Causes Of Irritability In Children In Hindi: iकभी-कभी बच्चों को कंट्रोल करना बहुत मुश्किल हो जाता है। खासकर, 8 से 12 साल के बच्चों की बात करें, तो उनका मूड कब सही और कब खराब हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है। इसलिए, पेरेंट्स को अक्सर अपने बच्चे के बिहेवियर पर बारीक नजर रखनी पड़ती है। कई बार इस उम्र के बच्चे बहुत ज्यादा चिड़चिड़े हो जाते हैं और बेवजह घर के अन्य सदस्यों पर गुस्सा निकालने लगते हैं। इस तरह की कंडीशन लगभग हर घर में होती है। इसे कंट्रोल करना मुश्किल नहीं है। हालांकि, बच्चों के चिड़चिड़े (bache ka chidchidapan) का कारण जान लेना ज्यादा जरूरी (How Do You Help An Irritable Child) होता है। यहां उसी बारे में बात करेंगे।
नींद पूरी न होने पर- Lack Of Sleep
सीनियर कंसलटेंट साइकेट्रिस्ट (MD Psychiatry) डॉ. विजय पाठक कहते हैं, "बच्चे ही नहीं, बड़ों की भी अगर पूरी नींद न हो, तो वे चिड़चिड़े हो जाते हैं। बच्चों पर भी यही बात लागू होती है। आमतौर पर एक वयस्क व्यक्ति के लिए एक दिन में 8 घंटे की नींद पर्याप्त होती है। वहीं, बच्चों को 9 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए। अगर किसी कारण बच्चा लेट नाइट सोया है और दिन में भी नींद पूरी नहीं कर पाया है, तो वह चिड़चिड़ा हो सकता है। वह बात-बात पर अपने पेरेंट्स या दोस्तों के साथ झगड़ा कर सकता है।"
इसे भी पढ़ें: बच्चों को चिड़चिड़ेपन से बचाना है, तो मां-बाप रखें इन 5 बातों का ख्याल
भूख लगने पर- Hunger
नवी मुंबई स्थित अपोलो अस्पताल के Lead consultant Pediatric Critical Care Specialist डॉ. नारजोहन मेश्राम के अनुसार, "वैसे तो 8 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे यह बता सकते हैं कि उन्हें भूख या नहीं। लेकिन, कई बार भरपेट खाना न खाने के कारण उनके स्वभाव में चिड़चिड़ापन (Can Hunger Cause Irritability) आ जाता है। इस कंडीशन में पेरेंट्स को यह समझना होगा कि आखिर बच्चा बात-बात पर नाराज क्यों हो रहा है या फिर गुस्सा क्यों दिखा रहा है। अगर उसे सच में भूख लगी है और पेट भर खाना न खाने की वजह से चिड़चिड़ेपन का शिकार है, तो उसे खाने के लिए खाना दें। इससे उसके स्वभाव में कुछ देर में ही सकारात्मक बदलाव दिखने लगेगा।"
इसे भी पढ़ें: लंबे समय से घर में रहकर चिड़चिड़ा हो गया है बच्चा? साइकोलॉजिस्ट से जानें 5 टिप्स जो आएंगी आपके बड़े काम
तबियत खराब होने पर- Health Problems
डॉ. नारजोहन मेश्राम के अनुसार, "यह बात हम सभी जानते हैं कि बुखार या सर्दी-जुकाम होने पर व्यक्ति के स्वभाव में रूखापन आ जाता है। ऐसा ही बच्चों के साथ भी होता है। जब बच्चे बीमार होते हैं, तो वे बात-बात पर गुस्सा हो जाते हैं। बेवजह पेरेंट्स से झगड़ पड़ते हैं। इस तरह की कंडीशन में पेरेंट्स को चाहिए कि वे अपने बच्चे की सिचुएशन को समझें। उन्हें डांटें नहीं, बल्कि उनकी सेहत की सुधार पर काम करें।"
इसे भी पढ़ें: टीनएज बच्चों के गुस्से और चिड़चिड़ेपन को कैसे शांत करें? एक्सपर्ट से जानें किशोर बच्चों को समझाने के तरीके
किसी चीज को लेकर परेशान होने पर- Frustration
डॉ. विजय पाठक कहते हैं, "बच्चे कई बार तब भी बहुत ज्यादा चिड़चिड़े हो (Health Conditions That Cause Irritability) जाते हैं, जब उन्हें कोई बात परेशान करती है। लेकिन, वह अपने पेरेंट्स से उन बातों को शेयर नहीं कर पाते हैं। ऐसा स्कूल में बुली होने की वजह से हो सकता है या फिर भाई या बहन के साथ झगड़ा होने के कारण भी हो सकता है। अगर आपका बच्चा बीमार नहीं है, फिर भी चिड़चिड़ा है, तो बेहतर है कि उसकी वजह को समझकर समस्या का समाधान करें।"
उनकी जिद पूरी न होने पर- Stubbornness
कुछ बच्चे इसलिए चिड़चिड़ हो जाते हैं, क्यांकि उनकी बातों को सुना नहीं जाता है। इस तरह के बच्चे स्वभाव से जिद्दी होते हैं। बात-बात कोई न कोई नई चीज डिमांड कर बैठते हैं। पेरेंट्स को समझना होगा कि अगर बच्चा जिद की वजह से चिड़चिड़ा है, तो उसकी आदत में सुधार करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल- Frequently Asked Questions
चिड़चिड़ापन को कैसे दूर करें?
चिड़चिड़ापन दूर करने के लिए कभी-कभी अकेले समय बिताना चाहिए। वहीं, बच्चों के चिड़चिड़ेपन को दूर करने के लिए उनसे बातचीत करनी चाहिए और उनकी समस्या को समझने की कोशिश करनी चाहिए।
कमजोर बच्चे के लक्षण क्या है?
अगर बच्चे में ऊर्जा की कमी हो, वह अक्सर थकान महसूस करता है, एक्टिविटी से दूर रहता है, तो यह सब कमजोर होने क निशानी हो सकते हैं।
क्या चिड़चिड़ापन एक मानसिक बीमारी है?
चिड़चिड़ापन कोई बीमारी नहीं है। हालांकि, यह एक किस्म की मानसिक समस्या है। चिड़चिड़ेपन में व्यक्ति अक्सर दूसरों पर गुस्सा होता है। उसे लगता है कि वह अपनी सिचुएशन को कंट्रोल नहीं कर सकता है।