खराब खानपान, गलत लाइफस्टाइल और शारीरिक गतिविधियों में कमी का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य पर देखने को मिलता है। आज के समय में कई लोग एसिडिटी की समस्या से परेशान रहते हैं। न सिर्फ बड़े-बुजुर्ग बल्कि कई छोटे बच्चों में भी एसिडिटी की समस्या देखने को मिल रही है। एसिड रिफ्लक्स की समस्या के कारण न सिर्फ आपको एसिडिटी की समस्या होती है, बल्कि ये सीने में जलन, ऐंठन और ब्लोटिंग की समस्या को भी बढ़ाता है, जिससे आपका डेली रूटीन प्रभावित हो सकता है। लेकिन, कई लोगों का मनना है कि एसिड रिफ्लक्स की समस्या में हल्दी का सेवन फायदेमंद हो सकता है, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि हल्दी का सेवन इस समस्या को बढ़ा सकता है।
आयुर्वेद में हल्दी को लंबे समय से एक बेहतरीन औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन, जब बात एसिड रिफ्लक्स की आती है तो रसोई में मौजूद यह आम मसाला कई लोगों को कंफ्यूज कर देता है। कुछ लोगों का मानना है कि इसका सेवन पेट को आराम पहुंचा सकता है, जबकु कई लोगों का मानना है कि यह पेट में जलन की समस्या को बढ़ा सकता है। ऐसे में आइए जीवा आयुर्वेद के फाउंडर और आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रताप चौहान से जानते हैं कि क्या एसिड रिफ्लक्स की समस्या में हल्दी फायदेमंद है या नुकसानदायक?
एसिड रिफ्लक्स होने पर क्या हल्दी लेनी चाहिए? - Is Turmeric Good Or Bad For Acid Reflux in Hindi?
आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रताप चौहान का कहना है कि, हल्दी को आयुर्वेद में प्रभावशाली औषधि होती है, जो इंफ्लेमेशन और इंफेक्शन को कम करने में मदद करती है। लेकिन जब बात आती है एसिड रिफ्लक्स कि, जिसे आयुर्वेद में अम्लपित्त कहते हैं, तो हल्दी का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग हो सकता है। एसिड रिफ्लक्स आमतौर पर पित्त दोष में गड़बड़ी के कारण होता है, और हल्दी का स्वभाव थोड़ा गर्म होता है। इसलिए, अगर किसी व्यक्ति का पित्त पहले से बढ़ा हुआ है, तो हल्दी बिना सही तरीके से लेने पर उसके शरीर में जलन और एसिड को बढ़ा सकती है। हालांकि, अगर हल्दी को ठंडे दूध, मिश्री या धनिया जैसी चीजों के साथ मिलाकर लिया जाए तो ये पेट में इंफ्लेमेशन और जलन को शांत करने में मदद कर सकती है। लेकिन, एसिड रिफ्लक्स की समस्या होने पर हल्दी कैप्सूल या पाउडर का सेवन करने से बचना चाहिए। इसलिए एसिड रिफ्लक्स की समस्या में हल्दी का सेवन पूरी तरह फायदेमंद नहीं होता है और न ही हानिकारक होता है। बल्कि ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसका सेवन किस तरह और कब करते हैं।
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एसिडिटी के लिए हल्दी का उपयोग कैसे करें? - How To Use Turmeric For Acid Reflux in Hindi?
अगर आप एसिड रिफ्लक्स की समस्या से परेशान हैं तो हल्की से सही तरीके का सेवन आपके लिए कुछ हद तक फायदेमंद हो सकता है। लेकिन, इसके लिए हल्दी का सही तरह से सेवन करना जरूरी है-
1. ठंडे दूध के साथ हल्दी
रात को सोने से पहले एक गिलास ठंडे दूध में चुटकीभर हल्दी पाउडर मिलाकर पीने से पेट में जलन और एसिडिटी की समस्या को शांत (kya acidity me haldi wala doodh peena chahiye) किया जा सकता है। दूध की तासीर ठंडी होती है, जिससे शरीर की गर्म प्रकृति को संतुलित करने में मदद मिलती है।
2. मिश्री या धनिया के साथ
अगर हल्दी को ठंडी तासीर वाली मिश्री या पित्तहर वाले धनिया के साथ (acid reflux me kya khana chahiye) लिया जाए, तो यह पित्त को शांत करने में मदद करता है। यह मिश्रण हल्दी के गर्म प्रभाव को कम करता है, जो एसिडिटी की समस्या को बढ़ने से रोक सकता है।
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3. ज्यादा मात्रा और कैप्सूल से बचें
आजकल बाजार में हल्दी के कैप्सूल और कर्क्यूमिन सप्लीमेंट्स मिलते हैं, जिनके सेवन से आपके शरीर में गर्मी बढ़ सकती है। इसलिए, अगर आप इस तरह के सप्लीमेंट्स का सेवन करते हैं और एसिडिटी की समस्या से परेशान है तो इनका सेवन सीमित करें ये करने से बचें। इसके साथ ही डॉक्टर की सलाह पर ही इनका सेवन करें।
निष्कर्ष
क्या हल्दी एसिड रिफ्लक्स के लिए अच्छा है? यह पूरी तरह आपकी स्थिति पर निर्भर करता है। हल्दी न तो पूरी तरह एसिड रिफ्लक्स की समस्या में फायदेमंद होता है, और न ही पूरी तरह हानिकारक। इसलिए, अगर आप इसे संतुलित और सही तरीके से खाते हैं, तो ये आपके एसिड की समस्या में फायदेमंद हो सकता है। लेकिन, अगर आपके शरीर की प्रकृति ही गर्म है तो इसे खाने से पहले आपको कई जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
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FAQ
एसिडिटी को तुरंत कैसे कम करें?
एसिडिटी को तुरंत कम करने के लिए, आप अपनी डाइट में ठंडा दूध शामिल कर सकते है, गुनगुना पानी पी सकते हैं या बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर खा पी सकते हैं। इसके अलावा, सौंफ या अजवाइन का पानी भी मददगार हो सकता है।एसिडिटी होने से शरीर में क्या होता है?
एसिडिटी होने से शरीर में सीने में जलन, पेट में दर्द, खट्टी डकारें, मतली, उल्टी और ब्लोटिंग जैसे लक्षण हो सकते हैं। इसके अलावा, एसिडिटी के कारण गले में खराश, सांसों से बदबू आना, और निगलने में समस्या भी हो सकती है।एसिडिटी में पेट के किस भाग में दर्द होता है?
एसिडिटी के कारण अक्सर पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द की समस्या होती है, खासकर सीने के नीचे और पेट के बीच में। यह दर्द जलन के साथ भी हो सकता है।