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डायबिटीज रोगी रोजाना करें लिंग मुद्रा का अभ्यास, ब्लड शुगर लेवल रहेगा कंट्रोल

Ling mudra : डायबिटीज के मरीज अपना ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में करने के लिए लिंग मुद्रा कर सकते हैं। जानें इस मुद्रा के फायदे और इसे करने का तरीका- 
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डायबिटीज रोगी रोजाना करें लिंग मुद्रा का अभ्यास, ब्लड शुगर लेवल रहेगा कंट्रोल


डायबिटीज मरीज कौन-सी हस्त मुद्रा कर सकते हैं? डायबिटीज एक लाइफस्टाइल डिजीज है। आजकल हर दूसरा व्यक्ति डायबिटीज की समस्या से परेशान हैं। थकान, सिरदर्द, कमजोर इम्यूनिटी, बार-बार पेशाब आना और धुंधलापन दिखना डायबिटीज या मधुमेह के मुख्य लक्षण हैं। डायबिटीज होने पर रोगी के रक्त में शुगर लेवल बढ़ने लगता है, जिससे कई तरह की अन्य बीमारियां पैदा हो जाती हैं। अगर आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो हेल्दी डाइट, एक्सरसाइज और योग के साथ ही लिंग मुद्रा को भी अपनी जीवनशैली में शामिल कर सकते हैं। लिंग मुद्रा के नियमित अभ्यास से डायबिटीज को काफी हद तक कंट्रोल में रखा जा सकता है। लिंग मुद्रा को करने से मधुमेह रोगी खुद को स्वस्थ रख सकता है। 14 नवंबर को हर साल डायबिटीज दिवस मनाया जाता है, इसलिए इस मौके पर हम आपको डायबिटीज में लिंग मुद्रा कैसे फायदेमंद है, इस बारे में बताने जा रहे हैं।

डायबिटीज रोगियों के लिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए योग बहुत जरूरी होता है। इसमें आप लिंग मुद्रा का अभ्यास भी कर सकते हैं। योग गुरु रमेश कुमार से जानें क्या है लिंग मुद्रा और कैसे रखता है यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल? जानें लिंग मुद्रा के अन्य फायदे भी-

ling mudra benefits

लिंग मुद्रा क्या है? (what is ling mudra)

लिंग मुद्रा एक ऐसी मुद्रा है, जिसमें दोनों हथेलियों को इंटरलॉक किया जाता है। इससे शरीर के भीतर ध्यान केंद्रित करने और उनके प्रवाह को बनाए रखने में सक्षम होती है। इसमें अंगूठे पर ध्यान केंद्रित किया जाता है और अंगूठा मनुष्य के शरीर में अग्नि तत्व का प्रतीक होता है। लिंग मुद्रा अग्नि तत्व को मजबूत बनाने का कार्य करती है। लिंग मुद्रा एक योग है, इसमें व्यक्ति को ध्यान लगाना होता है। यह ध्यान मुद्रा भी होती है। इस योग को करने से तन, मन और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। यह मन को शांत करने में मदद करता है। लिंग मुद्रा करने से ऊर्जा का संचार होता है। अगर सर्दी, जुकाम आदि की समस्याओं को दूर करना है, तो इस मुद्रा का नियमित अभ्यास कर सकते हैं।

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डायबिटीज में लिंग मुद्रा कैसे है असरदार?

लिंग मुद्रा में ध्यान लगाया जाता है। यह कई समस्याओं को दूर करने और बचाव करने में फायदेमंद होता है। अगर इसे डायबिटीज में किया जाए, तो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। डायबिटीज मरीजों के लिए लिंग मुद्रा बेहद प्रभावी होती है। इससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ाता है। इसलिए अगर आप डायबिटीज या मधुमेह रोगी हैं, तो रोजाना लिंग मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। नियमित रूप से 30-45 मिनट तक लिंग मुद्रा करने से डायबिटीज रोगियों को काफी लाभ मिलता है।

कैसे करें लिंग मुद्रा (How to do ling mudra)

लिंग मुद्रा को बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसे करने के लिए आपको किसी शांत वातावरण की जरूरत होती है। आप इसे शांत, साफ वातावरण में ही करें। 

