Jamalgota Oil Side Effects Ayurvedacharya In Hindi: जमालगोटा का इस्तेमाल हमारे लंबे समय से किया जा रहा है। यह एक तरह को औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है। कई दवाईयों में भी इसका उपयोग किया जाता है। जमालगोटा लैक्सेटिव प्रभाव के लिए जाना जाता है। इसका बाउल मूवमेंट पर बहुत ही गहरा असर पड़ता है। आपको बता दें कि लैक्सेटिव प्रभाव का मतलब है कि मल त्याग प्रक्रिया सहज होती है और स्टूल नर्म होता है। हालांकि, लैक्सेटिव प्रभाव पेट से संबंधित समस्या पर अलग-अलग तरीके से काम करता है। बहरहाल, जमालगोटा हमारे ओवर ऑल हेल्थ पर गहरा प्रभाव डालता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अगर आप इसका गलत तरीके से उपयोग करते हैं, तो इसकी वजह से आपको कई शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। आइए, जानते हैं उनके बारे में। इस संबंध में हमने दिल्ली नगर निगम के चीफ मेडिकल ऑफिसर (आयुर्वेद) डॉ आर. पी. पाराशर और आयुर्वेदचार्य डॉ. श्रेय शर्मा Dr. (Shrey Sharma, Ayurvedacharya, Sirsa) से बात की।
जमालगोटा तेल के इस्तेमाल के नुकसान- Jamalgota Oil Side Effects In Hindi
जमालगोटा तेल के कारण हो सकती है गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की मानें, जमालगोटा का तेल काफी ज्यादा टॉक्सिक होता है। ध्यान रखें कि किसी भी तरह की परेशानी से बचने के लिए अगर जमालगोटा तेल का इस्तेमाल किया जा रहा है, तो इसकी महज एक या दो बूंद काफी होती है। वहीं, अगर 20 बूंदों से ज्यादा इसका इस्तेमाल किया जाए, तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। डॉ. श्रेय शर्मा की मानें, "जमालगोटा तेल का उपयोग करने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल एडिमा की समस्या भी हो सकती है। आयुर्वेदाचार्य की मानें, तो जमालगोटा की वजह से हमारी आंतों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है। जमालगोट अपान वायु को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। इससे रुक्षता बढ़ती है। अगर कोई लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करता है, तो व्यक्ति को कब्ज और आईबीएस की शिकायत हो जाती है। यह अल्सर और स्वेलिंग जैसी बीमारी को भी ट्रिगर कर सकता है।"
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जमालगोटा तेल के कारण हो सकती है त्वचा संबंधी समस्या
जमालगोटा तेल का सही उपयोग बहुत जरूरी है। ऐसा न किया जाए, तो इसके कारण कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। जैसे अगर आप इसको अपनी त्वचा पर अप्लाई करते हैं, तो इसकी वजह से स्किन में जलन, खुजली, रैशेज और इंफ्लेमेशन की समस्या भी हो सकती है। यही नहीं, अगर आप जमालगोटा तेल को अपनी आंखों के आसपास लगाते हैं, तो इसकी वजह से कॉर्नियल डैमेज हो सकता है। यह काफी खतरनाक है।
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जमालगोटा तेल के कारण हो सकती है हृदय संबंधी समस्या
जमालगोटा एक तरह की टॉक्सिक यानी जहरीली जड़ी-बूटी है। इसे बहुत गंभीर स्वास्थ्य समस्या के लिए और कम समय के लिए इस्तेमाल किया जाता है। विशेषज्ञों की मानें, तो लोगों को इस जड़ी-बूटी के संपर्क में आने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसकी वजह से त्वचा संबंधित कई समस्याएं हो जाती हैं। वहीं, अगर इसका सेवन किया जाए, तो यह हृदय स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। दरअसल, जमालगोटा का सेवन करने से रक्तचाप बढ़ सकता है, जो कि हृदय स्वास्थ्य के लिए घातक साबित होता है। वहीं, अगर कोई पहले से हृदय संबंधी दवा ले रहा है, तो उन्हें भी जमालगोटा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह दवा के प्रभाव पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
जमालगोटा तेल के कारण हो सकता है न्यूरोलॉजिकल डिस्ऑर्डर
जैसा कि इस बता का जिक्र हम पहले ही कर चुके हैं कि जमालगोटा एक जहरीली जड़ी-बूटी है। इसका उपयोग बहुत ही सामित मात्रा में और एक्सपर्ट के दिशा-निर्देश में ही किया जाना चाहिए। अगर कोई इसका उपयोग अतिरिक्त मात्रा में करता है, तो इसका असर न्यूरोलॉजिकल फैक्टर्स पर भी पड़ता है। हालांकि, न्यूरोलॉजिकल समस्याएं इंफ्लेमेटरी कारकों की वजह से होता है। वहीं, अगर आप जमालगोटा का उपयोग का ओवर डोज लेते हैं, तो दौरे पड़ना, शरीर में कंपन्न छा जाना और न्यूरोलॉजिकल अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इस बात की पुष्टि नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में हुई है।
एक्सपर्ट की सलाह
डॉ. श्रेय शर्मा का कहना है, "जमालगोटा का इस्तेमाल कभी भी लॉन्ग टर्म के लिए नहीं किया जाना चाहिए। अगर किसी को इसका उपयोग करना ही है, तो बेहतर है कि वे इसका उपयोग एक्सपर्ट की सलाह पर ही करें। आमतौर पर इसे किसी अन्य मेडिसिन के साथ शॉर्ट टर्म के लिए ही लिया जाता है। किसी भी व्यक्ति को इसका इस्तेमाल खुद से नहीं करना चाहिए।"
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