किसी बीमारी की दवा खाने के साथ अल्कोहल के सेवन से सेहत पर क्या असर पड़ता है? डॉक्टर से जानें

क्या आपके मन में भी इस बात को लेकर कंफ्यूजन है कि अल्कोहल के साथ किसी भी प्रकार की दवाई या एंटीबायोटिक का सेवन करना चाहिए या नहीं, तो जानें।  
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किसी बीमारी की दवा खाने के साथ अल्कोहल के सेवन से सेहत पर क्या असर पड़ता है?  डॉक्टर से जानें


अगर आप किसी शारीरिक स्थिति से गुजर रहे हैं और उसकी एंटी बायोटिक दवाइयां खा रहे हैं तो यह जानना काफी जरूरी हो जाता है कि उस दवाई के साथ आप क्या ले सकते हैं क्या नहीं। आपको किन किन चीजों का परहेज करना होगा। अगर आप शराब के शौकीन हैं तो दवाइयों के साथ शराब पी सकते हैं या नहीं यह जानना काफी जरूरी है, क्योंकि कुछ दवाइयां शराब पीने पर असर नहीं दिखातीं। हालांकि कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट जनरल फिजिशियन डॉ विनय भट्ट के मुताबिक कुछ एंटीबायोटिक दवाइयों पर अल्कोहल असर नहीं करती लेकिन कुछ पर करती है। इसलिए यह बात डॉक्टर से जरूर कन्फर्म कर लेनी चाहिए। आइए जानते हैं अलग अलग प्रकार की दवाइयों पर शराब का क्या असर होगा।

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शराब और एंटी बायोटिक्स

कुछ प्रकार के एंटी बायोटिक्स का सेवन करने के साथ आपको शराब का सेवन नहीं करना चाहिए जैसे मेट्रोनीडाजोल, टिनिडाजोल। ऐसा इसलिए क्योंकि यह अल्कोहल के ब्रेक डाउन होने में हस्तक्षेप कर सकते हैं। इससे आपको कुछ गंभीर साइड इफेक्ट्स जैसे उल्टियां आना, जी मिचलाना आदि देखने को मिल सकते हैं। साथ ही चक्कर आना, हार्ट रेट बढ़ना भी महसूस हो सकते हैं। लाइनजोलिड और डॉक्सीसाइक्लाइन का सेवन करते समय भी शराब का सेवन करना सही नहीं। जबकि पेनिसिलिन और एमोक्सोलिसिन जैसी दवाइयों का सेवन करने के साथ साथ शराब का सेवन भी किया जा सकता है।

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शराब और पेन किलर्स

पैरासीटामोल और इबुप्रोफिन जैसी पेन किलर्स के साथ सीमित मात्रा में शराब का सेवन किया जा सकता है। इससे आपको कोई ज्यादा तकलीफ भी नहीं होगी। ट्रामोडेल, गेबापेंटिन और कोडीन जैसी दवाइयों के साथ शराब का सेवन न करें।

इस स्थिति में न करें शराब का सेवन

सीडेटिव ड्रग्स :

बैंजो डाईजपाइन और एंटी हिस्टामाइन का सेवन करने वाले लोगों को शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।

एंटी डिप्रेसेंट : 

फुलेक्सटाइन जैसे एंटी डिप्रेसेंट का सेवन करने वाले लोगों को शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।

लंबे समय तक ली जाने वाली दवाइयां : 

अगर आप लंबे समय से किसी चीज की दवाई खाते आ रहे हैं तो आपको शराब का सेवन बड़ी सावधानी के साथ करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से लंबे समय तक साइड इफेक्ट्स देखने को मिल सकते हैं। इन दवाइयों का असर भी बिल्कुल खत्म हो सकता है।

बढ़ती उम्र के लोगों को दवाई के साथ शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। अन्यथा काफी उल्टे असर देखने को मिल सकते हैं। जैसे रेमिप्रिल के साथ शराब न लें, इससे आपको चक्कर आ सकते हैं और ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है।

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इस प्रकार की दवाइयां देने से पहले आपके डॉक्टर आपसे पूछते हैं कि आप शराब का सेवन तो नहीं कर रहे। जो लोग इस दवा के साथ नियमित रूप से शराब पीते हैं उन्हें साइड इफेक्ट्स का अधिक खतरा होता है।

शराब दवाई का असर कैसे कम कर सकती है?

दवाई के साथ शराब न पीने के दो कारण होते हैं। शराब में सीडेटिव इफेक्ट होता है। अगर आप कोई ऐसी दवाई लेते हैं जिसमें सीडेटिव इफेक्ट उत्पन्न होता है जिससे आपको काफी ज्यादा नींद आ सकती है और चक्कर भी आ सकते है। इससे आप अचानक से सो सकते हैं और उठने में दिक्कत महसूस हो सकती है।

किस प्रकार अब्जॉर्ब होती हैं

दवाइयां शरीर द्वारा किस प्रकार अब्जॉर्ब होती हैं

दवाइयां शरीर में कैसे ब्रेक डाउन होती हैं, शराब इस असर को भी प्रभावित कर सकती है।

अधिक शराब पीने से लीवर के फंक्शन में बदलाव आ सकता है जिस कारण दवाई अपना पूरा असर न दिखा पाएं और हो सकता है कुछ साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिल जाएं। हर व्यक्ति पर शराब का असर अलग हो सकता है। इसमें जेनेटिक्स और लाइफस्टाइल भी एक अहम भूमिका निभाते हैं। इसलिए डॉक्टर की राय जरूर लें।

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