
महिलाओं में अक्सर कई तरह के हड्डियों से जुड़ी परेशानियां पाई जाती हैं। ऐसे में अगर वो पुरुषों की तरह बैठें, तो उन्हें इससे काफी सारे अन्य स्वास्थ्यलाभ भी हो सकते हैं। दरअसल एक शोध की मानें तो महिलाओं में होनी वाली बर्साइटिस, जांघों में सूजन और जोड़ों में दर्द जैसी परेशानियां बहुत बार उनके बैठने के तरीके के कारण भी होती है। वहीं इस शोध में बताया गया है कि कैसे महिलाओं के लिए पुरुषों की तरह बैठना बर्साइटिस और जांघों में सूजन आदि को कम कर सकता है। वहीं पूरी दुनिया में ये बात 'सिट लाइक अ मैन' आंदोलन से शुरू हुई, जिसके तहत औरतों को मर्दों की तरह पैर खोलकर बैठने के लिए प्रोत्साहन दिया गया। आइए जानते हैं इस आंदोलन के बारे में।
कैसे शुरू हुआ 'सिट लाइक अ मैन' आंदोलन?
महिलाओं को एक पुरुष की तरह बैठने के लिए प्रोत्साहित करना वाला ये आंदोलन 'S.L.A.M',जिसका मतलब है 'सिट लाइक अ मैन' डॉक्टर बारबरा बर्गिन द्वारा शुरू किया गया है। दरअसल साल 2010, के आस पास बर्गिन, जो अब 65 वर्ष की हैं, को बर्सिटिस के लक्षणों का अनुभव हुआ। इसमें एक तरह से पेट के वेस्ट बैग में सूजन हो जाता है और जोड़ों और नाजुक टिशूज के बीच दर्द का कारण बनता है। शुरू में तो बर्गिन ने अपनी उम्र का चाक किया। फिर उन्हें एहसास हुआ कि दर्द सप्ताहांत में दूर हो गाय। उन्होंने इस समय ये ध्यान दिया किया ये दर्द तब हुआ, जब वे अपने विशाल ट्रक को कॉम्पैक्ट ऑटोमोटिव विकल्प के रूप में चला रही थी। इस ट्रक में छोटी कार की तरह छोटी सीटें होती हैं, जिससे उनके घुटनों के पास एक साथ दबाव डाला, जिससे कूल्हे में दर्द हो गया।
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महिलाओं को पुरुषों की तरह क्यों बैठना चाहिए?
महिलाओं में पुरुषों की तुलना में व्यापक पेल्विस होती है और इस प्रकार जांघ की हड्डी कूल्हे के जोड़ से आसानी से घूमती है। यह रोटेशन महिलाओं के घुटनों को नॉक-नीड स्टांस में कूल्हों के अंदर तक ले जाने का कारण बनता है। मिसलिग्न्मेंट से घुटनों और कूल्हों में दर्द हो सकता है। तो, एक महिला की तरह बैठना वास्तव में हड्डियों के लिए दर्दनाक हो सकता है। डॉक्टर बताते हैं कि उम्र के साथ, ये स्थिति और बिगड़ती जाती है लेकिन एक आदमी की तरह बैठना तुरंत दर्द को कम कर सकता है। महिलाओं की सिटिंग आदतों का उनकी मस्कुलोस्केलेटल समस्याओं पर बहुत प्रभाव पड़ता है। अपने पुरुष समकक्षों की तरह बैठकर - पैर फैलाकर और आराम से बैठकर इसे आसानी से बदला जा सकता है। यह वास्तव में कारगर में महिलाओं में होने वाले कई तरह हड्डियों से जुड़ी परेशानियों को कम कर सकता है।
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पुरुषों की तरह कैसे बैठें-
- एक आदमी की तरह बैठने के लिए, अपने घुटनों को थोड़ा चौड़ाई दें।
- आपका बायाँ पैर घड़ी में जैसे सात बजता है, वैसा ही होना चाहिए।
- जबकि दाहिना पैर घड़ी में 5 बजने के आकार का होना चाहिए।
- अपने पैरों को चौड़ा न करें औपर न ही पैरों को एक दम चिपका कर बैठें।
- जैसे घड़ी में 8 और 4 बजते हैं, वैसे डिजाइन में पैर मोड़ कर कभी न बैठें।
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