  • इस मुद्रा को करने के लिए सबसे पहले आप किसी शांत वातावरण में योग मैट बिछा लें।
  • इस पर सिद्धासन में बैठ जाएं।
  • अपनी दोनों आंखों को बंद कर लें। इस दौरान अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
  • इसके बाद अपने बाएं हाथ को पेट के पास लाएं और उस पर दाएं हाथ को मुट्ठी बांधकर रखें।
  • अब अपने अंगूठे को एकदम सीध में रखें। इस पर ध्यान केंद्रित करें।
  • इस मुद्रा में आप 10-15 मिनट तक रह सकते हैं।
  • लिंग मुद्रा को सुबह-शाम किसी भी समय किया जा सकता है।

ling mudra benefits

लिंग मुद्रा के फायदे (Ling mudra benefits)

लिंग मुद्रा करने से आप कई स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं। यह शरीर में ऊष्मा और ऊर्जा का संचार करता है, इसलिए इसे ऊष्मा और ऊर्जा की मुद्रा भी कहा जाता है। लिंग मुद्रा शरीर में गर्मी, ऊष्मा को बढ़ाने में मदद करती है। सर्दी के मौसम में लिंग मुद्रा करना अधिक लाभदायक होता है, क्योंकि यह शरीर में ऊष्मा या गर्मी को बढ़ाता है।

1. सांस से संबंधित बीमारियों में फायदेमंद

स्वास्थ्य को लिंग मुद्रा के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। लिंग मुद्रा श्वसन तंत्र के लिए काफी अच्छी मुद्रा है। यह सांस से संबंधित रोगों और अस्थमा की समस्याओं से भी बचाव करता है। लिंग मुद्रा का नियमित अभ्यास करने से गले में जमा कफ आसानी से निकल जाता है। इसे करने से खांसी की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। यह फेफड़ों को भी मजबूत बनाता है।

2. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता बीमारियों से लड़ने में आपकी मदद करती है। इसलिए आपको अपनी इम्यूनिटी को हमेशा मजबूत बनाए रखने चाहिए। अकसर सर्दियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार जैसी सामान्य बीमारियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन लिंग मुद्रा का अभ्यास करके आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। लिंग मुद्रा मौसम संबंधी समस्याओं से भी बचाता है। लिंग मुद्रा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार है।

3. वजन घटाने में फायदेमंद

वजन को नियंत्रण में रखने के लिए आप इस मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। अगर आपका वजन बहुत ज्यादा है, तो इस स्थिति में लिंग मुद्रा को करना बेहद फायदेमंद होता है। वजन घटाने के लिए आप इस मुद्रा को दिनभर में 2-3 बार कर सकते हैं। लिंग मुद्रा के अभ्यास से कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है। यह शरीर से एक्सट्रा फैट, कैलोरी को बर्न करता है और मोटापे को कम करता है।

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4. ब्लड प्रेशर की समस्या से राहत

आजकल ब्लड प्रेशर की समस्या बेहद सामान्य हो गई है। अधिकतर लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। अगर आप भी ब्लड प्रेशर की समस्या से परेशान हैं, तो लिंग मुद्रा का नियमित रूप से अभ्यास कर सकते हैं। इस मुद्रा को करने से रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के लिए इस मुद्रा को किया जा सकता है।

5. ऊर्जा बढ़ाने में लाभकारी

दिनभर के काम, थकान और बिजी शेड्यूल के चलते शरीर में ऊर्जा की कमी हो जाती है। इस स्थिति में शरीर और मन दोनों थक जाते हैं। ऐसे में लिंग मुद्रा का अभ्यास किया जा सकता है। इससे शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है। यह तन, मन और आत्मा सभी को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है। यह सर्दी में ऊर्जा बढ़ाने का अच्छा उपाय है।

आप भी डायबिटीज या ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए लिंग मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के साथ ही लिंग मुद्रा करने से कई अन्य फायदे भी मिलते हैं। लेकिन कोई भी समस्या होने पर आपको इसे एक्सपर्ट की सलाह पर ही करना चाहिए। 

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