। ऐसा इसलिए, क्योंकि टीकाकरण बच्चों को कई बीमारियों से बचाता है।

4. बच्चों में लिम्फाडेनोपैथी की समस्या देखने को मिलती है लेकिन अगर गांठें 1cm से छोटी हैं और दर्द नहीं है तो ये अपने आप ठीक हो सकती हैं।

5. अगर बच्चे को दर्द की शिकायत है और गांठों को छूने पर बच्चा रोता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित इलाज करवाएं।

बच्चों में लिम्फाडेनोपैथी एक सामान्य समस्या है, लेकिन समय पर उचित चिकित्सा से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। बच्चों में होने वाली किसी भी बीमारी का इलाज घर पर न करें सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें।

All Images Credit- Freepik

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