लखनऊ के अंश बन सकते हैं Enteromix वैक्सीन ट्रायल के पहले भारतीय, कैंसर से लड़ रहे हैं जंग

लखनऊ के अंश श्रीवास्‍तव ऐसे पहले भारतीय होंगे ज‍ि‍न्‍हें रूस में व‍िकस‍ित हो रही कैंसर वैक्‍सीन के ट्रायल में शाम‍िल क‍िया जाएगा। अगर ट्रायल सफल रहा, तो अंश कैंसर के ख‍िलाफ चली रही जंग जीत सकते हैं।
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लखनऊ के अंश बन सकते हैं Enteromix वैक्सीन ट्रायल के पहले भारतीय, कैंसर से लड़ रहे हैं जंग

यूपी की राजधानी लखनऊ में रहने वाले अंश श्रीवास्‍तव आंत के कैंसर से जंग लड़ रहे हैं। लखनऊ के मेदांता अस्पताल में अंश का इलाज चल रहा है। अंश के इलाज के ल‍िए उनके प‍िता ने सरकार से गुहार लगाई थी, ज‍िसके बाद उन्‍हें इलाज की उम्मीद म‍िली है। अंश,वैकल्‍प‍िक इलाज के रूप में रूस में व‍िकस‍ित हो रही कैंसर वैक्‍सीन Enteromix के ट्रायल में शाम‍िल होने वाले पहले भारतीय बन सकते हैं। 27 अक्टूबर 2025 को जारी एक आधिकारिक पत्र में रूस सरकार ने पुष्टि की है कि अंश का केस रिव्यू करके देश के स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा गया है।


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राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से लगाई इलाज की गुहार

अंश के प‍िता मन्नु श्रीवास्तव ने अपने बेटे के गंभीर हालत को देखते हुए कैंसर के इलाज (Cancer Treatment) के ल‍िए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर गुहार लगाई थी। अब उम्‍मीद लगाई जा रही है क‍ि जल्‍द ही अंश को रूस में व‍िकस‍ित हुई कैंसर वैक्‍सीन Enteromix के ट्रायल में शाम‍िल क‍िया जाएगा।

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आंत के कैंसर से जंग लड़ रहे हैं अंश

अंश का इलाज साल 2023 से चल रहा है। साल 2024 में उनकी हालत तब गंभीर हुई जब पेट में बार-बार द्रव बनने लगा, सांस लेने में समस्‍या हुई और वजन घटने लगा। लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल और मुंबई के टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने परिवार को बताया क‍ि अंश को आंत का कैंसर (Colorectal Cancer) है और उन्‍हें क‍िसी भी परिस्थिति के ल‍िए तैयार रहना चाह‍िए।

कैंसर वैक्‍सीन ट्रायल के पहले भारतीय बनेंगे अंश

जानकारी के मुताब‍िक, अंश श्रीवास्तव भारत के पहले मरीज बन सकते हैं, जो इस रूसी mRNA आधारित कैंसर वैक्सीन ‘Enteromix’ के क्लिनिकल ट्रायल में शामिल होंगे। इस वैक्सीन ने प्रारंभिक मानव ट्रायल में कोलोरेक्टल कैंसर के इलाज में 100 प्रतिशत प्रभाव दिखाया है।

कैसे काम करती है Enteromix वैक्सीन?

Enteromix वैक्सीन, जिसे रूस में विकसित किया गया है, mRNA तकनीक का इस्‍तेमाल करती है। यह वही तकनीक है जो कोविड‑19 वैक्सीन में इस्तेमाल हुई थी। यह वैक्सीन मरीज के ट्यूमर की जेनेटिक जानकारी के आधार पर इम्यून सिस्टम को कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने का काम करती है।

न‍िष्‍कर्ष:

लखनऊ के अंश श्रीवास्तव आंत के कैंसर से जंग लड़ रहे हैं और वे रूस में विकसित हो रही Enteromix कैंसर वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल में भारत के पहले मरीज बन सकते हैं। रूस सरकार ने उनके केस को रिव्यू कर स्वास्थ्य मंत्रालय को भेजा है, जिससे अंश को इलाज की उम्मीद मिली है।

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image credit: langimg.com, indiatoday, theconversation, news18

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  • Nov 12, 2025 17:49 IST

    Published By : Yashaswi Mathur

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