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बच्चों के जोड़ों को मजबूत बनाने के लिए क्या करें? डॉक्टर ने बताए कुछ लाइफस्टाइल टिप्स

Bone And Joint Growth In Childhood: अगर बचपन से ही जोड़ों को मजबूत बनाया जाए, तो अधिक उम्र में हड्डियों से जुड़ी परेशानियां कम हो सकती हैं। बच्चों के जोड़ों को मजबूत बनाए रखने के लिए पैरेंट्स यहां बताए गए टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।
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बच्चों के जोड़ों को मजबूत बनाने के लिए क्या करें? डॉक्टर ने बताए कुछ लाइफस्टाइल टिप्स

Joint Health For Children: आमतौर पर जोड़ों में दर्द की बात आते ही हमारे दिमाग में बड़े, अधेड़ या बुजुर्ग आ जाते हैं। हम सपने में भी नहीं सोचते हैं कि बच्चों को भी जोड़ों में दर्द हो सकता है। असल में बच्चों को पैरों में दर्द होता है। इसे ग्रोइंग पेन कहा जाता है। वैसे तो बढ़ती उम्र में पैरों में दर्द होना कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन इसी उम्र में बच्चों की सेहत का अच्छी तरह ध्यान रखना चाहिए। तभी बच्चों की ग्रोथ बेहतर होती है, सेहत में सुधार होता है और इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। पैरेंट्स को उनके जॉइंट्स और हड्डियों की मजबूती पर भी जोर देना चाहिए। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे लाइफस्टाइल से जुड़े टिप्स बताएंगे कि जिन्हें अपनाकर बच्चों के जोड़ों को मजबूती मिलती है। इस बारे में जानने के लिए हमने दिल्ली के कड़कड़डूमा स्थित Kailash Deepak Hospital में Consultant Orthopedics & Sports Injuries डॉ. विनय अग्रवाल से बात की।


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बच्चों के जोड़ों को मजबूत बनाने के टिप्स- Lifestyle Tips To Strengthen Joints In Kids

lifestyle tips to strengthen joints in kids  1 (10)

1. फिजिकल एक्टिविटी पर दें जोर

बच्चों को क्लाइम्बिंग (Climbing), डांसिंग, जंपिंग जैसी तमाम एक्टिविटीज करने की सलाह दें। इससे उनकी बोन डेंसिटी में सुधार होता है और मसल्स को भी मजबूती मिलती है। विशेषज्ञों की मानें, तो बच्चों को रोजाना कम से कम 60 मिनट की इस तरह की फिजिकल एक्टिविटी जरूर करनी चाहिए। यह उनके ओवर ऑल हेल्थ पर अच्छा असर डालता है।

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2. स्ट्रेचिंग करने को कहें

जो बच्चे सिर्फ जंपिंग या डांसिंग जैसी वर्कआउट करते हैं, लेकिन स्ट्रेचिंग आदि नहीं करते हैं। ऐसे बच्चों में गिरने का रिस्क रहता है। ऐसे बच्चों को चोट भी लगती है। दरअसल, हर बच्चे के लि स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी होता है। पैरेंट्स के लिए संभव हो, तो बच्चों को योग, डांस या मार्शल आर्ट जैसी एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करवाएं। इससे उनकी बॉडी स्ट्रेच होती है, फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है और चोट लगने का जोखिम भी कम हो जाता है।

3. पोषक तत्वों पर जोर दें

बच्चों के लिए जितना जरूरी फिजिकली एक्टिव रहना है, उतना ही जरूरी पर्याप्त पोषण लेना भी है। हाल के सालों में आपने देखा होगा कि बच्चे अच्छी डाइट फॉलो नहीं करते हैं। इसकी वजह से उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी बनी रहती है। जाहिर है, यह सही नहीं है। बच्चों के लिए विटामिन डी सबसे जरूरी तत्व है, जो उनकी हड्डियों को मजबूती देता है और जोड़ों के दर्द को भी कम करता है। बच्चों की डाइट में प्रोटीन भी जरूर शामिल करें।

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4. हाइड्रेट रहने की सलाह दें

बच्चे अक्सर पानी कम पीते हैं। अगर अधिक उम्र तक जोड़ों को लुब्रिकेटेड रखना है, तो उन्हें हाइड्रेटेड रहने की सलाह जरूर दें। उन्हें नियमित रूप से प्यास न लगने पर भी पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के लिए कहें। उन्हें शुगर युक्त ड्रिंक बिल्कुल न दें। इसका हड्डियों पर बुरा असर पड़ता है।

5. रेस्ट करने को कहें

बच्चे हमेशा अपने पैरेंट्स की सलाह से अधिक फिजिकली एक्टिव रहते हैं। ऐसे में कई बार मसल्स इंजुरी हो जाती है। अगर मसल्स की रिकवरी न हो, तो विकास बाधित हो सकता है। इसलिए, पैरेंट्स को चाहिए कि वे अपने बच्चे को अच्छी तरह रेस्ट करने की सलाह दें। बच्चों की बेहतर ग्रोथ के लिए रोजाना 9 से 10 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। साथ-साथ रात के समय उनका स्क्रीन टाइम को भी लिमिट करें। हाल के दिनों में ज्यादातर बच्चे काफी ज्यादा स्क्रीन टाइम बिताते हैं, जिसका उनकी हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। इसे सीमित करना है, तो उन्हें रात को सिर्फ रेस्ट करने की सलाह दें।

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निष्कर्ष

कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि अगर बच्चों को अपनी हड्डियों को मजबूती देनी है, तो बेहतर है कि वे अच्छी लाइफस्टाइल फॉलो करें। इसके लिए हेल्दी डाइट लें, अच्छी तरह रेस्ट करें, बॉडी को हाइड्रेटेड रखें। साथ-साथ सही फिजिकल एक्टिविटी में भी हिस्सा लें। इससे न सिर्फ बोन डेंसिटी में सुधार होता है, बल्कि उनका विकास बेहतर होता है और इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। इससे मौसमी संक्रमण से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

All Image Credit: Freepik

FAQ

  • ग्रोइंग पेन क्या है?

    सभी बच्चों को ग्रोइंग पेन होता है। यह आमतौर पर 3-12 साल के उम्र के बच्चों के पैरों में होने वाला हल्का दर्द होता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का दर्द आमतौर पर रात के समय ट्रिगर होता है।
  • क्या बच्चों को सप्लीमेंट देना चाहिए?

    बच्चों के शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए बैलेंस्ड डाइट देना चाहिए। हां, अगर उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो गई है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही उन्हें विटामिन सप्लीमेंट देने चाहिए।
  • बच्चों की हड्डियां मजबूत बनाने के लिए क्या करना चाहिए?

    बच्चों की हड्डियों को मजबूत करने के लिए उनकी डाइट में कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर चीजों को ज्यादा से ज्यादा शामिल करना चाहिए। जहां तक विटामिन डी की कमी को पूरा करने की बात है, तो इसके उन्हें रोजाना धूप में खेलने दें, दौड़ने-कूदने जैसे एक्सरसाइज करने का कहें और जंक फूड से उन्हें दूर रखें। इसके अलावा, अच्छी नींद भी बोन डेंसिटी और स्ट्रेंस के लिए जरूरी होते हैं।

 

 

 

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  • Current Version

  • Dec 27, 2025 14:05 IST

    Published By : Meera Tagore

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