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क्या प्रेग्नेंसी में आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट्स साथ में ले सकते हैं? डॉक्टर से जानें

प्रेग्नेंसी में ज्यादातर महिलाओं को पोषण की कमी होने की संभावना रहती है। ऐसे में डॉक्टर महिलाओं को खून की कमी को रोकने के लिए आयरन और बोन हेल्थ के लिए कैल्शियम आदि सप्लीमेंट्स देते हैं। ऐसे में कई महिलाओं के मन में प्रश्न उठाता है कि क्या प्रेग्नेंसी में आयरन और कैल्शियम की सप्लीमेंट्स को साथ में ले सकते हैं?
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क्या प्रेग्नेंसी में आयरन और कैल्शियम  सप्लीमेंट्स साथ में ले सकते हैं? डॉक्टर से जानें

प्रेग्नेंसी में महिलाओं के कई तरह के बदलावों से गुजरना पड़ता है। यह बदलाव शारीरिक और मानसिक किसी भी तरह के हो सकते हैं। प्रेग्नेंसी में महिला के साथ ही गर्भ में पलने वाले भ्रूण के ग्रोथ पर भी पूरा ध्यान देना आवश्यक होता है। इस दौरान ज्यादातर महिलाओं में विटामिन और मिनरल्स की कमी होने क संभावना रहती है। इस कमी को पूरा करने और भ्रूण के विकास को सही बनाए रखने के लिए डॉक्टर महिलाओं को विटामिन और मिनरल्स के सप्लीमेंट्स देते हैं। इसमें आयरन और कैल्शियम के सप्लीमेंट्स को भी शामिल किया जाता है। लेकिन, कई महिलाओं के मन में प्रश्न उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी में आयरन और कैल्शियम के सप्लीमेंट को साथ में लेना सुरक्षिता होता है? इस लेख में आगे जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में आयरन और कैल्शियम क्यों जरूरी होते हैं, क्या इन्हें एक साथ लेना सुरक्षित है, और इन्हें सही तरीके से कैसे लेना चाहिए।

क्या प्रेग्नेंसी में आयरन और कैल्शियम सप्लीमेंट्स को एक साथ लिया जा सकता हैं? - Is It Safe To Take Calcium Iron Supplements Together During Pregnancy in Hindi

प्रेग्नेंसी में कई तरह के पोषक तत्व आहार के माध्यम से पूरे नहीं हो पाते हैं। ऐसे में प्रेग्नेंसी के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को डॉक्टर सप्लीमेंट्स के द्वारा देते हैं। सीनियर कंसल्टेंट गाइनाक्लॉजिस्ट डॉ. सुषमा मोगरी बताती हैं कि प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए आयरन और कैल्शियम के सप्लीमेंट्स देना बेहद आम है। लेकिन, महिलाओं को इन दोनों सप्लीमेंट्स को साथ में लेने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि कैल्शियम शरीर में आयरन के अवशोषण को रोकता है। यानी अगर आपने दोनों सप्लीमेंट एक साथ लिए, तो शरीर आयरन को सही तरह से नहीं अवशोषित कर पाएगा। इससे आयरन की कमी बनी रह सकती है, भले ही आप सप्लीमेंट क्यों न ले रहे हों।

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गर्भावस्था में आयरन और कैल्शियम की आवश्यकता क्यों होती है? - Why Are Iron And Calcium Needed In Pregnancy?

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में खून की मात्रा लगभग 50% तक बढ़ जाती है। दरअसल, शिशु के पोषण और ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए महिला के शरीर में इस तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। खून की आवश्यकता को पूरा करने के लिए आयरन की जरूरत होती है, क्योंकि यह हीमोग्लोबिन बनाने में मदद करता है। यदि इस समय महिलाओं में खून की कमी महसूस हो तो ऐसे में उनके एनीमिया, थकान, चक्कर आना, समय से पहले प्रसव, बच्चे का जन्म के समय वजन कम होना आदि लक्षण देखने को मिल सकते हैं। इससे बचने के लिए महिलाओं को डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, अनार, चुकंदर, गुड़, मसूर दाल, आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है।

ठीक इसी तरह कैल्शियम मां और गर्भ में पल रहे बच्चे की हड्डियों के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, बच्चे का हार्ट, नर्वस सिस्टम और मांसपेशियों के बनने में कैल्शियम मदद करता है। प्रेग्नेंसी में कैल्शियम की कमी होने पर महिला की हड्डियां कमजोर हो सकती है, मांसपेशियों में दर्द, भ्रूण का हड्डियों का विकास प्रभावित हो सकता है। इससे बचने के लिए महिलाओं को दूध, दही, पनीर, तिल, रागी, बादाम व कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेने की सलाह दी जाती है।

आयरन और कैल्शियम के सप्लीमेंट्स किस तरह लेना चाहिए? - How Should Iron And Calcium Supplements Be Taken?

गर्भावस्था में इन दोनों सप्लीमेंट को लेना जरूरी है, लेकिन सही समय पर और सही अंतराल के साथ लेना चाहिए। डॉक्टर बताते हैं कि दोनोंं सप्लीमेंट्स के बीच में करीब दो घंटों का अंतराल होना जरूरी होता है। आयरन की सप्लीमेंट्स आप सुबह भोजन से पहले एक घंटे पहले ले सकती हैं। इस दौरान विटामिन सी लेना फायदेमंद होता है। यह आयरन के अवशोषण को बेहतर करता है। इसी तरह कैल्शियम सप्लीमेंट्स को खाना खाने के बाद लेना चाहिए। इस सप्लीमेंट को दोपहर और रात में लेना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। लेकिन, आयरन सप्लीमेंट्स लेने के करीब दो घंटे बाद कैल्शियम सप्लीमेंट्स की टैबलेट लें।

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गर्भावस्था के दौरान आयरन और कैल्शियम दोनों ही पोषक तत्व बहुत आवश्यक माने जाते हैं, लेकिन इन्हें एक साथ लेना शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण को प्रभावित कर सकता है। इन दोनों को अलग-अलग समय पर लेना जरूरी है ताकि मां और बच्चे दोनों को पूरा लाभ मिल सके। प्रेग्नेंसी में दवाओं को लेने से पहले आपको डॉक्टर से उनके बारे में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए।

Pregnancy Month by Month in Hindi: महीने दर महीने गर्भावस्था की संपूर्ण जानकारी के लिया ये यहाँ पढ़े

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FAQ

  • गर्भावस्था के पहले महीने में गर्भपात के क्या लक्षण हैं?

    पहले महीने में गर्भपात के मुख्य लक्षण हैं ब्लीडिंग, पेट में ऐंठन और दर्द, और पीठ दर्द आदि को शामिल किए जाते हैं।
  • प्रेग्नेंसी में पीठ में लगातार दर्द क्यों होता है?

    प्रेगनेंसी के दौरान पीठ में लगातार दर्द होना सामान्य है। यह गर्भावस्था के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल और शारीरिक बदलावों के कारण होता है।
  • प्रेगनेंसी में घबराहट क्यों होती है?

    प्रेग्नेंसी के दौरान घबराहट का सबसे बड़ा कारण हार्मोनल बदलाव हैं। एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन का स्तर बढ़ने से चिंता, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन की संभावना बढ़ जाती है। 

 

 

 

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