ओरल हेल्थ का ख्याल रखना आपके लिए उससे कहीं अधिक लाभदायक है, जितना आप सोचते हैं। एक हेल्दी स्माइल न सिर्फ आपके भीतर आत्मविश्वास जगाती हैं, बल्कि ओरल हेल्थ का सही तरह से ख्याल रखने से आप कई गंभीर बीमारियों से बचे रहते हैं। आप अपने मुंह का इस्तेमाल खाने के लिए, मुस्कुराने के लिए, बोलने के लिए और बहुत कुछ करते हैं। खराब मौखिक स्वास्थ्य इनमें से किसी भी या सभी चीजों को प्रभावित कर सकता है। यकीनन हर दिन ब्रश करने और फ्लॉस करने से आपके दांत स्वस्थ बने रहते हैं, लेकिन ओरल हेल्थ सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। आपको इसके अलावा भी कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए। तो चलिए जानते हैं इन्हीं बातों के बारे में-
ब्रशिंग
ओरल हेल्थ का ख्याल रखने का सबसे पहला कदम है ब्रशिंग। यह बेहद जरूरी है कि आप प्रतिदिन दो बार सुबह व शाम ब्रश करें। दांतों की सतहों पर जमा होने और बैक्टीरिया में तब्दील होने में पट्टिका को 12 घंटे लगते हैं। यह आपके टूथ एनेमल को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
जरूरी है चेकअप
अक्सर लोग डेंटिस्ट के पास तभी जाते हैं, जब उन्हें ओरल हेल्थ संबंधी कोई समस्या हो। लेकिन साल में कम से कम दो बार डेंटिस्ट के पास चेकअप के लिए जरूर जाना चाहिए। इससे डॉक्टर क्षय व गम रोग संबंधी समस्याओं को शुरूआती चरण में ही पहचानकर उसका निदान कर सकता है। रूटीन चेकअप से आप न सिर्फ ओरल हेल्थ का ख्याल रख पाएंगे, बल्कि गंभीर बीमारियों से भी खुद का बचाव कर सकते हैं।
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फ्लॉस
दिन में कम से कम एक बार दांतों के बीच फ्लॉस या इंटर-प्रॉक्सिमल ब्रश का उपयोग करें क्योंकि भोजन या बैक्टीरिया पहले दांतों के बीच जमा हो जाते हैं। फ्लॉस न करने की स्थिति में मसूड़ों में सूजन व इंटर-प्रॉक्सिमल डेक्स विकसित होने की संभावना होती है। नियमित रूप से फ्लॉस से इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।
बेहतर टेक्निक
ब्रश करते समय आपकी टेक्निक भी आपकी ओरल हेल्थ को प्रभावित करती है। जब आप टूथब्रश करें तो उस पर टूथपेस्ट की मात्रा कम ही रखें। ऐसा देखा जाता है कि दांतों की ड्राई क्लीनिंग अधिक प्रभावशाली होती है। वहीं कम टूथपेस्ट होने के बावजूद भी आपको एक फ्रेशनेस का अहसास होता है।
जीभ की सफाई
जब भी ओरल हेल्थ की बात होती है तो इसमें आपके दांतों के साथ-साथ जीभ भी शामिल है और इसलिए दांतों की तरह ही जीभ को भी सफाई की जरूरत होती है। जीभ की क्लीनिंग से आप न सिर्फ बैक्टीरिया को अपने मुंह से दूर रखते हैं, बल्कि इससे आपको मुंह से आने वाली बदबू से भी छुटकारा मिलता है।
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बंद करें धूम्रपान
अगर आप अपनी ओरल हेल्थ को बेहतर बनाना चाहते हैं तो आज ही धूम्रपान से किनारा कर लें। धूम्रपान से न सिर्फ दांतों में दाग लगते हैं, बल्कि इससे मसूड़ों में रक्त की आपूर्ति भी कम होती है। जिसके कारण व्यक्ति को मसूड़ों से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है। कई बार तो इसके कारण व्यक्ति को ओरल कैंसर भी हो जाता है।
फिज़ी ड्रिंक्स से दूरी
फिज़ी ड्रिंक्स से आप जितना दूर रहेंगे, आपकी ओरल हेल्थ के लिए यह उतना ही अच्छा है। दरअसल, फिज़ी ड्रिंक्स एनेमल को नष्ट कर देते हैं, जिससे आपके दांत बैक्टीरिया के संपर्क में अधिक आते हैं। ऐसे में आपको कई तरह की ओरल समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
चीनी को कहें अलविदा
अगर आप मीठे के शौकीन हैं तो जान लीजिए कि यह आपकी ओरल हेल्थ को प्रभावित कर सकता है। आप अपने आहार में मीठे की मात्रा को कम करें। खासतौर से, चिपचिपी मिठाईयां व चॉकलेट। यह आपके दांतों के बीच में चली जाती हैं और फिर ब्रश से भी इसे निकालना मुश्किल होता है। वैसे भी दांतों के खराब होने का एक मुख्य कारण शुगर है। यह आपके मुंह में बैक्टीरिया और अम्लता को बढ़ावा देता है, जिससे पट्टिका बनती है और फिर आपके एनेमल और मसूड़ों को नुकसान पहुंचता है।
हेल्दी फूड
पोषक तत्वों से भरपूर फल व सब्जियां न सिर्फ आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि इससे आपकी ओरल हेल्थ भी काफी अच्छी रहती है। कई तरह के फल व सब्जियां जैसे गाजर, सेलरी, ग्रीन्स व सेब आदि आपके दांतों को नेचुरली ब्रश करते हैं और इससे आपके दांतों की सतह खुद ब खुद साफ हो जाती है।
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