कोरोनोवायरस और लॉकडाउन का ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाला है। चाहे बात नौकरी के नुकसान से लेकर घर पर अकेले रहने तक की हो या दोस्तों और परिवार के सदस्यों से दूर रहने जैसे अन्य संभावित कारण पर सभी ने लोगों को बहुत परेशान कर रखा है। इस महामारी ने दुनिया भर के लोगों में चिंता और अन्य मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों को जन्म दिया है। ऐसे में बहुत से लोगों ने चाहे वो मशहूर हस्तियों हों या आम आदमी सभी ने खुद को खाना पकाने, योग करने और व्यायाम करने जैसी गतिविधियों में लना लिया है। अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज भी इनमें से एक है। हाल ही में उन्होंने इंस्टाग्राम पर घर पर योग आसन करते हुए एक वीडियो साझा किया और इसके साथ उन्होंने एक बड़ा खुलासा किया कि वह पिछले कुछ हफ्तों से बड़ी एंग्जायटी से जूझ रही थी। लेकिन योग ने उन्हें इससे निपटने में मदद की।
अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज ने अपने इस वीडियो क्लिप में शेयर किया कि "मैं पिछले कुछ हफ्तों से एंग्जायटी से जूझ रही हूं .. हालांकि योग ने मुझे इससे कम करने और बाहर आने में बड़ी मदद की है। आभार .. जीवन के लिए और जीवित रहने के लिए .. योग करें। वहीं मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ बार-बार न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ होने के लिए बल्कि मानसिक रूप से भी व्यायाम करने की आवश्यकता पर जोर देते रहे हैं। वर्षों में किए गए अध्ययनों से पता चलता है कि योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को कैसे बढ़ावा देता है। महामारी के मद्देनजर, एक अध्ययन में पाया गया कि तेज गति से किए जाने वाले योग व्यक्ति को कम से कम 50 प्रतिशत तक शारीरिक रूप से सक्रिय रखता है। वहीं कोवि़ड-19 के संकट के दौरान मानसिक स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए योग करना बेहद जरूरी है।
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एंग्जायटी कम करने वाले योगा
जैकलीन ने जो वीडियो पोस्ट किया है, उसमें वह कई तरह के योगा करती नजर आ रही हैं, जिसमें डाउनवर्ड-फेसिंग डॉग पोज या मुखासंवासन, व्हील पोज या चक्रासन, हेडस्टैंड या सिरसाना, उसके बाद एक-पैर वाला हेडस्टैंड आदि शामिल था। आप भी जैकलीन के द्वारा किए जाने वाले योगासनों को कर सकते हैं, जो आपके मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के साथ शरीरिक स्वास्थ्य को भी ठीक रखने में आपकी मदद करेगा।
अधोमुख श्वान आसन
यह आसन मस्तिष्क को शांत करता है और तनाव को दूर करने में मदद करता है। यह कंधे, हाथ, पैर और मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है और शरीर को ऊर्जा देता है।ये आसन आपकी रिलैक्स रहने में मदद करता है और दिमाग को शांति प्रदान करता है। अधोमुख श्वानासन एंग्जाइटी से लड़ने में भी बहुत मददगार साबित हो सकता है। इस आसन के अभ्यास के दौरान गर्दन और सर्विकल स्पाइन में खिंचाव पड़ता है। ये स्ट्रेस को दूर करने में काफी मदद करता है।
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चक्रासन
यह योग मुद्रा ऊर्जा बढ़ाती है और अवसाद को कम करने के लिए जानी जाती है। यह छाती और फेफड़ों को फैलाता है और हाथ, पैर, नितंब, पेट और रीढ़ को मजबूत करता है। यह अस्थमा और पीठ दर्द के लिए चिकित्सीय प्रभाव रखने के लिए भी जाना जाता है। डिप्रेशन, चिंता और तनाव जैसी मानसिक समस्याओं को ये कम करता है। साथ ही ये थायरॉयड की समस्या को कम करता है और उसके लक्षणों पर काबू करके इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है जिससे इंफेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है।
हेडस्टैंड
इस उल्टे योग मुद्रा से मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बढ़ता है। यह तनाव, अवसाद और अनिद्रा को कम करने में मदद करने के लिए जाना जाता है। यह गर्दन, पेट, कंधे और बाजुओं में मांसपेशियों को मजबूत करता है। हेडस्टैंड करते वक्त अधिक फोकस की जरूरत होती है तभी ये तनाव कम करता है और एकाग्रता को बढ़ाता है। दिमाग में रक्त का प्रवाह बढ़ बढ़ने से ऑक्सीजन की मात्रा भी बढ़ जाती है, जिससे आसनी से सिर दर्द और माइग्रेन जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाने में मदद मिलती है।
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