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Are Sesame Seeds Bad For Kidney Disease: सर्दियां बढ़ते ही लोगों की डाइट में तिल शामिल होने लगता है। वैसे भी तिल में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हार्ट हेल्थ में सुधार करते हैं, डाइजेशन को बेहतर बनाते हैं और हड्डियों को भी मजबूती देने के लिए फायदेमंद है। यही नहीं, डायबिटीज में ब्लड शुगर को कंट्रोल करने तथा स्किन से जुड़ी समस्याओं में कमी करने के लिए भी तिल को लाभकारी माना जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या किडनी के रोगी भी तिल का इस्तेमाल कर सकते हैं? आइए, जानते हैं आयुर्वेदिक आयुर्वेदिक सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉ. श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) इस बारे में क्या बताते हैं। (Are Sesame Seeds OK For CKD)
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क्या किडनी के रोगी तिल का सेवन कर सकते हैं?- Can Kidney Patient Eat Sesame Seeds
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तिल में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो सूजन को कम करते हैं। इसका मतलब है कि हार्ट हेल्थ और किडनी के लिए इसे फायेदमंद कहा जा सकता है। हालांकि, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि तिल के बीज में काफी ज्यादा मात्रा में ऑक्सालेट्स, फास्फोसरस और पोटैशियम पाया जाता है। यही कारण है कि क्रॉनिक किडनी डिजीज के मरीजों को तिल का सेवन करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और एक्सपर्ट की देखरेख में ही इसका सेवन करना चाहिए। विशेषज्ञों की मानें, तो सीमित मात्रा में इसका सेवन करना किडनी के मरीजों के लिए भी लाभकारी हो सकता है। इसके बावजूद, किडनी के मरीज बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन न करें। नेशनल किडनी फाउंडेशन में भी इस बात की पुष्टि होती है तिल में ऑक्सालेट की मात्रा काफी ज्यादा है।
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किडनी के रोगी के लिए तिल के फायदे
1. एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व
किडनी के रोगियों के लिए तिल का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है, क्यांकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं। हालांकि, सिर्फ तिल का सेवन न करें। इसके साथ-साथ अलसी और कद्दू के बीज को मिक्स करके इसका सेवन करें। यह ज्यादा फायदेमंद होता है।
2. एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर
तिल से बने तेल में एंटीऑक्सीडेंट्स तत्व पाए जाते हैं, जो कई तरह किडनी इंजुरी से राहत दिलाने में मदद करते हैं। एनसीबीआई में प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि तिल में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो कि बॉडी सेल्स को डैमेज होने से रोकते हैं। साथ ही यह कई तरह के क्रॉनिक डिजीज के जोखिम कारक को भी कम करते हैं।
3. हार्ट हेल्थ में सुधार
विशेषज्ञों की मानें, तो तिल का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है, ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है और कार्डियोवास्कुलर हेल्थ में भी सुधार होता है। ध्यान रखें कि किडनी हेल्थ बेहतर हो, इसके लिए जरूरी है कि हार्ट हेल्थ भी सही हो।
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किडनी के मरीज कितनी मात्रा में तिल का सेवन करें
किडनी के मरीजों को तिल का सेवन करते हुए काफी सजग रहना चाहिए। बेहतर होगा कि आप इसका सेवन बिना एक्सपर्ट की सलाह से न करें। आमतौर पर विशेषज्ञ एक दिन में एक से दो चम्मच तिल का सेवन करने की सलाह देते हैं, लेकिन अगर किसी क्रॉनिक किडनी डिजीज है, तो सही पोर्शन की जानकारी डॉक्टर से लें।
निष्कर्ष
इसमें कोई दो राय नहीं है कि तिल हमारी ओवर ऑल हेल्थ के लिए बहुत अच्छी है, लेकिन किडनी के रोगियों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। साथ ही, इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर किसी को क्रॉनिक किडनी डिजीज है, तो वे इसका सेवन न करें। जानकारी दे दें कि तिल में फास्फोरस, पोटैशियम जैसे कई तत्व हैं, जो किडनी की कंडीशन को बिगाड़ सकते हैं।
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FAQ
तिल किसे नहीं लेना चाहिए?
उन लोगों को तिल खाने से बचना चाहिए, जो लंबे समय से किसी दवा पर आश्रित हैं। असल में, तिल में ऐसे कंपाउंड पाए जाते हैं, जो दवा के प्रभाव को कम कर सकते हैं।किडनी के लिए सबसे खराब खाना कौन सा है?
किडनी के लिए सबसे खराब खाने की बात करें, तो इसमें पैकेज्ड, प्रोसेस्ड और फास्ट फूड शामिल हैं। ये तमाम चीजें न सिर्फ बॉडी वेट बढ़ाते हैं, बल्कि किडनी फंक्शन को भी प्रभावित कर सकते हैं।किडनी के मरीज नाश्ते में क्या खाएं?
किडनी के मरीज नाश्ते में जैसे फल, साबुत अनाज और ओटमील जैसी चीजों को शामिल कर सकते हैं। किडनी के रोगियों को हमेशा पोषक तत्वों पर ज्यादा जोर देना चाहिए।
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Dec 23, 2025 17:26 IST
Published By : Meera Tagore