तनाव (स्ट्रेस) कैसे बनता है वजन बढ़ने का कारण? एक्सपर्ट से जानें इससे बचाव के टिप्स

कई शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि डिप्रेशन या तनाव (स्ट्रेस) की वजह से मोटापे का खतरा बढ़ जाता है, एक्सपर्ट से जानें बचाव के टिप्स।
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तनाव (स्ट्रेस) कैसे बनता है वजन बढ़ने का कारण? एक्सपर्ट से जानें इससे बचाव के टिप्स

मोटापे (Obesity) की वजह से इंसान न केवल शारीरिक रूप से परेशान होता है बल्कि इसके साथ कई मानसिक बीमारियां भी जन्म लेती हैं। मोटापे की वजह से शरीर तमाम तरह के रोग भी हो जाते हैं। मोटापे के कारण होने वाली सबसे प्रमुख बीमारियां जैसे आर्थराइटिस, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और अस्थमा आदि हो सकती हैं। क्या आपको पता है कि तनाव (स्ट्रेस) की वजह से मोटापे का खतरा होता है। जी हां दुनियाभर में हुए कई शोध और अध्ययन इस बात की जानकारी देते हैं कि स्ट्रेस या तनाव लेने वाले व्यक्ति को मोटापे का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। तनाव से ग्रसित व्यक्ति को मोटापे की समस्या जल्दी होती है। वैज्ञानिक और एक्सपर्ट्स इसके पीछे कई कारणों को जिम्मेदार मानते हैं। आइये दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के डॉ फैसल मुमताज से जानते हैं मोटापे की समस्या और तनाव (स्ट्रेस) के संबंध के बारे में।

तनाव (स्ट्रेस) और मोटापे का संबंध (Stress Obesity Connection)

तनाव या स्ट्रेस की समस्या से जूझ रहे व्यक्ति को मोटापे का अधिक खतरा होता है। तमाम शोध और अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि अधिक समय से तनावग्रस्त व्यक्ति को मोटापे से अन्य लोगों की तुलना में अधिक खतरा रहता है। तनाव की वजह से व्यक्ति के दिमाग में भूख को बढ़ाने वाले हॉर्मोन का निर्माण होता है। इसे मेडिकल की भाषा में कॉर्टिकोट्रॉफ़िन-रिलीजिंग हार्मोन कहते हैं, यह स्ट्रेस या तनाव से जूझ रहे व्यक्ति को शुरूआती दिनों में होता है। लेकिन जिस व्यक्ति को तनाव या स्ट्रेस की समस्या काफी दिनों से है उसमें कोर्टिसोल नामक हॉर्मोन की वजह से भूख और तनाव का स्तर बढ़ता है। कोर्टिसोल हॉर्मोन की वजह से भूख भी बढ़ती है और इससे तनाव का स्तर भी बढ़ता जाता है।

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कोर्टिसोल की वजह से बढ़ती है शुगर की क्रेविंग (Cortisol and Sugar Cravings)

शरीर में कोर्टिसोल हॉर्मोन की वजह से शुगर की क्रेविंग बढ़ती है। जिससे तनावग्रस्त इंसान को शुगर (चीनी) की आदत बन जाती है। ऐसे व्यक्तियों में शुगर का सेवन करने के बाद तनाव का स्तर भी कम हो जाता है। शुगर का अधिक सेवन शरीर में एक्स्ट्रा फैट और कार्ब्स जमा करता है। इसकी वजह से मुख्य रूप से पेट की चर्बी बढ़ने लगती है और तनावग्रस्त व्यक्ति मोटापे का शिकार हो जाता है। तनाव या स्ट्रेस से जूझ रहे व्यक्ति को शुगर की क्रेविंग कोर्टिसोल हॉर्मोन के बढ़ने से लगातार बढ़ती ही जाती है।

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कोर्टिसोल की वजह से असंतुलित होता है मेटाबॉलिज्म (Cortisol and Metabolism)

सबसे पहले तो तनावग्रस्त व्यक्ति के शरीर में कोर्टिसोल के स्तर में वृद्धि होने से उसकी शुगर क्रेविंग बढ़ती है जिसकी वजह से अधिक शुगर का सेवन शरीर के मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को प्रभावित करती है। लेकिन इसके अलावा अगर आपके शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ रहा है और आप शुगर का सेवन अधिक मात्रा में नहीं भी कर रहे हैं तो भी आपका मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है, और फिर इसकी वजह से वजन कम कर पाना मुश्किल हो जाता है। यह समस्या भी मोटापे का कारण बनती है।

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तनाव की वजह से अनहेल्दी आदतें बनती हैं मोटापे का कारण (Stress-Induced Unhealthy Habits Leads to Obesity)

तनाव की वजह से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ता है जिसकी वजह से आपकी खानपान से जुड़ी अनहेल्दी आदतें मोटापे का कारण बनती है। वजन बढ़ने में सबसे बड़ा योगदान खानपान का होता है। तनावग्रस्त व्यक्ति इमोशनल ईटिंग की आदत से ग्रसित हो जाता है जिसकी वजह से असंतुलित खानपान मोटापे का कारण बनता है। इसके अलावा तनाव या स्ट्रेस की वजह से नींद में कमी भी मोटापे का कारण बनती है।

तनाव की वजह से मोटापे की समस्या से बचाव के टिप्स (Tips to Break the Cycle of Stress and Weight Gain)

तनाव या स्ट्रेस की समस्या में बढ़ते कोर्टिसोल का स्तर और असंतुलित खानपान हमें मोटापे की समस्या की ओर ले जाता है। इस समस्या से बचने के लिए आपको एक शेड्यूल या रूटीन तैयार करना चाहिए। रूटीन के हिसाब से दिन भर के कार्यकलापों का पालन करने से इस समस्या से बचा जा सकता है। इसके अलावा तनाव की वजह से मोटापे की समस्या से बचाव के आसन टिप्स इस प्रकार हैं।

  • नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। तनाव को कम करने वाले योगासन का नियमित अभ्यास करने से आपको मोटापे और तनाव दोनों समस्या से निजात मिलेगी।
  • संतुलित और स्वस्थ भोजन करें। नियमित रूप से संतुलित और तनाव को कम करने वाले खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल करें।
  • इमोशनल ईटिंग की समस्या से बचें। भोजन के लिए एक सख्त दिनचर्या का पालन करें।
  • समय-समय पर पर्याप्त पानी पीते रहें। शरीर में पानी की कमी की वजह से आपको कई अन्य दिक्कतें भी हो सकती हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से तनाव में राहत मिलती है।
  • तनाव के बचने के लिए खेलकूद या किसी अन्य गतिविधि में भाग लें।
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लंबे समस्या से तनाव या स्ट्रेस से पीड़ित व्यक्ति को मोटापे का खतरा अधिक होता है। इसे पीछे सबसे प्रमुख कारण शरीर में बढ़ते कोर्टिसोल हॉर्मोन के स्तर को माना जाता है। आप ऊपर बताये गए बचाव के तरीकों का पालन करके इस समस्या से निजात पा सकते हैं। तनाव या मोटापे की समस्या में एक्सपर्ट चिकित्सक से परामर्श बहुत जरूरी होता है।

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