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क्या अच्छी नींद के लिए सहायक है मोरिंगा (सहजन)? जानें इसके फायदे और उपयोग का सही तरीका

मोरिंगा जिसे आमतौर पर सहजन भी कहा जाता है सेहत के लिए बेहद लाभकारी है। यहां जानिए, क्या मोरिंगा नींद के लिए फायदेमंद है?
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क्या अच्छी नींद के लिए सहायक है मोरिंगा (सहजन)? जानें इसके फायदे और उपयोग का सही तरीका


मोरिंगा को आयुर्वेद में विशेष रूप से पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है। मोरिंगा के पत्ते, फल, फूल और यहां तक कि इसकी छाल और जड़ें भी औषधीय उपयोग में लाई जाती हैं। यह पौधा शरीर को पोषण देने के साथ-साथ कई बीमारियों से लड़ने की शक्ति भी देता है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, अनियमित खानपान और तनाव भरे माहौल में इम्यूनिटी कमजोर होना, थकान, नींद की कमी, हार्मोनल असंतुलन और पाचन संबंधी समस्याएं आम हो गई हैं। ऐसे में मोरिंगा एक नेचुरल और सस्ता सुपरफूड है जो इन सभी समस्याओं से राहत दिला सकता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम पाया जाता है। इस लेख में नोएडा के सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी से जानिए, क्या मोरिंगा नींद के लिए फायदेमंद है?

क्या मोरिंगा नींद के लिए फायदेमंद है? - Is Moringa Good For Better Sleep

डॉ. अनंत त्रिपाठी बताते हैं कि मोरिंगा के पत्ते, फूल, फल (ड्रमस्टिक), छाल और बीज सभी औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। मोरिंगा को आयुर्वेद में बलवर्धक और वात-शामक माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार, अनिद्रा या नींद की कमी का मुख्य कारण वात दोष का असंतुलन होता है। मोरिंगा वात को संतुलित करने वाला औषधीय पौधा है। इसके सेवन से मस्तिष्क को शांति मिलती है, नसों को आराम मिलता है और मानसिक तनाव कम होता है। यही कारण है कि मोरिंगा को नींद सुधारने वाले प्राकृतिक उपायों में शामिल किया गया है।

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मोरिंगा मानसिक शांति प्रदान करता है, यह भूख बढ़ाने वाला होता है, जिससे पाचन सुधरता है और शरीर को संपूर्ण पोषण मिलता है। इसके अलावा यह जठराग्नि को प्रज्वलित करता है और पाचन को ठीक रखता है, जिससे नींद आने में मदद (Does moringa improve sleep) मिलती है।

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Does moringa improve sleep

कैसे करता है मोरिंगा नींद में मदद?

  • मोरिंगा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और मैग्नीशियम जैसे तत्व मस्तिष्क को शांत करते हैं और तनाव हार्मोन यानी कोर्टिसोल को कंट्रोल करते हैं।
  • मोरिंगा सेरोटोनिन के लेवल को प्रभावित कर सकता है, जो कि नींद और मूड को संतुलित करता है।
  • अच्छा पाचन एक अच्छी नींद के लिए जरूरी है और मोरिंगा इसमें सहायता करता है।

मोरिंगा का सेवन कैसे करें? - What Is The Healthiest Way To Eat Moringa

  • रोजाना रात को सोने से 1 घंटा पहले एक चम्मच मोरिंगा पाउडर को गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं।
  • मोरिंगा की चाय बनाकर शाम को पीने से मानसिक शांति मिलती है।
  • बाजर में मोरिंगा सप्लीमेंट्स भी उपलब्ध हैं, लेकिन इन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से ही लें।

मोरिंगा का सेवन किसे नहीं करना चाहिए?

  • गर्भवती महिलाएं बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन न करें।
  • बहुत कम ब्लड प्रेशर वाले लोग भी सावधानी बरतें क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है।
  • थायरायड के मरीज डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करें।

निष्कर्ष

अगर आप अनिद्रा या तनाव की वजह से नींद नहीं ले पा रहे हैं, तो मोरिंगा एक सुरक्षित और प्राकृतिक विकल्प हो सकता है। यह न केवल नींद को बेहतर करता है बल्कि संपूर्ण स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। लेकिन किसी भी हर्बल उपाय को अपनाने से पहले अपने शरीर की प्रकृति और स्थिति को समझना जरूरी है। यदि आप किसी दवा पर हैं या कोई पुरानी बीमारी है तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • मोरिंगा के पत्ते कब नहीं खाने चाहिए?

    मोरिंगा के पत्ते लाभकारी होते हैं, लेकिन कुछ परिस्थितियों में इनका सेवन सावधानी से करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को मोरिंगा के पत्तों का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है और यह गर्भाशय संकुचन को प्रेरित कर सकता है। इसके अलावा जिन लोगों को पहले से पेट की गर्मी, अल्सर या पाचन से जुड़ी समस्याएं हैं, उन्हें भी इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। 
  • मोरिंगा खाने से क्या फायदा होता है?

    मोरिंगा, जिसे सहजन कहा जाता है, स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। मोरिंगा के पत्तों का सेवन करने से शरीर में एनर्जी बढ़ती है, थकान दूर होती है और पाचन तंत्र मजबूत होता है। यह खून की सफाई करता है और स्किन को ग्लोइंग बनाता है। मोरिंगा एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है। इसके नियमित सेवन से शुगर और ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने में भी मदद मिलती है।
  • सहजन कब नहीं खाना चाहिए?

    सहजन (मोरिंगा) के सेवन से कई फायदे होते हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को सहजन की जड़ या फूलों का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है। अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट दर्द, गैस या दस्त की समस्या हो सकती है। जिन लोगों को ब्लड प्रेशर या शुगर की दवा चल रही हो, उन्हें मोरिंगा के सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि यह दवाओं के असर को प्रभावित कर सकता है। 

 

 

 

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