वजन घटाने के लिए ले रहे हैं आइस थेरेपी? तो जरूर जान लें इससे होने वाले नुकसान भी

वजन कम करने के लिए आजकल लोग आइस थेरेपी का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इसका इस्तेमाल करने से पहले इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में जरूर जान लें।
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वजन घटाने के लिए ले रहे हैं आइस थेरेपी? तो जरूर जान लें इससे होने वाले नुकसान भी

आज के दौर में मोटापा (Obesity) एक बड़ी समस्या बनकर सामने आया है। असंतुलित खानपान और आधुनिक जीवनशैली की वजह से बहुत से लोग इस समस्या से पीड़ित हो रहे हैं। वजन घटाने (Weight Loss) के लिए लोग तमाम तरह की डाइट और एक्सरसाइज आदि का प्रयोग करते हैं। मोटापा कम करने के लिए आजकल आइस थेरेपी (Ice Therapy for Weight Loss) चलन में है। इसमें लोग बर्फ को शरीर के उस हिस्से पर इस्तेमाल करते हैं जहां पर चर्बी ज्यादा इकठ्ठा हो जाती है। वैसे तो पहले बर्फ का इस्तेमाल चोट और दर्द अदि को ठीक करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था लेकिन अब वजन घटाने के लिए भी दुनियाभर में इसका इस्तेमाल हो रहा है। इससे वजन कम करने में सहायता भी मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वजन घटाने के लिए बर्फ का इस्तेमाल करना नुकसानदायक भी हो सकता है? नहीं, तो आइये जानते हैं वजन घटाने के लिए आइस थेरेपी के इस्तेमाल से होने वाले प्रमुख साइड इफेक्ट्स के बारे में।

वजन घटाने के लिए कैसे की जाती है आइस थेरेपी? (How Ice Therapy Work for Weight Loss?)

Ice-Therapy-for-Weight-Loss-Side-Effects

आज के दौर में मोटापे की समस्या बहुत कॉमन हो चुकी है। वजन कम करने के लिए आइस थेरेपी का इस्तेमाल शरीर के उन जगहों पर किया जाता है जहां अधिक फैट जमा होने की वजह से स्किन ढीली हो जाती है। मुख्यतः यह थेरेपी हाथों, पेट और जांघ आदि पर की जाती है। इन जगहों पर चर्बी को कम करने के लिए बर्फ को रगड़ा जाता है। बर्फ रगड़ने से इन जगहों की स्किन धीरे-धीरे ठीक हो जाती है और वहां की चर्बी भी कम होती है। इसके साथ ही लगातार आइस थेरेपी लेने से उन जगहों को डिटॉक्सीफाई करने में भी फायदा मिलता है। हालांकि बर्फ की सिंकाई के साथ-साथ डाइट और एक्सरसाइज भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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आइस थेरेपी से होने वाले नुकसान (Ice Therapy Side Effects)

वजन कम करने के लिए आइस थेरेपी का इस्तेमाल आजकल चलन में है। दुनियाभर में लोग वजन कम करने और मोटापे की समस्या दूर करने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इसके अधिक इस्तेमाल से शरीर को कई नुकसान भी पहुँच सकते हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में।

1. वजन कम करने के लिए आइस थेरेपी का इस्तेमाल उन लोगों को नहीं करना चाहिए जिन्हें डायबिटीज की समस्या है। डायबिटीज की बीमारी में आइस थेरेपी का खतरा अधिक हो जाता है। क्योंकि इस समस्या में बर्फ को स्किन पर रगड़ने पर हो सकता है कि आपको ठंडक महसूस न हो और अधिक ठंडी बर्फ के इस्तेमाल से आपके तंत्रिका तंत्र (Nerves System) को नुकसान पहुंचे। ऐसी स्थिति में उतकों के क्षतिग्रस्त होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है।

2. अगर आप डायबिटीज के मरीज नहीं भी हैं तो भी इसका इस्तेमाल बहुत लंबे समय के लिए नहीं करना चाहिए। अगर आप शरीर के किसी जगह पर जमा हुए फैट को कम करने के लिए आइस थेरेपी का सहारा ले रहे हैं तो इस बात को ध्यान में जरूर रखें कि इसका इस्तेमाल लंबे समय के लिए न करें। लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने से नेक्रोसिस के डैमेज होने का खतरा रहता है और इसकी वजह से आपको गंभीर स्थिति का सामना भी करना पड़ सकता है।

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3. अगर आप आइस थेरेपी का प्रयोग करके अपने शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट को कम करना चाहते हैं तो इसके इस्तेमाल से पहले यह जरूर जान लें कि इसके इस्तेमाल से तंत्रिका तंत्र को गहरा नुकसान हो सकता है। स्किन पर बर्फ को रगड़ने की वजह से ठंड लगने की स्थिति में स्किन के सुन्न होने, लालपन, जलन और नर्व के डैमेज होने का खतरा रहता है। इसके इस्तेमाल पर अगर आपको ऐसी समस्या हो रही हो तो चिकित्सक से संपर्क जरूर करें।

4. वजन कम करने के लिए आइस थेरेपी के इस्तेमाल से पैराडॉक्सिकल एडिपोज हाइपरप्लासिया जैसी दुर्लभ बीमारी का खतरा रहता है। ज्यादातर यह बीमारी पुरुषों में होती है। इस स्थिति में जिस जगह पर आप आइस थेरेपी का इस्तेमाल कर रहे हैं वहां फैट की कोशिकाएं छोटी होने के बजाय बड़ी होने लगती हैं जिसकी वजह से कई दिक्कतें होती हैं। इस स्थिति को ही पैराडॉक्सिकल एडिपोज हाइपरप्लासिया कहते हैं, हालांकि यह एक दुर्लभ बीमारी है लेकिन इसके होने से कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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हमें उम्मीद है कि वजन कम करने के लिए आइस थेरेपी से होने वाले साइड इफेक्ट्स से जुड़ी यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। इस थेरेपी का इस्तेमाल करने से पहले किसी एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसके अलावा आइस थेरेपी लेते समय बर्फ को सीधे स्किन पर रगड़ने की जगह किसी कपड़े, जेल पैक या किसी अन्य चीज में रखकर इस्तेमाल करना चाहिए।

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