क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीडिप्रसेंट लेना चाहिए? जानें फायदे और नुकसान

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आपको एंटीडिप्रसेंट दवाओं का सेवन करते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। इससे आप इसके नुकसान से बच सकते हैं।
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क्या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीडिप्रसेंट लेना चाहिए? जानें फायदे और नुकसान


डिप्रेशन की वजह से कई लोगों को तमाम तरह की परेशानियां होती लेकिन ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीडिप्रसेंट दवाओं के सेवन को लेकर आपको थोड़ा सर्तक रहने की जरूरत होती है। दरअसल कई बार प्रेगनेंसी या डिलीवरी के बाद महिलाओं को डिप्रेशन में होने की बात पता ही चल पाती है। क्योंकि इसके लक्षण हार्मोनल इंबैलेंस से इतने मिलते जुलते हैं, कि अक्सर शुरुआती स्टेज पर सही तरह से इसकी जांच नहीं हो पाती है। अगर आपको प्रेगनेंसी के दौरान डिप्रेशन की समस्या होती है, तो इससे आपके स्वास्थ्य और बच्चे के विकास पर असर पड़ सकता है। इसके अलावा ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भी डिप्रेशन होने पर आपके स्वास्थ्य के साथ-साथ ये बच्चे के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। इसके अलावा आपको अगर पता है कि आपको डिप्रेशन की दिक्कत है, तो ब्रेस्टफीडिंग या प्रेगनेंसी से पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लेनी चाहिए। इसके अलावा आपको दवाओं का सेवन भी समय पर करना चाहिए। इसके बारे में हमने विस्तार से बात कि वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल की प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग की निर्देशक डॉक्टर नीमा शर्मा से । 

क्या ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली मां एंटीडिप्रेशन दवाएं ले सकती है?

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान, एंटीडिप्रेसेंट लेने से बच्चे को कुछ नुकसान तो, हो सकते हैं लेकिन इसके नुकसान की तुलना में फायदे अधिक है, तो डॉक्टर की सलाह पर आपको एंटीडिप्रसेंट दवाएं लेनी चाहिए। दरअसल कुछ ऐसी एंटीडिप्रसेंट दवाएं होती है, जो ब्रेस्टमिल्क को बहुत कम प्रभावित करता है और इससे बच्चे को बहुत अधिक नुकसान नहीं होता है। इसके अलावा अगर आपको प्रेगनेंसी के दौरान भी डिप्रेशन की समस्या होती है, तो उस स्थिति में भी आपको अपने एक्सपर्ट की सलाह पर दवाएं जरूर लेनी चाहिए। साथ ही आपको बराबर काउंसलिंग भी लेती रहनी चाहिए। 

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क्या पोस्टपार्टम के बाद डिप्रेशन की दवाएं लेनी चाहिए?  

अगर आप डिलीवरी के बाद बहुत अधिक तनाव, एंग्जायटी और स्ट्रेस ले रही हैं, तो इससे डिप्रेशड होने की संभावना बढ़ सकती है। क्योंकि इस दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण आपको पोस्टपार्टम डिप्रेशन की समस्या हो सकती है। आमतौर पर ऐसा देखा गया है, कि तनाव और एंग्जायटी ब्रेस्ट मिल्क को प्रभावित कर सकते हैं। मां के मानसिक स्वास्थ्य का प्रभाव ब्रेस्ट मिल्क की मात्रा पर पड़ सकता है। इससे दूध का फ्लो धीमा हो सकता है और यह बच्चे के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।

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ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीडिप्रसेंट दवाएं को लेकर सावधानियां 

1. एंटीडिप्रसेंट से होने वाले खतरे

डिप्रेशन का इलाज प्रेगनेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान करना थोड़ा कठिन हो सकता है क्योंकि इस दौरान एक महिला जीवन में कई सारे परिवर्तन हो रहे होते हैं। ऐसे में आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो इसके कोई नुकसान तो नहीं हो रहे हैं। 

2. दवाओं का सावधानीपूर्वक सेवन करें

आपको एंटीडिप्रसेंट दवाओं का सेवन काफी सावधानीपूर्वक करना चाहिए। कोशिश करें कि जरूरत से ज्यादा या गलत समय पर दवाओं का सेवन न करें। क्योंकि, इससे बच्चे को भी नुकसान हो सकता है। 

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3. दूसरी दवाओं के साथ न मिलाएं

ब्रेस्टफीडिंग या प्रेगनेंसी के दौरान आपको कई तरह की दवाओं का सेवन करना पड़ता है। ऐसे में आप इस बात का विशेष ध्यान रखें कि एंटीडिप्रेसेंट के साथ दूसरी दवाओं को न मिलाकर खाएं क्योंकि इससे रिएक्शन का खतरा हो सकता है। इसलिए हमेशा खाने-पीने की चीजों को लेकर काफी सर्तक रहें। 

4. डॉक्टर के संपर्क में रहें

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीडिप्रसेंट दवाओं के साथ-साथ आपको लगातार अपने डॉक्टर से मिलते रहना चाहिए और साथ ही काउंसलिंग के लिए भी जरूर जाना चाहिए ताकि डिप्रेशन से जल्दी उबर सके। 

(All Image Credit- Freepik.com)

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